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08 अक्तूबर 2018

ब्लॉग क्या है? इसके कितने प्रकार है?

ब्लॉग क्या है?
ब्लॉग क्या है?

नमस्कार मित्रों, आज बात करते हैं ब्लॉग के बारे में, इस आलेख में जानेंगे की ब्लॉग क्या है? ब्लॉग किसे कहते हैं? और ब्लॉग के कितने प्रकार होते हैं?

एक ब्लॉग, जानकारी या चर्चा हेतु तेयार की गयी वेबसाइट है जो की डिस्क्रिट प्रविष्ठियां (अलग-अलग), जिन्हें पोस्ट भी कहा जाता है, से मिलकर बनी होती है तथा जो आमतौर पर रिवर्स क्रानिकल यानि जो पोस्ट हाल ही में की गई है वो पोस्ट सबसे ऊपर के रूप में दिखाई जाती है।

सन 2009 तक ब्लॉगस आमतौर पर एक ही व्यक्ति का काम होता था, कभी कभार इसे एक समूह वाले, एक ही विषय पर वार्तालाप करने के लिए उपयोग में लेते थे, अभी हाल ही में बहुत से बहु लेखक ब्लॉग (मल्टी ऑथर ब्लॉग) विकसित हुए हैं। जिनमे बहुत से लेखकों द्वारा पोस्ट लिखी जाती है तथा पेशेवरों द्वारा संपादित की जाती है।

समाचार पत्रों के पेशेवर, अन्य मिडिया के आउटलेट्स, विश्वविद्यालयों के विचारक समूह, वकालत समूह इत्यादि की उपस्थिति तथा योगदान की वजह से ब्लॉग ट्रैफिक लगातार बढ़ रहा है। ट्विटर एवं अन्य माईक्रोब्लोगिंग सिस्टम ब्लॉगस को संगठित कर नयी धारणाओं में एकीकृत करने में मदद करते हैं।

अधिकांश ब्लॉग इंटरेक्टिव होते हैं जो आगुन्तकों को अपने विचार संदेश ब्लॉग से जीयुआई(GUI) के माध्यम से छोड़ने की अनुमति देते हैं। यही अंतर क्रियाशीलता (इंटरेक्टिव) ब्लॉग को दुसरी स्टेटिक (स्थिर) वेबसाइटों से अलग पहचान दिलाता है।

कई ब्लॉग एक विशेष विषय पर कमेंट्री पेश करते हैं। कुछ ब्लॉग ऑनलाइन डायरी की तरह कार्य करते हैं, तो कुछ ब्लॉग किसी विशेष व्यक्ति या संगठन के ब्रांड व विज्ञापन की तरह कार्य करते हैं। एक टिपिकल ब्लॉग में अक्षर, चित्र एवं दुसरे ब्लॉग से जुड़ने की व्यवस्था एवं अन्य विषय पर आधारित मिडिया को जोड़ने का कार्य करते हैं।

ब्लॉग के प्रकार :

ब्लॉग कई प्रकार के होते हैं, उनके प्रकार केवल उनकी सामग्री (कंटेंट) के आधार पर नहीं बल्कि उन्हें किस प्रकार प्रस्तुत किया जाना है या लिखा जाना है, पर भी निर्भर करते हैं।

ब्लॉगस के विभिन्न प्रकार को नीचे वर्गीकृत किया गया हैं:

1. व्यक्तिगत ब्लॉग (Personal Blog) : इस प्रकार के ब्लॉग में एक व्यक्ति की व्यक्तिगत चालू डायरी या कमेंट्री होती है, अधिकतर लोग ऑनलाइन डायरी लिखने के शौक़ीन होते हैं वो इसी प्रकार में आता है।

2. सहयोगात्मक ब्लॉग अथवा ग्रुप ब्लॉग (Collaborative Blog Or Group Blog) : यह वह ब्लॉग है जिसमें पोस्ट एक या एक से अधिक लेखकों द्वरा प्रकाशित होती है। ज्यादातर हाई-प्रोफाइल सहयोगात्मक ब्लॉग एक थीम के चारों और आधारित होती हैं जैसे की राजनीती, बॉलीवुड  या नयी तकनीक इत्यादि।

3. माइक्रोब्लोगिंग (Micro Blogging) : माइक्रोब्लोगिंग डिजिटल जानकारियों को छोटे-छोटे हिस्सों में प्रदर्शित करने का तरीका है जो पाठ, चित्र, लिंक एवं अन्य मिडिया के रूप में जो इंटरनेट पर उपलब्ध है। माइक्रो ब्लोगिंग एक पोर्टेबल संचार व्यवस्था है जिसे कई लोगों ने जैविक और सहज महसूस कर सार्वजनिक कल्पना का दर्जा हासिल करा लिया है जैसे ट्विटर और फेसबुक

4. कॉर्पोरेट ब्लॉग (Corporate Blog) : एक ब्लॉग प्राइवेट या बिजनस कार्य के लिए भी बनाया जा सकता है। बिजनस में आपसी संवाद बढ़ाने या फिर मार्केटिंग, ब्रांडिंग, और पब्लिक रिलेशन को बेहतर करने के काम आता है।

5. अग्रीग्रेटेड ब्लॉग (Aggregated Blog) : इस तरह के ब्लॉग में ऑर्गेनाइजेशन या व्यक्तिगत तौर पर कुछ लोग एक विषय पर जानकारी एकत्रित करके पाठकों को संयुक्त जानकारी उपलब्ध करवा सकते हैं। इससे पाठक अपने मनपसन्द विषय को पढने में समय लगा सकता है, न की व्यर्थ की जानकारी को जुटाने में।  हिंदी अग्रीग्रेटेड ब्लॉग उदाहरण : हमारीवाणी, ब्लोग्वार्ता, ब्लोग्सेतुचर्चामंच आदि।

6. Genre ब्लॉग : इस श्रेणी में वह ब्लॉग आते हैं जो किसी टॉपिक पर केन्द्रित होते हैं जैसे - राजनेतिक, स्वास्थ्य, फैशन, किताबें, तकनीक, आदि। आजकल कैसे करें? आदि के ब्लॉगस काफी प्रचलित हो रहे हैं। जिसमे दो आम प्रकार के ब्लॉग है - आर्ट ब्लॉग एवं म्यूजिक ब्लॉग।

7. मिडिया टाइप पर आधारित ब्लॉग : इस प्रकार के ब्लॉग में जिस ब्लॉग में विडिओ होते है उस ब्लॉग को व्लॉग (Vlog) कहते हैं, लिंक्स वाले ब्लॉग को लिंक्लोग (Linklog) कहते है। जिस ब्लॉग पर स्केच होते हैं उसे स्केचब्लॉग और जिसमे चित्र होते हैं उसे फोटोब्लॉग कहते हैं।

8. डिवाइस टाइप पर आधारित ब्लॉग : इस प्रकार के ब्लॉग का प्रकार लिखे गये उपकरणों के आधार पर किया जाता है। जैसे PDA अथवा मोबाइल से लिखे गये ब्लॉग को मोब्लॉग कहते हैं।

तो मित्रों ये थे ब्लॉग के प्रकार, अगर आप भी अपना ब्लॉग बनाना चाहते है तो सबसे पहले सही श्रेणी इस्तेमाल करें ताकि आपके ब्लॉग के टैरिफ पर प्रभाव ना पड़ें या यूँ कहें की गूगल आपके ब्लॉग को अनदेखा ना करें।

फ्री में आप ब्लॉग बना सकते है इंटरनेट पर तीन सबसे चर्चित फ्री सेवा है वर्डप्रेस, ब्लागस्पाट (जो की गूगल की सेवा है) और टम्बलर, आप अपने पसंद के हिसाब से इन पर अपना ब्लॉग बना सकते हैं।

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21 जनवरी 2013

आज बधाइयाँ स्वीकार की जायेगी

नमस्कार मित्रों, मुझे ये कहते परम हर्ष हो रहा है की आज इस ब्लॉग का एक साल पूरा हो गया यानि आज इसकी पहली सालगिरह है, एक साल पहले जब मैंने ये ब्लॉग शुरू किया तो चार पांच पोस्ट करके छोड़ दिया था इसी बीच ब्लॉग को काफी मित्रों ने सराहा कुछ मित्रों ने तो ई -मेल के माध्यम से मुझसे कांटेक्ट किया तो कुछ मित्रों ने मोबाइल से,इस ब्लॉग को बनाने का उद्देश्य जो था वो धीरे-धीरे मुझे पूरा होता दिखा तो मैं इसमें एक्टिव हो गया, इसी बीच ब्लॉग टेम्पलेट भी काफी बार बदला लेकिन मुझे कोई अच्छे से टेम्पलेट का इन्तजार था, एक दिन वो मुझे मिल गया और वो टेम्पलेट मैंने लगा लिया जो अभी वर्तमान में है.... आज यह ब्लॉग धीरे-धीरे रफ्तार पकड रहा है, कुछ दोस्तों की मेहरबानी है कुछ उपरवाले की....

एक साल मैं ब्लॉग के कुछ पहलु-:


गूगल फ्रेंड बने - : 20

फेसबुक पेज फेन -: 54

कूल प्रविष्टियाँ -: 73

कुल टिप्पणियाँ -: 55


सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली प्रविष्टियाँ -:


इन्टरनेट की स्पीड बढाने वाला छोटा सा टूल

आप कितने वर्ष के हो चुके हैं

एंड्रॉयड फोन को व्यवस्थित कीजिये

21 सितंबर 2018

एंड्राइड के लिए कुछ खास एप्स



नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत अपना अंतर्जाल पे। आज मैं आपके लिए लेके आया हूँ एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए कुछ उपयोगी एप्स। आगे बढने से पहले कुछ कहना चाहूँगा की आप इस ब्लॉग को बुकमार्क कर लें। और अपने मित्रों को भी ये ब्लॉग शेयर करें। हिंदी में अभी तक अंतर्जाल पर तकनीकी के बहुत ही कम वेबसाइट और ब्लॉग है, इसलिए ये आप और आपके मित्रों के लिए बहुत काम का ब्लॉग साबित हो सकता है। रोज यहाँ आएँ कुछ ना कुछ आपके काम का ही मिलेगा।

अब बात करते है एंड्राइड की 5 उपयोगी एप्स के बारे में:-


Signature Lock Screen
1. सिग्नेचर लॉक स्क्रीन : यूँ तो आपके एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए प्ले स्टोर पर बहुत सी लॉक एप्स मिल जाएँगी लेकिन सिग्नेचर लॉक एप्स अपने आप में खास है, इसमें आप अलग-अलग लेटरशेप, नम्बर्स या अपने सिग्नेचर से ही लॉक कर सकते हैं। इससे अपने फोन में अलग लॉक पैटर्न का भी उपयोग कर सकते हैं। ज्यादा अच्छा तो ये रहेगा आप अपने सिग्नेचर से ही लॉक करें ताकि लॉक कोई और खोल ही ना सके, ये बिलकुल वैसा ही होगा जैसे आजकल बहुत से स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट सेंसर वाले लॉक आते है जो यूजर के अलावा कोई नहीं खोल सकता। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।


Where is my Train
2. वेयर इज माई ट्रेन : ज्यादा घुमने फिरने वाले शौकीनों के लिए ये एप बहुत ही उपयोगी है। इसमें ट्रेन के बारे में ऑफलाइन जानकारी मिलती है। बाकि पीएनआर की जानकारी और सीट की जानकारी के लिए ऑनलाइन होना पड़ेगा। और इसमें आप जहाँ जाना चाहते हैं, वहां के लिए अलार्म भी लगा सकते हैं। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।


NoxCleaner
3. नॉक्स क्लीनर : इस एप के जरिए आप अपने एंड्राइड स्मार्टफोन की मेमोरी को सुधार सकते हैं। यह फोन की कैश मेमोरी जंक फाइल्स को हटाकर फोन को गतिशील बनाता है। और इस एप की सबसे बड़ी खास बात ये है की ये पुराने फोटोज चुनता है और जो डुप्लीकेट है केवल वही दिखाता है, जिन्हें आसानी से हटा सकते हैं। बाकि आपको एप इनस्टॉल करने पर इसकी खासियत अपने आप मालूम हो जाएगी। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।


inFact - News, Facts and more
4. इन्फैक्ट : यह एप अपने आप में अनोखी है, इस एप के जरिये आप किसी भी फैक्ट के बारे में जानकारी ले सकते हैं। जिस टॉपिक के बारे में आप जानना चाहे उसके बारे में जानकारी ले सकते हैं। और देश-दुनियां में और आस-पास क्या हो रहा है इसकी जानकारी भी ले सकते हैं। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।

PixLocate
5. पिक्सलोकेट : आजकल फोटो लेना तो आम बात है, यह एप फोटो की लोकेशन दर्शाती है,  आपके स्मार्टफोन गैलरी में जितने भी फोटो हैं उसकी लोकेशन पता चलती है। और अमुक जगह कितनी फोटो आपने ली ये जानकारी भी ये एप देती है। इससे आप फोटो भी शेयर कर सकते हैं। ये एप प्ले स्टोर पर नहीं है,  डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

तो मित्रों आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं अगली पोस्ट में एक नए विषय के साथ।


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12 अक्तूबर 2018

वेबसाइट क्या है? इसके कितने प्रकार है?

What is a website? How many types are it?
Website

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका , पिछली पोस्ट में आपने पढ़ा ब्लॉग क्या है? इ-कॉमर्स क्या है? क्लाउड स्टोरेज क्या है? यूआरएल क्या है? यदि आपने नही पढ़ा तो यहाँ क्लिक करे सभी पोस्ट एक ही जगह मिल जाएगी, आज आपको बताऊंगा वेबसाइट और उसके प्रकार के बारे में।

वेबसाइट क्या है?


एक वेबसाइट, वर्ल्ड वाइड वेब (www) फाइलों का एक सबंधित संग्रह है, जिसमे साथ में एक पेज भी होता है जिसे होमपेज कहते हैं। एक होमपेज वो पेज होता है जो किसी भी वेबसाइट को एक्सेस करने पर सबसे पहले खुलता है। प्राय: कोई भी कम्पनी या एक व्यक्ति जिसकी वेबसाइट होती है वो आपको अपनी वेबसाइट के होमपेज का पता (एड्रेस) देता है क्योंकि होम पेज के द्वारा आप पूरी वेबसाइट को नेविगेट कर सकते हैं और किसी भी पेज पर पहुंच सकते हो।

वेबसाइट से कई कार्य किये जा सकते हैं, वेबसाइट किसी की निजी वेबसाइट भी हो सकती है या फिर एक वाणिज्यिक वेबसाइट हो सकती है, एक सरकारी वेबसाइट या एक गैर-लाभकारी संगठन वेबसाइट हो सकती है। वेबसाइट एक व्यक्ति, एक व्यापार या अन्य संगठन का काम हो सकता है, और आमतौर पर एक वेबसाइट एक विशेष विषय या उद्देश्य के लिए समर्पित होती है। किसी भी वेबसाइट पर किसी अन्य वेबसाइट के लिए एक हाइपरलिंक शामिल कर सकते हैं।

वेब पेजेज को अलग-अलग आकार की कंप्यूटर आधारित एवं इंटरनेट सक्षम डिवाइस के द्वारा देखा या एक्सेस किया जा सकता है, जैसे डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप, पीडीए एवं मोबाइल फोन्स। एक वेबसाइट एक कंप्यूटर सिस्टम पर होस्ट किया जाता है जिसे वेब सर्वर कहते हैं, जिसे एचटीटीपी (HTTP) सर्वर भी कहा जाता है। HTTP के बारे में जानने के लिए ब्लॉग की पिछली पोस्ट पर जाएँ या यहाँ क्लिक करें।

वेबसाइट के प्रकार :

वेबसाइटों को व्यापक श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है।

स्थिर (Static) : स्टेटिक साइटों की इन्फोर्मेशन स्थिर होती है एवं यूजर के संवाद (इंटरेक्शन) की अनुमति नहीं डी जाती है।

गतिशील (Dynamic) : डायनामिक साईट वेब 2.0 का हिस्सा है, और इस साईट के मालिक और साइट आगंतुकों के बीच संवाद के लिए अनुमति देते हैं। उदाहरण के लिए ब्लॉग डायनामिक वेबसाइट का रूप है।

आजकल अधिकांश कॉर्पोरेट वेबसाइट डायनामिक होती है जो बेहतर ग्राहक संवाद और उपभोक्ता व्यवहार की सटीक ट्रेकिंग में मदद करती है। 

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30 दिसंबर 2012

इस ब्लॉग की सभी प्रविष्टियां देखे एक हि जगह..



नमस्कार मित्रों नववर्ष में अब कुछ हि समय बचा है इसलिए सबसे पहले आपको नववर्ष की शुभकामनाएं

आज मैंने ब्लॉग मैं कुछ बदलाव किये है जैसे की मेन्यू  विजिट  आदि, और सभी प्रविष्टियों को एक साथ दिखने वाला पेज भी तेयार कर लिया ताकि सब कुछ एक हि जगह देखने को मिले आशा है , आपको पसंद आयेगा... 

सभी प्रविष्टियों को एक जगह दिखने वाला पृष्ठ  यहाँ है ..



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26 दिसंबर 2012

"एचटीएमएल हिन्दी में " मेरा नया ब्लॉग






मेरा एक नया ब्लॉग आपके समक्ष पेश है, इस ब्लॉग के माध्यम से मैं एचटीएमएल को हिन्दी भाषा में समझाने की कोशिश करूँगा...

इस ब्लॉग पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक  पे क्लीक करें ...






29 अक्तूबर 2018

ट्विटर क्या है? इसके मुख्य फीचर्स क्या है?

About Twitter and its main features.
Twitter

नमस्कार मित्रों! स्वागत है आपका यहाँ। आज जानेंगे ट्विटर और इसके मुख्य फीचर्स के बारे में, वैसे तो twitter को इंटरनेट के sms के रूप में भी जाना जाता है। और लगभग सभी यूजर इसके बारे में जानता है यह लेख नए उपयोगकर्ता के लिए मार्गदर्शन हेतु लिखा गया है। 

ट्विटर एक ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग सर्विस है जो उपयोगकर्ता (User) को 140 करैक्टर के छोटे संदेश भेजने और पढने की सुविधा देता है जिन्हें "tweets" कहा जाता है। पंजीकृत उपयोगकर्ता संदेश को पढ़ एवं प्रेषित कर सकते हैं परन्तु अन्य उपयोगकर्ता सिर्फ संदेश पढ़ सकते हैं। इसे कंप्यूटर एवं मोबाइल, दोनों से संचालित किया जा सकता है। वर्तमान में ट्विटर के दुनियाभर में 25 कार्यालय है और इसकी स्थापना सेन फ्रांसिस्को में हुई थी। ट्विटर मार्च 2006 में बनाया गया था और इसके निर्माता हैं: जैक डोरसे, एवन विलियम्स, ब्रिज टोन, और नूह ग्लास, ट्विटर जुलाई 2006 में लांच किया गया था।

ट्विटर के मुख्य फीचर इस प्रकार है : 

* ट्वीट : यह एक संदेश का टुकड़ा है जो की अधिकतम 140 और कुछ देशों में ये 280 करैक्टर का हो सकता है। शब्दों के बीच खाली जगह और पंक्चुएशन भी 140 करैक्टर में शामिल किये जाते हैं, यानी आप मेसेज लिखते समय जितनी बार स्पेस बटन का इस्तेमाल करेंगे वो भी गिना जायेगा।  यह एक प्रकार की ब्लॉग एंट्री या समझ लीजिए एक छोटे ब्लॉग की तरह है।

* टाइम लाइंस : तारीख के हिसाब से संदेशों का संकलन है टाइम लाइन। पब्लिक टाइम लाइन में हर संदेश का संकलन होता है। जब आप ट्वीट करते हैं तो आप खुद की टाइम लाइन बना लेते हैं जो की आपकी प्रोफाइल देखने वाले हर उपभोक्ता को क्रमबद्ध दिखेगी। टॉप मेन्यु में प्रोफाइल लिंक पर क्लिक करके आप खुद की टाइम लाइन देख सकते हैं। हर उपभोक्ता की एक विशेष टाइम लाइन भी होती है जिसमे हर उस व्यक्ति के ट्वीट होते हैं जिसे उपयोगकर्ता फ़ॉलो कर रहा होता है। यह आपके खुद के न्यूज टिकर की तरह होता है। आप बहुत से लोगों और समूह को फ़ॉलो कर सकते हैं। सिवाय उन संदेशों के जो वह खुद किसी को भेज रहे हैं, आप संदेशों को देख सकते हैं।

* ट्विटर प्रोफाइल : टॉप मेन्यु के सेटिंग लिंक पर क्लिक करके आप अपनी प्रोफाइल एडिट कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखना जरूरी है की आपके अकाउंट सेक्शन की हर चीज पब्लिक को दिखती है। अगर आप अपना वास्तविक नाम नहीं दिखाना चाहते तो अपना नाम बदल सकते हैं। हेड शॉट को आम तौर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बनाया जाता है।

* फोलोविंग और फोलोवर्स : फोलोविंग ट्वीटर में friending और subscribing के लिए प्रयोग किया जाता है। जब किसी की प्रोफाइल पेज पर विजिट करते हैं तो उसके चित्र के नीचे एक छोटा सा फ़ॉलो बटन होता है। इस बटन पर क्लिक करने से आपके होम टाइम लाइन पर उस व्यक्ति के ट्वीट दिखाई देते हैं। ट्विटर पर फोलोविंग एक तरफा होता है, जब तक कोई अपने अपडेट को गोपनीय नहीं करता, उसे आपकी फोलोविंग रिक्वेस्ट को अप्रूव करने की जरूरत नहीं होती है। अगर फीचर बंद ना किया हो तो उन्हें इस बात का एक ई-मेल मिलेगा की आप उन्हें फ़ॉलो कर रहे हैं। वो भी आपके ट्वीट चेक कर सकते हैं और आप उनके मतलब के संदेश भेजते रहते हैं तो वे भी आपको फ़ॉलो कर सकते हैं।

* क्न्वर्सेशन
+ सीधे संदेश प्राइवेट होते हैं। सिर्फ प्रेषक और पाने वाला ही उन्हें देख सकता है। आप इस प्रकार के संदेश सिर्फ उन लोगों तक भेज सकते हैं जो आपको फ़ॉलो करते हैं। इस प्रकार के संदेश आमतौर पर अच्छे नहीं माने जाते और लोग उन्हें नहीं पढ़ते।
+ जिन ट्वीट में आपको मेंशन किया गया है, यह जानने के लिए ट्विटर के राईट साइड पर @yourname (आपका यूजर नेम) पर क्लिक करें।
+ अपने फोलोवर्स को अपना ट्वीट दिखाने और किसी को विशेष रूप से भेजने के लिए शुरुआत की जगह कहीं भी @username लिख दें।

* री-ट्वीट (RT) : जब कोई दूसरा आपके ट्वीट को उसके खुद के फोलोवर्स को दिखाना चाहता हो, तो इसे करने का सामान्य तरीका है:
RT@OriginalAuthor Content of original tweet [Retweeter's comment]

* हेशटैग : हेशटैग से आप अपने ट्वीट में कुंजी शब्द या श्रेणियां जोड़ सकते हैं। हेशटैग लोगों को एक विषय पर ट्वीट का औसत करने की अनुमति देता है। इसमें हेशटैग का चिन्ह की वर्ड बिना रिक्तस्थान के होता है जैसे #फेसबुक । हेशटैग आजकल स्वचलित ट्विटर खोज के लिंक में बदल जाते हैं। जैसे #फेसबुक टैग पर क्लिक करेंगे तो #फेसबुक हेशटैग की सारी सामग्री आपके सामने आ जाएगी जिनमे ये टैग इस्तेमाल हुआ है। कांफ्रेसं और इन्वेट्स के लिए हेशटैग का काफी प्रयोग होता है। हेशटैग को ढूंढ कर आप कई प्रकार के लाइव इवेंट्स को फ़ॉलो कर सकते हो।  अपने शहर या राज्य में होने वाली घटनाओं की जानकारी रखी जा सकती है, किसी भी विषय को खोजा जा सकता है।

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28 फ़रवरी 2014

कांफ्रेंसिंग के लिए बनाएँ पर्सनल प्रोफाइल पेज



वीडियो कोंफ्रेंस का बिजनेस आउटसोर्सिंग में काफी महत्व है, क्योंकि ग्लोबल विलेज में तब्दील हो चुकी दुनियां में वीडियो कोंफ्रेंस के जरिये आप किसी भी हिस्से में मौजूद अपने टीम मेंबर, क्लाइंट या फिर कस्टमर के सम्पर्क में रहते हैं। इसी कि जरुरत को ध्यान में रखते हुए कुछ वेबसाइट वीडियो कोंफ्रेस के लिए शानदार विकल्प उपलब्ध करा रही है। गूगल 'हैंगआउट' के जरिये ऐसी ही सेवा दे रहा है। लेकिन इस से भी आसान सेवा है 'मीटिंग्स' जो वीडियो कोंफ्रेस को ओर भी आसान बना देती है।

कैसे शुरू करें पर्सनल वीडियो कोंफ्रेस रूम?

पर्सनल वीडियो कोंफ्रेस रूम बनाने के लिए आपको यहाँ क्लिक कर मीटिंग्स कि वेबसाइट पर जाना होगा, यहाँ आपको 'गेट ए मीटिंग रूम' ऑप्सन मिलेगा, जहाँ आप पर्सनल ऑनलाइन मीटिंग रूम तेयार कर सकते हैं। इसके वेब पते को आप किसी के साथ शेयर कर वीडियो कोंफ्रेस कर सकते हैं। आप चाहें तो यहाँ से इम्बेड कोड लेकर अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस मुफ्त सेवा कि एक ओर खूबी है कि एक बार तेयार किये गए प्रोफाइल को ही भविष्य में इस्तेमाल कर सकते हैं। आज का लेख आपको कैसा लगा कमेन्ट के माध्यम से जरुर बताएं।

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16 सितंबर 2018

इमेज को आइकॉन में कन्वर्ट करें इन 5 तरीकों से

नमस्कार दोस्तों, हम अपने ब्लॉग या डेस्कटॉप एप्लीकेशन के लिए कई जगह पर आइकॉन इस्तेमाल करतें है। इस आलेख में में इमेज को आइकॉन में कन्वर्ट करने का तरीका बता रहा हूँ। याद रखें विंडोज में आइकॉन के लिए .ico एक्सटेंसन इस्तेमाल होता है। यदि आप अपनी छवियों को आइकन के रूप में उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको इन छवियों को .ico एक्सटेंशन में बदलने के लिए कुछ सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होगी। आज मैं आपको छवियों को आइकन फ़ाइलों में बदलने के लिए 5 अलग-अलग तरीके बताऊंगा।

डेस्कटॉप के लिए आइकॉन कनवर्टर्स सॉफ्टवेयर। 


सिम्पलीआइकॉन
सिम्पलीआइकॉन
1. सिम्पलीआइकॉन - ये बहुत ही आसान पोर्टेबल एप्लीकेशन है इसे चलाने के लिए आपके पीसी में नेट फ्रेमवर्क 2.0 होना जरूरी है। ये विंडो एप्लीकेशन ड्रग एन ड्राप प्रणाली पर आधारीत है, यानी आप जिस इमेज को आइकॉन में कन्वर्ट करना चाहते है उसे माउस एरो से पकड़ कर एप पे डालोगे तो ये एप 32x32, 24x24 और 16x16 साइज़ का आइकॉन अपने आप ही बना देगी। इस विंडो सॉफ्टवेयर को आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं।


इमेजिकॉन
2. इमेजिकॉन - इमेजिकॉन एक ग्राफिक यूटिलिटी है जो कई छवि फ़ाइलों को परिवर्तित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। आप छवियों को आइकन में कनवर्ट करने के लिए ड्रैग और ड्रॉप सुविधा का भी उपयोग कर सकते हैं।, इससे आप बीएमपी (BMP), जेपीजी ( JPG) या पीएनजी (PNG) छवि प्रारूपों से बीएमपी, जेपीजी, पीएनजी और आईसीओ (.ico)में कन्वर्ट कर सकते हैं। इसे डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।


फ्री इमेज टू आइकॉन

3. फ्री इमेज टू आइकॉन - इस टूल से आप बीएमपी, जेपीजी, मेटाफाइल से ट्रांसपेरेंट आइकन में कनवर्ट कर सकते हैं। आप एक ही समय में एक से बहुत सारी फाइलों को कन्वर्ट कर सकते हैं, आप ट्रांसपेरेंट कलर का चयन भी कर सकते हैं। ईआईपीसी इमेज टू आइकन कनवर्टर का एक अद्भुत इंटरफ़ेस है जिसका उपयोग करना आसान है। डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

ऑनलाइन इमेज को आइकॉन में कनवर्ट करने के लिए वेब सेवाएं।


ico कन्वर्ट
1. ico कन्वर्ट - इस वेबसाइट पर आप फ्री में आइकॉन और फेविकोन बना सकते हैं। इसके साथ आप पीएनजी या जेपीजी छवियों से आइकन बना सकते हैं, बस अपनी तस्वीर अपलोड करें, आकार बदलें और इसे क्रॉप करें, अपनी पसंद के आकार में कनवर्ट करें, इसमें आप बोर्डर और छाया जोड़ें और सेव करें पीएनजी छवि या विंडोज आइकन के रूप में। पीएनजी को आईसीओ में और आईसीओ को पीएनजी में जल्दी परिवर्तित करने के लिए बिना क्रॉप और स्टाइल के प्रक्रिया पूरी करें। वेबसाइट पे जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

इमेज ऑनलाइन कन्वर्ट 
2. इमेज ऑनलाइन कन्वर्ट - इस साईट पर हर इमेज फोर्मेट को कन्वर्ट करने के टूल है लेकिन आपको इमेज से आइकॉन कन्वर्ट करना तो यहाँ जाएँ। बस अपनी इमेज अपलोड करें और स्टार्ट कन्वर्शन पे क्लिक करें। वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

आशा करता हूँ आपको ये आलेख पसंद आया होगा।

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10 अक्तूबर 2018

क्लाउड स्टोरेज क्या है? और प्रचलित सर्विस कौनसी है?

What Is Cloud Storage
Cloud Storage

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पर, पिछली पोस्ट में आप जान चुके हैं ब्लॉग क्या है? और इ-कॉमर्स क्या है? आज जानेंगे क्लाउड स्टोरेज के बारे में।

क्लाउड स्टोरेज :

क्लाउड स्टोरेज एक तरीके का सर्विस मॉडल है जहाँ डाटा, यूजर को नेटवर्क के माध्यम से प्रदान किया जाता है और डाटा को रिमोटली ही मैनेज, सार-संभाल और बैकअप लिया जाता है।क्लाउड स्टोरेज, डाटा स्टोरेज का एक मॉडल है, जहाँ डिजिटल डाटा लॉजिकल पूल में स्टोरेज किया जाता है। फिजिकल डाटा वातावरण को एक होस्टिंग कम्पनी सम्भालती है। यह इन कंपनियों की जिम्मेदारी है की फिजिकल वातावरण सुचारू रूप से चलता रहे, डाटा हमेशा उपलब्ध रहे और सुरक्षित रहे। ग्राहक और कम्पनियां अपना डाटा या एप्लीकेशन को स्टोर करने के लिए इस डाटा सर्विस को खरीद सकते हैं।

क्लाउड स्टोरेज को पास में रखे हुए कंप्यूटर, वेब एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) या इस API का इस्तेमाल करने वाली एप्लीकेशन, जैसे की क्लाउड डेस्कटॉप स्टोरेज, क्लाउड स्टोरेज गेटवे या वेब आधारित कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। साधारण भाषा में समझे तो क्लाउड स्टोर अपने लिए ऑनलाइन हार्ड डिस्क की तरह है वहां हम कंप्यूटर की तरह डाटा सेव कर सकते हैं, और जब चाहे जहा चाहे उस 
डाटा को इस्तेमाल कर सकते है, बस आपका इंटरनेट ऑन होना चाहिए।

कुछ प्रचलित क्लाउड स्टोरेज सर्विस :

Cloud Storage Service
Cloud Storage Service

* गूगल ड्राइव - गूगल क्लाउड, स्टोरेज के साथ ऑफिस टूल भी प्रदान करता है। इसमें वर्ड प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, प्रजेंटेशन बिल्डर और 15 गीगाबाईट (GB) का स्टोरेज स्पेस मिलता है। अगर आपके पास गूगल अकाउंट है, तो आप आसानी से गूगल ड्राइव का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस 15 गीगाबाईट स्टोरेज में आप डाक्यूमेंट्स, चित्र, फोटोशोप फ़ाइल, पीडीएफ फ़ाइल इत्यादि अपलोड कर सकते हैं।

* माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव - यह माइक्रोसॉफ्ट का उत्पाद है, जो विंडोज 8 या विंडोज 10 इस्तेमाल करते हैं, उनको वन ड्राइव विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में सम्मिलित मिलता है। हालाँकि इसका मतलब ये नही की विंडोज 7 या विंडोज xp वाले इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते आपको बस माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव की डेस्कटॉप एप डाउनलोड करनी होगी, एंड्राइड के लिए भी प्ले स्टोर से एप इनस्टॉल करनी होगी अगर विंड़ोज फोन है तो भी 
आप एप इनस्टॉल करके इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

* ड्राप बॉक्स - यह मेरा सबसे पसंदीदा क्लाउड स्टोरेज है क्योंकि इसका इंस्टालेशन आसान है, यह भरोसेमंद है और इस्तेमाल करने में भी एकदम आसान है। इसको इस्तेमाल करने के लिए आप इस पर अपनी id बनाकर इसकी एप डाउनलोड कर लें, आपके कंप्यूटर में इसका एक अलग फोल्डर बन जायेगा, अब जो फाइल आप क्लाउड स्टोरेज में रखना चाहते है वो फाइल उस फोल्डर में कॉपी कर दे और भूल जाएँ, आप अपना कोई भी काम जारी रखें इंटरनेट ऑन होते ही बैकग्राउंड में ये एप चलती रहती है और आपकी फ़ाइल अपलोड होती रहती है। ड्रापबॉक्स में रखी फ़ाइल आप कहीं से भी एक्सेस कर सकते है इसके लिए आपको ड्रापबॉक्स की वेबसाइट पे जाकर लॉग इन (Log in) करना होगा। यह विंडोज, मैक, एंड्राइड और लिनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए उपलब्ध है।

* बॉक्स - ये भी एक चर्चित क्लाउड सर्विस है , बॉक्स पर व्यक्तिगत मुफ्त अकाउंट के लिए कोई भी साइन अप (Sign UP) कर सकता है। इसकी खास बात ये है की जहाँ दुसरे क्लाउड स्टोरेज सिर्फ फ़ाइल स्टोरेज की सुविधा देते हैं वहीं बॉक्स में आप फ़ाइल दुसरे यूजर के साथ शेयर कर सकते हैं, किसी को काम दे सकते हैं और फ़ाइल में हुए बदलाव की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

क्लाउड स्टोरेज में विभिन प्रकार की डिवाइस पर आपका कार्य/फ़ाइल को सिंक्रोनाइज करने की लचीली सुविधा प्रदान करता है। अधिकतर सभी मुख्य क्लाउड स्टोरेज प्लेटफार्म ऑफिस एप्लीकेशन टूल्स को अंतर्निहित इनस्टॉल रखते हैं जिसकी वजह से आप अपनी फाइल्स को कहीं से भी क्रिएट, एडिट,  ड्राफ्ट व पब्लिश कर सकते हैं।

इन सभी क्लाउड स्टोरेज के लिंक नाम में ही है।

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11 अक्तूबर 2018

युनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) और HTTP एवं HTTPS क्या है?

What is Uniform Resource Locator
What is Uniform Resource Locator

नमस्कार मित्रों , जय माता दी! नवरात्रा चल रहे हैं, इस समय मन काफी धर्मिक प्रवर्ती का हो जाता है पुरे वर्ष में ये 9 दिन बहुत ही अच्छे गुजरते हैं, दिमाग भी ताजा रहता है। पिछली कुछ पोस्ट में अपने जाना ब्लॉग क्या है? और उसके प्रकार, इ-कॉमर्स क्या है? और क्लाउड स्टोरेज क्या है?, आज आपको बताने जा रहा हूँ युनिफोर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) और HTTP तथा HTTPS के बारे में।

युनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL):

एक युनिफोर्म रिसोर्स लोकेटर (युआरएल) आमतौर पर एक वेब पते के रूप में जाना जाता है, एक वेब संसाधन का संदर्भ है, युआरएल एक कंप्यूटर नेटवर्क पर इसका स्थान पता लगाने के लिए और उसको प्राप्त करने के लिए जाता है। यूआरएल वेब पृष्ठों (HTTP) के संदर्भ (Reference) के लिए सबसे अधिक उपयोग किये जाते हैं, लेकिन यह डाटाबेस एक्सेस (JDBC) फ़ाइल स्थान्तरण (एफटीपी), ई-मेल के लिए भी उपयोग किया जाता है। अधिकांश ब्राउजर वेब पेज के यूआरएल को एड्रेस बार में प्रदर्शित करते हैं।

url system
url system
यूआरएल एक वेबसाइट, फ़ाइल या सामान्य प्रारूप में दस्तावेज के लिए एक इंटरनेट पता है;
http://www.address/directories/file name

इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक कंप्यूटर का अपना एक अनूठा यूआरएल होता है जिसके बिना दुसरे कंप्यूटर उस तक नहीं पहुंच सकते है। आमतौर पर एक यूआरएल को निम्न प्रकार से प्रदर्शित किया जा सकता है :

http://www.example.com/index.html

यह एक प्रोटोकोल (http), एक होस्ट नाम (www.example.com), और एक फ़ाइल नाम (index.html) इंगित करता है। TLDs (शीर्ष स्तर डोमेन) के कुछ उदाहरण सन्दर्भ नीचे साझा कर रहा हूँ ।

HTTP और HTTPS:

Top level domains
Top level domains
HTTP (हाइपर टेक्स्ट प्रोटोकॉल) वितरित, सहयोगी, Hypermedia सुचना प्रणाली के लिए एक एप्लीकेशन प्रोटोकॉल है। HTTP वर्ल्ड वाइड वेब के लिए डेटा संचार का आधार है। हाइपर टेक्स्ट संरचित टेक्स्ट होता है जो तार्किक लिंक (हाइपरलिंक) का उपयोग करता है। HTTP हाइपर टेक्स्ट का आदान-प्रदान या हस्तांतरण करने का प्रोटोकॉल है। क्लाइंट-सर्वर कम्प्यूटिंग मॉडल में एक अनुरोध-प्रतिक्रिया (request-response) प्रोटोकॉल के रूप में HTTP कार्य करता है। 

HTTP का उपयोग कर एक कंप्यूटर नेटवर्क पर सुरक्षित संचार के लिए प्रोटोकॉल HTTPS (HTTP Secure) है। HTTPS का संचार HTTP पर होता है पर इसमें कनेक्शन ट्रांसपोर्ट लेयर सिक्योरटी या सिक्योर सॉकेट लेयर द्वारा एन्क्रिप्टेड होता है।  HTTPS के लिए मुख्य प्रेरणा वेबसाइट के प्रमाणीकरण, गोपनीयता की सुरक्षा और डेटा के आदान-प्रदान की अखंडता है। यह विशेष एवं व्यापक रूप से उन इंटरनेट वेबसाइटों के लिए उपयोग लिया जाता है जहाँ पर वित्तीय लेन-देन होता है या फिर डेटा को गोपनीय रखने की जरूरत होती है।

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31 जनवरी 2013

फेसबुक अकाउंट को सेफ रखने का आसान सा उपाय

Easy Way to Keep a Facebook Account Safe
Facebook 
आजकल फेसबुक पर हेकर्स का आंतक सा छा रहा है इसलिए आपने अकाउंट को सेफ रखने के लिए मैं कुछ टिप्स बता रहा हूँ, आप भी सोचेंगे आजकल फेसबुक से सम्बन्धित हि पोस्ट क्यों हो रही है इस ब्लॉग पर, लेकिन मैं बताना चाहुगा की ये मुझसे किसी दोस्त ने पूछा था फेसबुक सेफ्टी के बारे में।  मैंने सोचा इस पर एक पोस्ट हो जाये, अब जितना मुझे पता है उतना तो बता हि सकता हूँ। वैसे इसके बारे कुछ महीनो पहले भी बताया था।

अपने अकाउंट को सेफ रखने के उपाय 
  
सबसे पहली बात भूल कर भी किसी सरल से पासवर्ड का उपयोग मत करे।

विश्व में प्रचलित कॉमन पासवर्ड निम्न है -:
password, 

123456qwerty, 
12345678, 
abc123, 
qwerty, 
monkey,  
letmein, 
dragon, 
111111, 
baseball,  
iloveyou,  
trustno1, 
123456,  
sunshine, 
master, 
123123, 
welcome, 
shadow, 
ashley, 
football, 
jesus, 
michael, 
ninja, 
mustang, 
password1, 
admin123, 
kingkong,   etc.

उपरोक्त पासवर्ड भूलकर भी इस्तेमाल ना करें।

पासवर्ड हर सातवे आठवे दिन बदला करो और स्ट्रोंग पासवर्ड लगाया करो जैसे -: 


india@2013rajasthan or 2013@rajasthan2013 कहने का मतलब है की पासवर्ड में स्पेशल करेक्टर ज्यादा इस्तेमाल किया करो।

दूसरा तरीका ये है की अपना पासवर्ड शब्द न हो के पूरा वाक्य हो तो और भी अच्छा होगा


जैसे -: Your life is your message to the world 
अब इस वाक्य के हर शब्द के पहले अक्षर को लिख दो yliymttw ऐसे,
आप अपना कोई भी ऐसा वाक्य इस्तेमाल करें जो आप हमेशा याद रख सके, वाक्य के शब्द का हर पहला अक्षर जोड़कर अपना पासवर्ड बना लें।

अपने अकाउंट को सेफ रखने के लिए निम्न स्टेप अपनाओ -:

१. सबसे पहले इस लिंक पे जाओ 
फिर यहाँ secure browsing को enable कर दो,

अब active Sessions के सामने edit पे क्लीक करो फिर वहां से सभी एक्टिव Sessions बंद कर दो।

२. अब अपना पासवर्ड बदलो,
    पासवर्ड बदलने के लिए यहाँ जाओ

३. अब इस लिंक पे जाओ,
    यहाँ Who can see my stuff? में Public या friends कर दो।
          Who can look me up? में सिर्फ friends कर दो।

४. अब इस लिंक पे जाओ  जाओ,

यहाँ Who can add things to my timeline? में friends कर दो।
Who can see things on my timeline? में friends of friends या friends कर दो।
How can I manage tags people add and tagging suggestions? में friends कर दो।

५. कोई यदि आपको ज्यादा तंग कर रहा है तो इस लिंक पे जाए और उस तंग करने वाले को ब्लॉक कर दो।


इन छोटे से उपायों से आप हेकर्स से बचे रहेंगे, वैसे जहाँ तक हो सके किसी संदिग्ध आई डी की रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें।  आशा है बताये गए उपाय आपके लिए लाभदायक साबित होंगे।


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23 दिसंबर 2013

लॉन्च हुआ दुनिया का पहला क्वाड्रा एचडी डिस्प्ले स्मार्टफोन


वीवो एक्सप्ले-3एस
एक्सप्ले-3एस

नमस्कार मित्रों एचडी मोबाइल शोकिनो के लिए बहुत ही अच्छी खबर है। चीनी कंपनी वीवो ने पहला क्वाड्रा एचडी डिस्प्ले फोन एक्सप्ले-3एस लॉन्च किया है। इस स्मार्टफोन की स्क्रीन के हर इंच में 490 पिक्सेल्स है। जबकि और स्मार्टफोन्स में 469 पिक्सेल्स प्रति इंच के ही होते हैं। इसका डिस्प्ले रेज्यूलेशन 2560x1440 है।  इसकी डिस्प्ले साइज़ 5.7 इंच है।  इसमें फोटो, वीडियो और गेम खेलने के दौरान एचडी टीवी की क्वालिटी मिलती है। यह ऎसा पहला स्मार्टफोन में जिसमें एचडी टीवी की अच्छी क्वालिटी मिलती है।

विशेषताए -:
ओएस - फनटच
मेमोरी - 32 जीबी
रेम - 3 जीबी
कैमरा - 13 एमपी
कीमत - 36 हजार

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01 मई 2012

ब्लॉग का नया पता

आज से इस ब्लॉग का एक पता और है dineshvermanhr.tk
 वैसे ब्लॉगर वाला पता भी काम करेगा... धन्यवाद ..

05 मई 2013

विंडो एक्स पी (win xp) कि कुछ मजेदार ट्रिक



आज रविवार है तो कुछ मनोरंजन वाली ट्रिक हो जाये।

ट्रिक न. 1
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विंडोज XP के गेम Solitaire का सीक्रेट फंडा अभी ट्राई करे।

स्टर्ट मेनू से आल प्रोग्राम में जाएँ।
फिर गेम्स मे से Solitaire ओपन करे।
अब Alt + Shift + 2 बटन प्रेस करें आप बिना खेले ही जीत जाओगे..


ट्रिक न. 2
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विंडोज XP के गेम FreeCell का सीक्रेट फंडा अभी ट्राई करे।
स्टर्ट मेनू से आल प्रोग्राम में जाएँ
फिर गेम्स मे से FreeCell ओपन करे

अब Ctrl + Shift + F10 बटन प्रेस करें अब यहाँ से Abort पे क्लिक करें।
फिर किसी एक कार्ड को मूव करके देखो, किसी सही जगह पर ....
आप बिना खेले ही जीत जाओगे..

ट्रिक न. 3
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क्या माइक्रोसॉफ्ट एक्स पी विंडो का केलकुलेटर यहाँ फेल हो गया
अभी ट्राई करे...
जाएँ Start-->Run-->type Calc

और नीचे दी गई वेल्यु चेक कीजिये

2704/50 = 54.08 सही जवाब मिलेगा।
2704/51 = 53.01960784 सही जवाब मिलेगा।
2704/52 = यहाँ फेल है, आपको यहाँ जवाब नहीं मिलगा।
2704/53 = 51.01886792 सही जवाब मिलेगा।
2704/54 = 50.07407407 सही जवाब मिलेगा।

Microsoft Calculator Failed

ट्राई करके देखो अभी........

कुछ समझ आया क्या.???
2704, 52 का स्क्वायर (square) है तो 2704/52 करने पर रिजल्ट 52 ही आयेगा और आपको लगेगा कि कैलकुलेटर काम नहीं कर रहा है…।


ट्रिक न. 4
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एक क्लिक में समय और तिथि

नोटपैड या टेक्स्ट फाइल पर काम करते समय F5 'की' दबाकर जहाँ भी आवश्यकता हो,
तात्कालिक समय और तिथि टंकित की जा सकती है।


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26 अक्तूबर 2013

एंड्रॉयड के लिए बैटरी गुरु।


snapdragon


नमस्कार मित्रों,  कई एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में क्वेल्कोम स्नेपड्रैगन प्रोसेसर होता है। इनमे से कई फोन कम बैटरी बैकअप कि समस्या से परेशान रहते हैं। इसे जांचने के लिए आप स्नेपड्रैगन बैटरी गुरु एप का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एंड्रॉयड के लिए बिलकुल मुफ्त है। 

26 अक्तूबर 2018

इंटरनेट और इंट्रानेट क्या है? इनमे क्या अंतर है?

 What is internet and intranet? And what's the difference between them?

What is internet and intranet?

नमस्कार मित्रों, हम सभी इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इंटरनेट किसे कहते हैं? और आपने इंट्रानेट नाम भी सुना होगा, दोनों में अंतर भी बहुत है, आज इन्हीं दो विषयों पर संक्षेप में बताऊंगा।


इंटरनेट:

इंटरनेट सुचना संप्रेषण (Information Communication) का एक वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क (ऐसे कंप्यूटर जो आपस में कनेक्टेड है) है। यह उपयोगकर्ता को सुचना आदान-प्रदान करने का मंच प्रदान करता है। इंटरनेट में संचार के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोटोकॉल्स का प्रयोग किया जाता है, जिससे डाटा ट्रांसफर में उद्देश्यपरकता को बनाए रखने में मदद मिलती है। इन कंप्यूटरों में सरकारी, विश्वविद्यालय, कम्पनीज एवं लोगों के व्यक्तिगत कंप्यूटर शामिल है। ज्यादातर इंटरनेट सेवा क्लाइंट/सर्वर मॉडल पर कार्य करती है। जब कोई कंप्यूटर फ़ाइल रिसीव कर रहा होता है तो वह क्लाइंट कहलाता है तथा जब वह फ़ाइल सेंड कर रहा होता है तो वह सर्वर बन जाता है। इंटरनेट पर एक्सेस प्राप्त करने के लिए उस क्षेत्र में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के साथ एकाउंट खोलना होता है।

इंट्रानेट:

इंट्रानेट एक निजी नेटवर्क होता है जो केवल उस संगठन के कर्मचारियों के लिए ही सुलभ होता है। आमतौर पर संगठन के आंतरिक आईटी सिस्टम से जानकारे और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला संगठन के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध होती है एवं ये इंटरनेट से आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं होता है। एक इंट्रानेट वेबसाइट किसी भी अन्य वेबसाइटों की तरह काम करते हैं, लेकिन एक इंट्रानेट के आसपास के फ़ायरवॉल अनाधिकृत उपयोग को बंद कर देता है।

इंटरनेट बनाम इंट्रानेट:

इंटरनेट वैश्विक (Global) वर्ल्ड वाइड वेब है जबकि इंट्रानेट एक कम्पनी का निजी इंटरनेट है जिसे सिर्फ कम्पनी के अंदर ही इस्तेमाल किया जा सकता है। दोनों TCP/IP Protocol को उपयोग में लेते हैं साथ ही में ई मेल और अन्य वर्ल्ड वाइड वेब मानक इस्तेमाल करते हैं। दोनों में मुख्य फर्क यह है कि इंट्रानेट का यूजर इंटरनेट पर जा सकता है लेकिन सुरक्षा कारणों जैसे कंप्यूटर फ़ायरवॉल के कारण इंटरनेट यूजर इंट्रानेट पर नहीं जा सकता। इंट्रानेट बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन के भी चल सकता है। इंटरनेट, अधिक व्यापक एक बड़ी आबादी में फैला है, सभी वेब आधारित सेवाओं के लिए बेहतर पहुंच प्रदान करता है और इस प्रकार, बहुत से उपयोगकर्ता के अनुकूल है। इंट्रानेट अधिक सुरक्षित निजीकृत इंटरनेट का एक संस्करण है।

आशा है आपको उपरोक्त जानकारी अच्छी लगी होगी, और भी ऐसे अच्छे लेख पढने के लिए आते रहें।

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28 दिसंबर 2013

सन 2013 की 5 लोकप्रिय स्मार्टफोन एप्स।

नमस्कार मित्रों, क्या आप जानते हैं मोबाइल की दुनिया में  साल 2013 स्मार्टफोन एप्स के नाम रहा। यूजर्स ने कई यूटिलिटी, गेम्स और सोशल नेटवर्किंग से जुड़े एप को डाउनलोड किया। इस साल साल यूजर्स में कौन-कौनसी एप लोकप्रिय हुयी यही बताने की कोशिश कर रहा हूँ। आईये डालते हैं एक नजर ...

1. बीबीएम



 
बीबीएम

04 नवंबर 2018

एक ही ब्राउजर पर एक ही समय में चलाएँ दो व्हाट्सऐप अकाउंट।

Use dual whatsapp account on computer.
व्हाट्सऐप

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पे। मित्रों एक ही मोबाइल पर दो व्हाट्सऐप अकाउंट चलाने के तरीके हम सब जानते हैं, और इसके कई तरीके हैं। लेकिन जब आपको वेब व्हाट्सऐप चलाना हो और वो भी दो अकाउंट, तो ज्यादतर उपयोगकर्ता नहीं चला पाते क्योंकि अधिकतर उपयोगकर्ता को इसके बारे में जानकारी भी नहीं है।

आज इस छोटे से लेख के माध्यम से आपको एक ही समय में एक ही ब्राउज़र पर दो व्हाट्सऐप अकाउंट चलाने का तरीका बता रहा हूँ। जिसका उपयोग कर आप एक ही ब्राउजर से दो व्हाट्सऐप अकाउंट एक्सेस कर सकेंगे।

ब्राउज़र पर एक ही समय पर दो अकाउंट एक साथ इस्तेमाल करने के लिए आपको निम्न चरण अपनाने होंगे -:

* सबसे पहले आप कंप्यूटर का ब्राउज़र ऑपन करें फिर वेब व्हाट्सऐप की साईट ऑपन करें, वेब व्हाट्सऐप का एड्रेस तो आपको पता ही होगा, नहीं पता है तो टाइप करें -> https://web.whatsapp.com

* अपने अपने मोबाइल में व्हाट्सऐप ऑपन करें, और दाहिने तरफ के तीन डॉट्स पर ओके करें।

WhatsApp Mobile Menu
WhatsApp Menu

* अब जो मेन्यु खुले उसमे से  WhatsAppWeb को सिलेक्ट करें, अब आपके मोबाइल में क्यूआर स्कैनर खुल जायेगा। (आपके मोबाइल में भी इंटरनेट ऑन होना चाहिए।)

* अब आप कंप्यूटर ब्राउज़र में दिख रहे क्यूआर कॉड को स्कैन करें, क्यूआर कोड सही स्कैन होते ही आपका व्हाट्सऐप कंप्यूटर ब्राउज़र में खुल जायेगा।

* अब दूसरे व्हाट्सऐप अकाउंट को चलाने के लिए उसी ब्राउजर में एक और टेब खोलें और टाइप करें https://dyn.web.whatsapp.com  अब आपको एक क्यूआर कॉड दिखाई देगा।

* अब दूसरे व्हाट्सऐप अकाउंट, जो आपको चलाना है को स्कैन करें। स्कैन का तरीका आप पढ़ चुके हैं वही होगा। सही तरीके से क्यूआर कोड स्कैन होते ही आपका दूसरा व्हाट्सऐप अकाउंट भी उसी ब्राउजर पर ऑपन हो जाएगा, इस तरह आप एक ही समय में दोनों अकाउंट को एक साथ चला सकते है।

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31 अक्तूबर 2018

जाने लिंक्ड इन के बारे में।

linkedin-online-success-business
लिंक्डइन 
नमस्कार मित्रों, आपका स्वागत है यहाँ। लिंक्ड इन के बारे में अधिकतर लोग नही जानते की आखिर ये क्या है, क्योंकि लोगों को फेसबुक से ही फुर्सत नहीं, आज जानेंगे इस छोटे से लेख में लिंक्ड इन के बारे में। 

लिंक्ड इन एक व्यवसाय उन्मुख सामाजिक नेटवर्किंग वेबसाइट है, जिसे दिसम्बर 2002 को शुरू किया गया। मुख्य रूप से यह पेशेवर नेटवर्किंग के उद्देश्य से बनायी गयी है। 2015 तक इस साईट का सम्पूर्ण राजस्व नियोक्ताओं एवं बिक्री पेशेवरों को जानकारी बेचने से प्राप्त होता है। इसके उपयोगकर्ता पेशेवर प्रोफाइल तैयार करते हैं जिससे दुसरी साईट के सदस्य उनके व्यापार पृष्ठ भूमि, कार्यविशेषता समूह, या संगठन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके। एक बार उपयोगकर्ता अपनी प्रोफाइल बनाने के बाद दुसरे उपयोगकर्ता को भी अपने नेटवर्क में जोड़ सकता है।

प्रोफाइल में स्टेट्स की सुविधा उपलब्ध होती है जिसके द्वारा उपयोगकर्ता के नेटवर्क से जुड़े लोग यह जान सकते हैं की उपयोगकर्ता किस विषय पर कार्य कर रहा है तथा कब यात्रा कर रहा होगा तथा जरूरत अनुसार सुझाव देना शामिल होते हैं। इसमें उनके लिए भी सुविधा होती है जो इसके सदस्य नहीं है वह प्रोफाइल के हिस्से को देखने की स्वीकृति भी प्रदान कर सकता है।

इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं है :

* सम्पर्क में रखे : जो व्यक्ति बार-बार नौकरी बदलते हैं, लिंक्ड इन ऐसे उपयोगकर्ताओं को उन पेशेवर नेटवर्क से सम्पर्क में रहने तथा उनके कार्यों को अपडेट देने तथा सम्पर्क सूत्रों को प्रदान करता है।

* मदद लेना : उपयोगकर्ता के नेटवर्क जब किसी व्यापारिक समस्या का हल नहीं निकाल सकते, तब लिंक्ड इन का टूल "आंसर एंड ग्रुप्स" उपयोगकर्ता को विश्वास पात्र एक्सपर्ट से मिलाता है।

* नौकरी ढूँढना : लिंक्ड इन उपयोगकर्ताओं को हजारों नौकरियों की जानकारी देना एवं उनके लिए एप्लीकेशन फॉर्म उपलब्ध करवाने का कार्य करता है। यह एप्लीकेशन और यूजर की प्रोफाइल सीधे नियोक्ता तक पहुंच जाती है।

* नए स्टाफ का अपॉइंटमेंट : कम्पनी के मनेजर लिंक्ड इन पर जाकर अपने कम्पनी के लिए सही कैंडीडेट चुन सकते हैं जिनके पास तयशुदा स्किल एवं एक्सपीरियंस हो। 

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