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क्‍वेरी कंप्यूटर की प्रासंगिकता द्वारा क्रमित पोस्‍ट दिखाए जा रहे हैं. तारीख द्वारा क्रमित करें सभी पोस्‍ट दिखाएं
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28 फ़रवरी 2012

कंप्यूटर को पीछे की स्थिति में ले जाना - सिस्टम री-स्टोर


मित्रों जब हमें पता लगे कि अभी कुछ दिन पहले कोई वाइरस कंप्यूटर में घुसा है, और वह हमें ज्यादा परेशान कर रहा है कई नए वाइरस एंटी वाइरस की पकड़ में भी नहीं आते और ना हट पाते है।  ऐसी दशा में लोग अक्सर अपने कंप्यूटर को फोर्मेट कर बैठते है ,जबकि इस समस्या का समाधान इस तरह कंप्यूटर को पीछे की तारीख में ले जाकर किया जा सकता है।  दरअसल कंप्यूटर को पीछे की तारीख की स्थिति में पहुंचाते ही कंप्यूटर में बीच के दिनों में हुए सारे बदलाव ख़त्म होकर कंप्यूटर उसी पुरानी स्थिति में जा पहुँचता है।  इस प्रकार यदि कोई वाइरस भी घुसा है तो वह भी अपने आप निकल जाता और उसके द्वारा ख़राब की गयी सभी फाईल्स भी ठीक हो जाती है।

कंप्यूटर को पीछे की स्थिति में कैसे ले जाए?

कंप्यूटर को पीछे की स्थिति में ले जाने को कम्प्यूटरी भाषा में सिस्टम री-स्टोर करना करना कहते है इसके लिए नीचे चित्र में दिखाए अनुसार

start-- All Program -- Accessories -- System tools -- System restore में जाए।




एक विण्डो खुलेगी इसमें Next पर क्लिक करें।



अब एक कलेंडर वाली विण्डो खुलेगी इसमें आपको कौनसी पिछली तारीख की स्थिति में कंप्यूटर को पहुंचाना है उस तारीख को सलेक्ट कर Next पर क्लिक करें।

अब कंप्यूटर ने पिछली तारीख के हिसाब से री-स्टोर करना शुरू कर दिया है थोडी देर में यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद कंप्यूटर को री-स्टार्ट कीजिए। अब आप पहुँच गए आपके कंप्यूटर की पिछली तारीख की स्थिति में।

कंप्यूटर को पिछली स्थिति में ले जाने का दूसरा सबसे बढ़िया तरीका है विण्डो को सेफ मोड में चलाकर सिस्टम री-स्टोर करना। इसके लिए कंप्यूटर स्टार्ट करते ही F8 बटन दबाना चालू करदे  जिससे विण्डो को सेफ मोड में चलाने का आप्शन मिल जायेगा जैसे ही आप सेफ मोड सलेक्ट करंगे एक विण्डो खुलेगी उसमे No पर क्लिक करें अब System restore का आप्शन आ जायेगा।

01 फ़रवरी 2012

कंप्यूटर को फास्ट बनाने का एक मस्त तरीका




मित्रों अक्सर कंप्यूटर पर काम करते करते कुछ टेम्प्रेली फाइल आपके कंप्यूटर में जमा होती रहती है जिससे आपका कंप्यूटर स्लो चलने लगता है,  वेसे तो आप टेम्प फोल्डर खोल कर वो फाइल डिलीट कर सकते हो लेकिन कंप्यूटर पर काम करते करते हम उन फाइल को डिलीट करना भूल जाते है। लेकिन आज मैं आपको ऐसा तरीका बताता हु जिसे करने के बाद आपको टेम्प फाइल डिलीट करने की जरुरत नहीं पड़ेगी,

वो अपने आप ही डिलीट हो जाया करेगी।

इसके लिए आपको स्टार्ट मेन्यू में RUN में जाकर GPEDIT.MSC टाइप करना होगा उसके बाद
Computer Configuration =>
Administrative Templates =>
Windows Components =>
Terminal Services =>
Temporary Folders.

यहाँ आपको "Do not delete temp files on exit" लिखा दिखाई देगा इस पर डबल क्लीक करे और DISABLED पर क्लीक करके Apply कर दे।

ऐसा करने के बाद आपको कभी भी अपने कंप्यूटर की टेम्प्रेली फाइल हटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी वो अपने आप ही हट जाया करेगी और आपका कंप्यूटर स्लो नहीं होगा।

.....धन्यवाद

26 अक्तूबर 2018

इंटरनेट और इंट्रानेट क्या है? इनमे क्या अंतर है?

 What is internet and intranet? And what's the difference between them?

What is internet and intranet?

नमस्कार मित्रों, हम सभी इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इंटरनेट किसे कहते हैं? और आपने इंट्रानेट नाम भी सुना होगा, दोनों में अंतर भी बहुत है, आज इन्हीं दो विषयों पर संक्षेप में बताऊंगा।


इंटरनेट:

इंटरनेट सुचना संप्रेषण (Information Communication) का एक वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क (ऐसे कंप्यूटर जो आपस में कनेक्टेड है) है। यह उपयोगकर्ता को सुचना आदान-प्रदान करने का मंच प्रदान करता है। इंटरनेट में संचार के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोटोकॉल्स का प्रयोग किया जाता है, जिससे डाटा ट्रांसफर में उद्देश्यपरकता को बनाए रखने में मदद मिलती है। इन कंप्यूटरों में सरकारी, विश्वविद्यालय, कम्पनीज एवं लोगों के व्यक्तिगत कंप्यूटर शामिल है। ज्यादातर इंटरनेट सेवा क्लाइंट/सर्वर मॉडल पर कार्य करती है। जब कोई कंप्यूटर फ़ाइल रिसीव कर रहा होता है तो वह क्लाइंट कहलाता है तथा जब वह फ़ाइल सेंड कर रहा होता है तो वह सर्वर बन जाता है। इंटरनेट पर एक्सेस प्राप्त करने के लिए उस क्षेत्र में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के साथ एकाउंट खोलना होता है।

इंट्रानेट:

इंट्रानेट एक निजी नेटवर्क होता है जो केवल उस संगठन के कर्मचारियों के लिए ही सुलभ होता है। आमतौर पर संगठन के आंतरिक आईटी सिस्टम से जानकारे और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला संगठन के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध होती है एवं ये इंटरनेट से आम जनता के लिए उपलब्ध नहीं होता है। एक इंट्रानेट वेबसाइट किसी भी अन्य वेबसाइटों की तरह काम करते हैं, लेकिन एक इंट्रानेट के आसपास के फ़ायरवॉल अनाधिकृत उपयोग को बंद कर देता है।

इंटरनेट बनाम इंट्रानेट:

इंटरनेट वैश्विक (Global) वर्ल्ड वाइड वेब है जबकि इंट्रानेट एक कम्पनी का निजी इंटरनेट है जिसे सिर्फ कम्पनी के अंदर ही इस्तेमाल किया जा सकता है। दोनों TCP/IP Protocol को उपयोग में लेते हैं साथ ही में ई मेल और अन्य वर्ल्ड वाइड वेब मानक इस्तेमाल करते हैं। दोनों में मुख्य फर्क यह है कि इंट्रानेट का यूजर इंटरनेट पर जा सकता है लेकिन सुरक्षा कारणों जैसे कंप्यूटर फ़ायरवॉल के कारण इंटरनेट यूजर इंट्रानेट पर नहीं जा सकता। इंट्रानेट बिना किसी इंटरनेट कनेक्शन के भी चल सकता है। इंटरनेट, अधिक व्यापक एक बड़ी आबादी में फैला है, सभी वेब आधारित सेवाओं के लिए बेहतर पहुंच प्रदान करता है और इस प्रकार, बहुत से उपयोगकर्ता के अनुकूल है। इंट्रानेट अधिक सुरक्षित निजीकृत इंटरनेट का एक संस्करण है।

आशा है आपको उपरोक्त जानकारी अच्छी लगी होगी, और भी ऐसे अच्छे लेख पढने के लिए आते रहें।

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05 जनवरी 2013

कीजिये अपने कंप्यूटर BIOS को पासवर्ड प्रोटेक्ट




१. यदि अपने अपना कंप्यूटर स्टार्ट किया हुआ है तो, सबसे अपने कंप्यूटर को reboot कीजिये. जैसे ही आपका स्क्रीन ऑन हो DEL की प्रेस कीजिये..
२. आपका कंप्यूटर, BIOS सेटअप में प्रवेश कर जायेगा. पेज के ऊपर में 6 आप्शन होंगे उसमे एक होगा - SECURITY
३. आप उस SECURITY आप्शन को सेलेक्ट कर लीजिये,  अब आपका पेज एक इमेज की तरह आएगा. जहा दो आप्शन होंगे..
४. अब यूजर पासवर्ड (USER PASSWORD) को सेलेक्ट कर लीजिये. अब एक पासवर्ड बनाइये जो exact "8" डिजिट का होना चाहिए, ज्यादातर BIOS पासवर्ड 8 डिजिट के ही होते है, ये पासवर्ड आपको किसी हाल में भूलना नहीं चाहिए..
५. अब वो पासवर्ड यहाँ इंटर कीजिये. सिस्टम फिर आपसे कन्फर्म पासवर्ड बोलेगा..
६. अब आप F10 की दबा कर सेव और एक्सिट कर जाइये. और सिस्टम को रिबूट होने दीजिये..
७. इस तरह हो गया आपका BIOS पासवर्ड प्रोटेक्टेड.

नोट: १. यदि आप अपना BIOS पासवर्ड भूल जाते है तो अपना motherboard manual पढ़िए, या फिर BIOS manufacturer के वेबसाइट पर जाइये...
२. अधिकतर BIOS में इंटर करने के लिए DEL की प्रेस करते है, लेकिन आजकल के system के BIOS में जाने के लिए F2 या F10 प्रेस करते है..
   पता करने के लिए "motherboard manual " पढ़िए...

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11 अक्तूबर 2018

युनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) और HTTP एवं HTTPS क्या है?

What is Uniform Resource Locator
What is Uniform Resource Locator

नमस्कार मित्रों , जय माता दी! नवरात्रा चल रहे हैं, इस समय मन काफी धर्मिक प्रवर्ती का हो जाता है पुरे वर्ष में ये 9 दिन बहुत ही अच्छे गुजरते हैं, दिमाग भी ताजा रहता है। पिछली कुछ पोस्ट में अपने जाना ब्लॉग क्या है? और उसके प्रकार, इ-कॉमर्स क्या है? और क्लाउड स्टोरेज क्या है?, आज आपको बताने जा रहा हूँ युनिफोर्म रिसोर्स लोकेटर (URL) और HTTP तथा HTTPS के बारे में।

युनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (URL):

एक युनिफोर्म रिसोर्स लोकेटर (युआरएल) आमतौर पर एक वेब पते के रूप में जाना जाता है, एक वेब संसाधन का संदर्भ है, युआरएल एक कंप्यूटर नेटवर्क पर इसका स्थान पता लगाने के लिए और उसको प्राप्त करने के लिए जाता है। यूआरएल वेब पृष्ठों (HTTP) के संदर्भ (Reference) के लिए सबसे अधिक उपयोग किये जाते हैं, लेकिन यह डाटाबेस एक्सेस (JDBC) फ़ाइल स्थान्तरण (एफटीपी), ई-मेल के लिए भी उपयोग किया जाता है। अधिकांश ब्राउजर वेब पेज के यूआरएल को एड्रेस बार में प्रदर्शित करते हैं।

url system
url system
यूआरएल एक वेबसाइट, फ़ाइल या सामान्य प्रारूप में दस्तावेज के लिए एक इंटरनेट पता है;
http://www.address/directories/file name

इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक कंप्यूटर का अपना एक अनूठा यूआरएल होता है जिसके बिना दुसरे कंप्यूटर उस तक नहीं पहुंच सकते है। आमतौर पर एक यूआरएल को निम्न प्रकार से प्रदर्शित किया जा सकता है :

http://www.example.com/index.html

यह एक प्रोटोकोल (http), एक होस्ट नाम (www.example.com), और एक फ़ाइल नाम (index.html) इंगित करता है। TLDs (शीर्ष स्तर डोमेन) के कुछ उदाहरण सन्दर्भ नीचे साझा कर रहा हूँ ।

HTTP और HTTPS:

Top level domains
Top level domains
HTTP (हाइपर टेक्स्ट प्रोटोकॉल) वितरित, सहयोगी, Hypermedia सुचना प्रणाली के लिए एक एप्लीकेशन प्रोटोकॉल है। HTTP वर्ल्ड वाइड वेब के लिए डेटा संचार का आधार है। हाइपर टेक्स्ट संरचित टेक्स्ट होता है जो तार्किक लिंक (हाइपरलिंक) का उपयोग करता है। HTTP हाइपर टेक्स्ट का आदान-प्रदान या हस्तांतरण करने का प्रोटोकॉल है। क्लाइंट-सर्वर कम्प्यूटिंग मॉडल में एक अनुरोध-प्रतिक्रिया (request-response) प्रोटोकॉल के रूप में HTTP कार्य करता है। 

HTTP का उपयोग कर एक कंप्यूटर नेटवर्क पर सुरक्षित संचार के लिए प्रोटोकॉल HTTPS (HTTP Secure) है। HTTPS का संचार HTTP पर होता है पर इसमें कनेक्शन ट्रांसपोर्ट लेयर सिक्योरटी या सिक्योर सॉकेट लेयर द्वारा एन्क्रिप्टेड होता है।  HTTPS के लिए मुख्य प्रेरणा वेबसाइट के प्रमाणीकरण, गोपनीयता की सुरक्षा और डेटा के आदान-प्रदान की अखंडता है। यह विशेष एवं व्यापक रूप से उन इंटरनेट वेबसाइटों के लिए उपयोग लिया जाता है जहाँ पर वित्तीय लेन-देन होता है या फिर डेटा को गोपनीय रखने की जरूरत होती है।

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04 नवंबर 2018

एक ही ब्राउजर पर एक ही समय में चलाएँ दो व्हाट्सऐप अकाउंट।

Use dual whatsapp account on computer.
व्हाट्सऐप

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पे। मित्रों एक ही मोबाइल पर दो व्हाट्सऐप अकाउंट चलाने के तरीके हम सब जानते हैं, और इसके कई तरीके हैं। लेकिन जब आपको वेब व्हाट्सऐप चलाना हो और वो भी दो अकाउंट, तो ज्यादतर उपयोगकर्ता नहीं चला पाते क्योंकि अधिकतर उपयोगकर्ता को इसके बारे में जानकारी भी नहीं है।

आज इस छोटे से लेख के माध्यम से आपको एक ही समय में एक ही ब्राउज़र पर दो व्हाट्सऐप अकाउंट चलाने का तरीका बता रहा हूँ। जिसका उपयोग कर आप एक ही ब्राउजर से दो व्हाट्सऐप अकाउंट एक्सेस कर सकेंगे।

ब्राउज़र पर एक ही समय पर दो अकाउंट एक साथ इस्तेमाल करने के लिए आपको निम्न चरण अपनाने होंगे -:

* सबसे पहले आप कंप्यूटर का ब्राउज़र ऑपन करें फिर वेब व्हाट्सऐप की साईट ऑपन करें, वेब व्हाट्सऐप का एड्रेस तो आपको पता ही होगा, नहीं पता है तो टाइप करें -> https://web.whatsapp.com

* अपने अपने मोबाइल में व्हाट्सऐप ऑपन करें, और दाहिने तरफ के तीन डॉट्स पर ओके करें।

WhatsApp Mobile Menu
WhatsApp Menu

* अब जो मेन्यु खुले उसमे से  WhatsAppWeb को सिलेक्ट करें, अब आपके मोबाइल में क्यूआर स्कैनर खुल जायेगा। (आपके मोबाइल में भी इंटरनेट ऑन होना चाहिए।)

* अब आप कंप्यूटर ब्राउज़र में दिख रहे क्यूआर कॉड को स्कैन करें, क्यूआर कोड सही स्कैन होते ही आपका व्हाट्सऐप कंप्यूटर ब्राउज़र में खुल जायेगा।

* अब दूसरे व्हाट्सऐप अकाउंट को चलाने के लिए उसी ब्राउजर में एक और टेब खोलें और टाइप करें https://dyn.web.whatsapp.com  अब आपको एक क्यूआर कॉड दिखाई देगा।

* अब दूसरे व्हाट्सऐप अकाउंट, जो आपको चलाना है को स्कैन करें। स्कैन का तरीका आप पढ़ चुके हैं वही होगा। सही तरीके से क्यूआर कोड स्कैन होते ही आपका दूसरा व्हाट्सऐप अकाउंट भी उसी ब्राउजर पर ऑपन हो जाएगा, इस तरह आप एक ही समय में दोनों अकाउंट को एक साथ चला सकते है।

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25 अप्रैल 2012

काम के फ्री सोफ्टवेयर a to z भाग - 3 ब




दोस्तों पिछली प्रविष्टि में "D" लैटर कुछ सॉफ्टवेयर दिए थे, आज मैं उपस्थित हु "D" लैटर के बाकि फ्री और उपयोगी सॉफ्टवेयर के साथ, डाउनलोड लिंक नाम में हि है।

१. Ditto -

ये सॉफ्टवेयर standard windows clipboard का extension है। ये सॉफ्टवेयर एक साथ clipboard पर सारे आइटम को सेव कर है और आपको मदद करता है कही भी इम्पोर्ट करने में।

२. DreamMaker -

ये सॉफ्टवेयर आपको अपना Animation बनाने में मदद करता है। जैसे की animated वालपेपर।

३. Drive Backup Express -

यह सॉफ्टवेयर बहुत ही आसन तरीके से आपके किसी drive का backup लेता है और वही सेव करता है जहा आप चाहते है। और फिर रिस्टोर भी कर देता है जब आप चाहते है।

४. Duplicate Picture Finder -

यह सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर में रखे डुप्लिकेट image को ढूंढ़ के बता देता है। लेकिन अब इसमे अलग क्या है जो दुसरे सॉफ्टवेयर में नहीं है। यह image name से सर्च नहीं करता है बल्कि इमेज को visual comparision करता है। दो नाम होने के बावजूद अगर इमेज visualy सेम है तो बता देता है।

५. DVD Flick -

यह open source का multithreaded free GPL DVD Authoring tool है जो की लगभग video के सारे फोर्मेट को DVD फॉर्मेट में बदलता है। इस DVD फोर्मेट को आप कही भी चला सकते है जैसे की DVD प्लेयर, होम थियेटर आदि। आप इस सॉफ्टवेयर के सहारे Additional custom जैसे की audio tracks, subtitles और यहाँ तक की मेनू भी बना सकते है।

६. DropIt -

एक छोटा, Flexible , hard-working tool जो आपके data-files और folders को organize करने में मदद करता है। और आपके काफी समय को बचाता है। organized data-files और folders होने के चलते आपको खोजने में आराम रहता है।

७. Duplicate cleaner -

यह सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर के किसी भी तरह के duplicete फाइल को खोज कर निकालती है और आपके कहने पर मिटा भी देती है। किसी भी तरह के फाइल को जैसे की - photos, music, films/video, Word documents, PowerPoint presentations, text files etc.

८. DVDVideoSoft -

Downloaders, converts, editors आपके music files और video files के लिए। डाउनलोड कीजिये all in one version जो की FreeStudio सॉफ्टवेयर के नाम से जाना जाता है।

९. EASEUS Partition Master Home Edition -

फ्री disk partitioning utility आपके कंप्यूटर के drive को extend करने के लिए, डिस्क स्पेस मैनेजमेंट के लिए और low disk space प्रॉब्लम को दूर करने के लिए।

१०. Eraser -

एक advanced security tool , विंडोज के लिए, जो आपके सिस्टम के sensitive data को इस तरह से मिटाता है की कोई भी recovery software उसे recover नहीं कर पता।

21 अप्रैल 2012

काम के फ्री सोफ्टवेयर a to z भाग - 3 अ



दोस्तों पिछली पोस्ट में अपने "C" लेटर वाले सॉफ्टवेयर के बारे में जाना आज मैं उपस्थित हु "D" लैटर के फ्री सॉफ्टवेयर  के साथ , डाउनलोड लिंक नाम में हि है।
१. Daphne -

ये एक छोटा सा application मुख्यत Task Manager का रिप्लेसमेंट है। इसका यूज़ विंडोज प्रोसेस को kill , control , और debugg करने में होता है। यह सॉफ्टवेयर  Task Manager की तरह CPU usage, Process ID, Process name, Full path (arguments), Priority, Class (Process / Service), Current memory usage, Peek memory usage, Current swap usage, Peek swap usage और Number of threads आदि की डिटेल जानकारी देता है।

२. Default Programs Editor -

यह प्रोग्राम विंडोज का powerful फाइल अस्सोसिअसन यूटिलिटी है। इसकी सहायता से आप स्टार्ट अप के default प्रोग्राम को एडिट कर सकते है। मतलब हटा सकते है और जोड़ सकते है।

३. Defraggler -

Ccleaner बनाने वाली manufacturing कंपनी पिरिफोर्म का एक और ग्रेट प्रोग्राम। यह बिना पूरी drive को डीफ्रेग किये बिना किसी फाइल या फोल्डर को सेकंडो में डीफ्रेग करती है। बहुत अच्छा प्रोग्राम।

४. Desk Drive -

यह छोटा सा लेकिन बहुत अच्छा प्रोग्राम। जब भी आप अपने सिस्टम में कोई USB drive या कद/DVD डालते है तो माय कंप्यूटर खोल कर उस drive के आने का इन्तेजार करते है। इस प्रोग्राम को इन्स्टाल करने के बाद जब भी आप कोई ओप्सनल drive डालेंगे तो उसका shorcut अपने आप डेस्कटॉप पर आ जाता है और drive के निकनाले के बाद गायब।

५. DeskSave -

विंडोज में जब भी आप resolution चेंज करते है तो डेस्टोप पर रखे आइकन आपस में मिक्स हो जाते है। यह सॉफ्टवेयर आपको पहले डेस्टोप की तरह रखने में मदद करता है।

६. DesktopOK -

यह प्रोग्राम एक ही कंप्यूटर के अलग अलग यूज़र्स को अलग अलग डेस्कटॉप customize करने की सहूलियत देता है।

७. Desktops -

यह प्रोग्राम Ubuntu OS की तरह एक साथ चार वर्चुअल डेस्कटॉप का प्लेटफ़ॉर्म देता है जहा आप अपने कंप्यूटर के सरे applications को organize कर सकते है। वो भी सारे application one touch के के साथ।

८. DiskDigger -

यह एक recovery सॉफ्टवेयर  है जो किसी भी हार्ड डिस्क, USB flash drives, memory cards (SD, CompactFlash, Memory Stick, etc) आदि से लगभग सारी फिल्स रेकोवेर कर देता है। यह बुरी तरह से formated डिस्क और यहाँ तक की बाद secotr से भी फाइल recover कर लेता है। यह FAT12 (floppy disks), FAT16 (older memory cards), FAT32 (newer memory cards and hard disks), NTFS (newer hard disks), और exFAT (Microsoft’s new successor to FAT32) सभी तरह के फाइल सिस्टम पर काम करता है।

९. Disk Space Fan -

डिस्क स्पेस analysis करने का बेहतरीन टूल। यह डिस्क स्पेस फ्री करने में भी मदद करता है। यह डिस्क स्पेस को सुन्दर से ग्राफ चार्ट के साथ दिखता है जहा आप किसी भी फाइल और फोल्डर को आराम से खोज सकते है।

१०. DisplayFusion -

यह multi monitor यूज़ करने वालो का लाइफ बहुत सिम्प्ले बना देता है। इसमें बहुत powerful feature है जैसे की Multi-Monitor Taskbars, TitleBar Buttons and fully customizable HotKeys आदि।


इस बार इतना ही। जल्द ही बाकि बचे "D" के सॉफ्टवेयर  के साथ हाज़िर हूँगा। तब तक आप इन सारे सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करे।

14 जनवरी 2013

कंप्यूटर गेम्स के शोकिनो के लिए

जपाक डॉट कॉम
zapak


नमस्कार मित्रों आज आपके लिए उपयोगी वेबसाइट सीरीज में लेकर आया हूँ,  एक अच्छी सी कंप्यूटर गेम्स साईट।

अगर आप कंप्यूटर गेम्स के शोकीन है, तो आपके लिए बहुत कुछ भारत का सबसे बड़ा गेमिंग पोर्टल आपके लिए न सिर्फ गेम्स लायें हैं बल्कि साथ में ई-मेल सुविधा भी उपलब्ध है। बस ज़ूम से वेबसाइट खोलिए और हो जाइये तैयार गेम खेलने के लिए। क्योंकि इस वेबसाइट में आपको ऑनलाइन गेम खेलने और डाउनलोड दोनों की सुविधा मिलती है, और इस वेबसाइट पर आप अपने फेसबुक अकाउंट से लोगिन कर सकते है।

एक बार जरूर ये वेबसाइट इस्तेमाल करके देखे और अपने अनुभव जरुर बताएं ..धन्यवाद


 वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करें ..

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01 फ़रवरी 2012

माई कंप्यूटर के राइट क्लीक मेन्यू में जोड़ें Add/Remove Programs का विकल्प



अगर आप  माई कंप्यूटर के राइट क्लीक मेन्यू में  Add/Remove Programs का विकल्प चाहते हैं तो आपको निम्न कोड कॉपी करके नोटपेड पर पेस्ट करना है , और इसे सेव करें Add-Remove Programs.reg

ध्यान रखें सेव करते समय .reg जरुर लिखें , अब इस सेव की हुई रजिस्ट्री फ़ाइल पे डबल क्लिक करें , अब yes और no का विकल्प मिलेगा आप इसे yes करें, आप माई कंप्यूटर के राइट क्लीक मेनू में Add/Remove Programs पाएंगे। ये ट्रिक विंडो xp के लिए है।


कोड ->


Windows Registry Editor Version 5.00
[HKEY_CLASSES_ROOT\CLSID\{20D04FE0-3AEA-1069-A2D8-08002B30309D}\shell\Add/Remove Programs\command]
@="control appwiz.cpl"



10 अक्तूबर 2018

क्लाउड स्टोरेज क्या है? और प्रचलित सर्विस कौनसी है?

What Is Cloud Storage
Cloud Storage

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पर, पिछली पोस्ट में आप जान चुके हैं ब्लॉग क्या है? और इ-कॉमर्स क्या है? आज जानेंगे क्लाउड स्टोरेज के बारे में।

क्लाउड स्टोरेज :

क्लाउड स्टोरेज एक तरीके का सर्विस मॉडल है जहाँ डाटा, यूजर को नेटवर्क के माध्यम से प्रदान किया जाता है और डाटा को रिमोटली ही मैनेज, सार-संभाल और बैकअप लिया जाता है।क्लाउड स्टोरेज, डाटा स्टोरेज का एक मॉडल है, जहाँ डिजिटल डाटा लॉजिकल पूल में स्टोरेज किया जाता है। फिजिकल डाटा वातावरण को एक होस्टिंग कम्पनी सम्भालती है। यह इन कंपनियों की जिम्मेदारी है की फिजिकल वातावरण सुचारू रूप से चलता रहे, डाटा हमेशा उपलब्ध रहे और सुरक्षित रहे। ग्राहक और कम्पनियां अपना डाटा या एप्लीकेशन को स्टोर करने के लिए इस डाटा सर्विस को खरीद सकते हैं।

क्लाउड स्टोरेज को पास में रखे हुए कंप्यूटर, वेब एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) या इस API का इस्तेमाल करने वाली एप्लीकेशन, जैसे की क्लाउड डेस्कटॉप स्टोरेज, क्लाउड स्टोरेज गेटवे या वेब आधारित कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। साधारण भाषा में समझे तो क्लाउड स्टोर अपने लिए ऑनलाइन हार्ड डिस्क की तरह है वहां हम कंप्यूटर की तरह डाटा सेव कर सकते हैं, और जब चाहे जहा चाहे उस 
डाटा को इस्तेमाल कर सकते है, बस आपका इंटरनेट ऑन होना चाहिए।

कुछ प्रचलित क्लाउड स्टोरेज सर्विस :

Cloud Storage Service
Cloud Storage Service

* गूगल ड्राइव - गूगल क्लाउड, स्टोरेज के साथ ऑफिस टूल भी प्रदान करता है। इसमें वर्ड प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, प्रजेंटेशन बिल्डर और 15 गीगाबाईट (GB) का स्टोरेज स्पेस मिलता है। अगर आपके पास गूगल अकाउंट है, तो आप आसानी से गूगल ड्राइव का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस 15 गीगाबाईट स्टोरेज में आप डाक्यूमेंट्स, चित्र, फोटोशोप फ़ाइल, पीडीएफ फ़ाइल इत्यादि अपलोड कर सकते हैं।

* माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव - यह माइक्रोसॉफ्ट का उत्पाद है, जो विंडोज 8 या विंडोज 10 इस्तेमाल करते हैं, उनको वन ड्राइव विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में सम्मिलित मिलता है। हालाँकि इसका मतलब ये नही की विंडोज 7 या विंडोज xp वाले इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते आपको बस माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव की डेस्कटॉप एप डाउनलोड करनी होगी, एंड्राइड के लिए भी प्ले स्टोर से एप इनस्टॉल करनी होगी अगर विंड़ोज फोन है तो भी 
आप एप इनस्टॉल करके इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

* ड्राप बॉक्स - यह मेरा सबसे पसंदीदा क्लाउड स्टोरेज है क्योंकि इसका इंस्टालेशन आसान है, यह भरोसेमंद है और इस्तेमाल करने में भी एकदम आसान है। इसको इस्तेमाल करने के लिए आप इस पर अपनी id बनाकर इसकी एप डाउनलोड कर लें, आपके कंप्यूटर में इसका एक अलग फोल्डर बन जायेगा, अब जो फाइल आप क्लाउड स्टोरेज में रखना चाहते है वो फाइल उस फोल्डर में कॉपी कर दे और भूल जाएँ, आप अपना कोई भी काम जारी रखें इंटरनेट ऑन होते ही बैकग्राउंड में ये एप चलती रहती है और आपकी फ़ाइल अपलोड होती रहती है। ड्रापबॉक्स में रखी फ़ाइल आप कहीं से भी एक्सेस कर सकते है इसके लिए आपको ड्रापबॉक्स की वेबसाइट पे जाकर लॉग इन (Log in) करना होगा। यह विंडोज, मैक, एंड्राइड और लिनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए उपलब्ध है।

* बॉक्स - ये भी एक चर्चित क्लाउड सर्विस है , बॉक्स पर व्यक्तिगत मुफ्त अकाउंट के लिए कोई भी साइन अप (Sign UP) कर सकता है। इसकी खास बात ये है की जहाँ दुसरे क्लाउड स्टोरेज सिर्फ फ़ाइल स्टोरेज की सुविधा देते हैं वहीं बॉक्स में आप फ़ाइल दुसरे यूजर के साथ शेयर कर सकते हैं, किसी को काम दे सकते हैं और फ़ाइल में हुए बदलाव की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

क्लाउड स्टोरेज में विभिन प्रकार की डिवाइस पर आपका कार्य/फ़ाइल को सिंक्रोनाइज करने की लचीली सुविधा प्रदान करता है। अधिकतर सभी मुख्य क्लाउड स्टोरेज प्लेटफार्म ऑफिस एप्लीकेशन टूल्स को अंतर्निहित इनस्टॉल रखते हैं जिसकी वजह से आप अपनी फाइल्स को कहीं से भी क्रिएट, एडिट,  ड्राफ्ट व पब्लिश कर सकते हैं।

इन सभी क्लाउड स्टोरेज के लिंक नाम में ही है।

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12 अक्तूबर 2018

वेबसाइट क्या है? इसके कितने प्रकार है?

What is a website? How many types are it?
Website

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका , पिछली पोस्ट में आपने पढ़ा ब्लॉग क्या है? इ-कॉमर्स क्या है? क्लाउड स्टोरेज क्या है? यूआरएल क्या है? यदि आपने नही पढ़ा तो यहाँ क्लिक करे सभी पोस्ट एक ही जगह मिल जाएगी, आज आपको बताऊंगा वेबसाइट और उसके प्रकार के बारे में।

वेबसाइट क्या है?


एक वेबसाइट, वर्ल्ड वाइड वेब (www) फाइलों का एक सबंधित संग्रह है, जिसमे साथ में एक पेज भी होता है जिसे होमपेज कहते हैं। एक होमपेज वो पेज होता है जो किसी भी वेबसाइट को एक्सेस करने पर सबसे पहले खुलता है। प्राय: कोई भी कम्पनी या एक व्यक्ति जिसकी वेबसाइट होती है वो आपको अपनी वेबसाइट के होमपेज का पता (एड्रेस) देता है क्योंकि होम पेज के द्वारा आप पूरी वेबसाइट को नेविगेट कर सकते हैं और किसी भी पेज पर पहुंच सकते हो।

वेबसाइट से कई कार्य किये जा सकते हैं, वेबसाइट किसी की निजी वेबसाइट भी हो सकती है या फिर एक वाणिज्यिक वेबसाइट हो सकती है, एक सरकारी वेबसाइट या एक गैर-लाभकारी संगठन वेबसाइट हो सकती है। वेबसाइट एक व्यक्ति, एक व्यापार या अन्य संगठन का काम हो सकता है, और आमतौर पर एक वेबसाइट एक विशेष विषय या उद्देश्य के लिए समर्पित होती है। किसी भी वेबसाइट पर किसी अन्य वेबसाइट के लिए एक हाइपरलिंक शामिल कर सकते हैं।

वेब पेजेज को अलग-अलग आकार की कंप्यूटर आधारित एवं इंटरनेट सक्षम डिवाइस के द्वारा देखा या एक्सेस किया जा सकता है, जैसे डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप, पीडीए एवं मोबाइल फोन्स। एक वेबसाइट एक कंप्यूटर सिस्टम पर होस्ट किया जाता है जिसे वेब सर्वर कहते हैं, जिसे एचटीटीपी (HTTP) सर्वर भी कहा जाता है। HTTP के बारे में जानने के लिए ब्लॉग की पिछली पोस्ट पर जाएँ या यहाँ क्लिक करें।

वेबसाइट के प्रकार :

वेबसाइटों को व्यापक श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है।

स्थिर (Static) : स्टेटिक साइटों की इन्फोर्मेशन स्थिर होती है एवं यूजर के संवाद (इंटरेक्शन) की अनुमति नहीं डी जाती है।

गतिशील (Dynamic) : डायनामिक साईट वेब 2.0 का हिस्सा है, और इस साईट के मालिक और साइट आगंतुकों के बीच संवाद के लिए अनुमति देते हैं। उदाहरण के लिए ब्लॉग डायनामिक वेबसाइट का रूप है।

आजकल अधिकांश कॉर्पोरेट वेबसाइट डायनामिक होती है जो बेहतर ग्राहक संवाद और उपभोक्ता व्यवहार की सटीक ट्रेकिंग में मदद करती है। 

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13 अक्तूबर 2018

वेब ब्राउज़र क्या हैं? लोकप्रिय ब्राउज़र कौनसे हैं?

About Browser
Popular Browser
नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पर। आज की पोस्ट में बताऊंगा ब्राउज़र और उसके प्रकार आज की पोस्ट उनके लिए है जो अभी इंटरनेट पर नए है, क्योंकि बाकि तो सभी जानते हैं की ब्राउज़र क्या है?

ब्राउज़र (Browser) एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो वर्ल्ड वाइड वेब पर कंटेंट को खोजने, प्राप्त करने (retrieve)एवं प्रदर्शित करने (display) में उपयोग में आती है, जैसे इमेजेज,वेब पेजेज, विडिओ कंटेंट्स आदि। एक क्लाइंट/सर्वर मॉडल की तरह, ब्राउज़र एक क्लाइंट की तरह काम करता है, जो यूजर के कंप्यूटर पर रन होता है। ब्राउज़र वेब सर्वर को संम्पर्क (कांटेक्ट) करके इन्फोर्मेशन रिक्वेस्ट करता है। उसके बाद वेब सर्वर इन्फोर्मेशन प्राप्त करके वापिस इन्फोर्मेशन वेब ब्राउज़र को भेज देता है, ब्राउज़र इस इन्फोर्मेशन को प्रोसेस करके कंप्यूटर पर डिस्प्ले कर देता है।

आज के ब्राउज़र अत्याधुनिक है एवं पुरी तरह से कार्यात्मक (fully functional) सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो वेब सर्वर पर होस्टेड वेब पेजेज, एप्लीकेशन, जावा स्क्रिप्ट एवं अन्य तरह के कंटेंट्स को प्रोसेस और प्रदर्शित कर सकते हैं। वेब ब्राउज़र एक यूजर इंटरफेस, लेआउट इंजन, रेंडरिंग इंजन, जावा स्क्रिप्ट इंटरप्रेटर, यूजर इंटरफेस बेक एंड, नेटवर्क एवं डाटा कम्पोनेंट्स से मिलकर बनता है।

अधिकांश प्रमुख वेब ब्राउज़र के यूजर इंटरफेस में कुछ समान अवयव होते हैं जिनके नाम अलग-अलग ब्राउज़र में अलग-अलग हो सकते हैं।

ये अवयव (एलेमेंट्स) निम्नलिखित हैं :

* पीछे और आगे के बटन्स (बैक व फोरवर्ड बटन्स) : क्रमश: पिछले या आगे के संसाधन में जाने के लिए।
* एक रिफ्रेश या रीलोड बटन, मौजूदा संसाधन (रिसोर्स पेज) को फिर से लोड करने के लिए।
* एक स्टॉप बटन, रिसोर्स लोडिंग रद्द करने के लिए। कुछ ब्राउज़रों में, स्टॉप बटन को रीलोड के साथ विलय कर दिया जाता है, मतलब जब आप रीलोड बटन को दबाते है तभी स्टॉप बटन दिखाई देता है स्टॉप करने के लिए।
* एक होम बटन, यूजर (उपयोगकर्ता) के मुख्य पृष्ठ (होमपेज) पर लौटने के लिए।
* एक एड्रेस बार जो वांछित संसाधन या पेज का यूनिफार्म रिसोर्स आइडेंटिफायर (Uniform Resource Identifier - URI) इनपुट करने में काम आती है।
* एक सर्च इंजन में इनपुट शब्दों के लिए एक सर्चबार। कुछ ब्राउज़रों में, सर्च बार को एड्रेस बार के साथ विलय कर दिया जाता है। 
* एक स्टेट्स बार जो संसाधन या पेज को लोड करने में प्रगतिं प्रदर्शन करती है, साथ में जूमिंग बटन्स भी होते हैं।
* व्यूपोर्ट, ब्राउज़र विंडो के अंदर वेबपेज के दृश्य क्षेत्र।
* एक पेज के लिए HTML सोर्स (स्रोत) को देखने की क्षमता।
* प्रमुख ब्राउजरों में एक वेब पेज के अंदर खोज करने के लिए इंक्रीमेंटल फाइंड फीचर भी होता है।
* अधिकतर ब्राउजर HTTP सिक्योर को सपोर्ट करते हैं और वेब कैश, डाउनलोड हिस्ट्री को नष्ट करने के लिए त्वरित और आसान तरीके प्रस्तुत करते हैं।

वर्तमान में दो सबसे ज्यादा लोकप्रिय ब्राउज़र है - माइक्रोसॉफ्ट इन्टरनेट एक्स्प्लोरर / माइक्रोसोफ्ट एज और गूगल क्रोम। अन्य प्रमुख ब्राउज़रों में मोजिला फायरफॉक्स, एप्पल सफारी और ओपेरा शमिल है। 
क्रोम ब्राउज़र को डिफॉल्ट ब्राउज़र के रूप में सेट रखना चाहिए क्योंकि यह गूगल आधारित अन्य सेवाओं के साथ सहज एकीकरण (सीमलेस इंटीग्रेशन) के कारण और अधिक सुविधाजनक बन जाता है। सभी ब्राउज़र के डाउनलोड लिंक नाम में ही है।

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04 अप्रैल 2012

काम के फ्री सोफ्टवेयर a to z भाग -१



आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ फ्री सॉफ्टवेयर की लिस्ट,  डाउनलोड लिंक इसके नाम मैं हि है।

१. AbiWord
यह एक multi - platform , word processing प्रोग्राम है जो MS Word के बराबर है। यह word processing के अलग अलग task करने में इस्तेमाल  होता है।

२. Active ISO Burner -
यह सॉफ्टवेयर आपको CD-R, DVD-R, DVD+R, CD-RW, DVD-RW, DL DVD+RW, HD DVD और Blu-ray Disc आदि पर ISO Image लिखने की सहूलियत देता है।

३. Absolute Uninstaller -
यह सॉफ्टवेयर widows Add remove program की तरह काम करता है लेकिन उससे ज्यादा Powerfull है। Widows Add remove प्रोग्राम आपके किसी प्रोग्राम को पूरी तरह uninstall नहीं करता है। पीछे टूटे हुए रजिस्ट्री keys और अनावश्यक  files हार्ड डिस्क में छोड़ देता है। यह JUNK FILES आपके सिस्टम को स्लो कर देते है। ये सॉफ्टवेयर सेकंडो में किसी प्रोग्राम को पूरी तरह से uninstall करता है और न कोई JUNK फाइल छोड़ता है। User frndly है और सिस्टम के performance को बढ़ता है।

४. Ad Aware Free -
Adware और Spyware हटाने का बहुत अच्छा application ।

५. Adobe Flash Player -
एक Browser Add ऑन जो आपको online video देखने में मदद करे।

६. Adobe Shockwave Player -
एक Browser add ऑन जो मदद करे interactive web content देखने में जैसे की Gmaes , business presentation , entertainment , advertisement आदि को देखने में मदद करे।

७. Agent Ransack -
हार्ड डिस्क के किसी भी फाइल और फोल्डर खोजने का काफी तेज़ तरीका। फाइल खोजते वक्त ये सॉफ्टवेयर उसके अन्दर के टेक्स्ट को भी दिखाता है जिससे की आप जल्दी अपने फाइल को देख सके बिना हर फाइल खोले हुए।

८. Alltoavi -
ये प्रोग्राम omg और mkv फाइल को avi में बदलता है।

९. AnVir Task Manager Free -
ये सॉफ्टवेयर विंडोज  ७ के टास्क मैनजर का replacement है जो की ज्यादा detail information देता है।

१०. Any Video Converter Free -
All in one video converting टूल जो की आसानी से इस्तेमाल होने वाला , तेज़ converting स्पीड के साथ है और काफी अच्छी  विडियो क्वालिटी देता है। ये सॉफ्टवेयर लगभग हर video फॉर्मेट पर काम करता है।

११. A Patch -
Windows Live Messenger के लगभग हर version को customize करता है। ७० से भी ज्यादा फीचर ।

१२. A-Squared Free -
Trojans, Spyware, Adware, Worms, Keyloggers, Rootkits, Dialers और दुसरे malicious प्रोग्राम्स को हटाने में मदद करता है।

१३. ASTRA32 -
ASTRA32 (Advanced Sysinf Tool & Reporting Assistant), कंप्यूटर के configuration का analysis करता है और कंप्यूटर के hardware और इसके working modes का डिटेल information देता है। यह विस्टा  सिस्टम इनफोर्मेसन का एक अल्टरनेटिव  भी है।

१४. Audacity -
यह फ्री, easy to use ऑडियो रेकॉर्डर और एडिटर है। आप इसका इस्तेमाल यहाँ भी कर सकते है-
लाइव ऑडियो को रिकॉर्ड करने में
टेप और रिकॉर्ड को डिजिटल रेकॉर्डिंग में कन्वर्ट करने में
Mp3 , WAV और AIFF फाइल को एडिट करने में
साउंड मिक्सिंग में
रेकॉर्डिंग की पिच और स्पीच चेंज करने में
और भी बहुत कुछ। सारे फीचर  जानने के लिए यहाँ क्लीक करे।

१५. Auslogics Disk Defrag -
ये आपके हार्ड डिस्क को डीफ्राग करता है। डीफ्राग करते वक़्त ये आपको एक प्रोसेस ग्राफ दिखता है जिससे आपको पता चल सकता है की अभी क्या हो रहा है। और साथ में आपको पूरा डिटेल रिपोर्ट भी देता है।

१६. AutoRuns -
यह सॉफ्टवेयर आपको दिखता है की सिस्टम बूट अप या लोग इन के दौरान कौन सा प्रोग्राम कॉन्फ़िगर्ड हुआ है। और साथ में विंडोज प्रोसेस की सारी entries भी दिखता है ।
नोट: इस सॉफ्टवेयर को आपको Run As Administrator चलाना होगा।

१७. Avast Free Antivirus -
एक फ्री Anti Virus प्रोग्राम जो ऑटो अपडेट होता है।इसमे anti spyware और Anti rootkit protection भी होता है।

१८. Avira AntiVir Personal -
एक और Anti Virus सॉफ्टवेयर।

१९. AVG Antivirus -
एक और फ्री Anti Virus सॉफ्टवेयर जो ऑटो अपडेट होता है।

२०. AxCrypt -
एक फ्री ओपन सौर्स का फाइल Encryption प्रोग्राम।

"A" का सॉफ्टवेयर समाप्त। अगली बार "C" के सॉफ्टवेयर की बाते करेंगे ।

25 अगस्त 2012

अब लें वाद्ययंत्र का मज़ा अपने कंप्यूटर पर (अद्यतन प्रविष्टि)

Electronic Piano 2.5
Electronic Piano

मित्रों इस सॉफ्टवेयर के सहायता से आप संगीत अपने कंप्यूटर पर ही बजा सकते है।

संगीत वाद्ययंत्र जैसे:-

गिटार,सेक्सोफोन,वायलिन,बांसुरी और भी अनेको तरह के वाद्ययंत्रों का मज़ा ले सकते है।
इसका नाम है इलेक्ट्रोनिक पियानो है।
और मात्र 2.20 mb का है।
डाउनलोड यहाँ से करें




16 मई 2012

इन्टरनेट की स्पीड बढाने वाला छोटा सा टूल

मित्रों आज पेश है आपके इन्टरनेट की स्पीड बढाने वाला छोटा सा टूल, जो आपकी इन्टरनेट स्पीड को 5 गुना तक बढा (increase) देगा ...

डाउनलोड करे यह सॉफ्टवेयर और इंस्टाल करने के बाद आपके कंप्यूटर की C:\Program Files\Cablenut में जाकर Cabelnut Adjuster को ओपन करे और दी हुई Setting को सेट करे और चित्र में दिए गए Save to Registry पर

22 जनवरी 2012

ऑनलाइन खरीदिए कंप्यूटर लेपटॉप आदि

अगर आप कंप्यूटर या लेपटॉप खरीदने की सोच रहें हैं, तो एक नजर यहाँ डालिए|
यहाँ पर आपको फ्री शिपिंग की सुविधा भी मिलेगी |
वेबसाइट बहुत ही काम की है |

20 दिसंबर 2012

मेमोरी का मानक



नमस्कार मित्रों आज कई दिनों बाद समय मिला है पोस्ट लिखने के लिए तो सोचा कुछ खास तकनीकी बात बता दी जाये।

आज मैं जिक्र कर रहा हूँ मेमोरी का, कंपनी के अनुसार 1*1000 के बराबर 1000 एमबी होता है मतलब 1000 * 1000 = 1000000 केबी
और 1000000*1000 = 1000000000 बाइट जबकि कंप्यूटर की गणना के अनुसार

1000000000/1024 = 976562.5 केबी,
976562.5/1024 = 953.67 एमबी,
953.67/1024 = 0.93जीबी


कंपनियों द्वारा हार्ड डिस्क का मानक

1केबी = 1000 बाइट
1एमबी = 1000 केबी
1जीबी = 1000 एमबी
1टीबी = 1000 जीबी

कंप्यूटर द्वारा हार्ड डिस्क मानक

1केबी = 1024 बाइट
1एमबी = 1024 केबी
1जीबी = 1024 एमबी
1टीबी = 1024 जीबी

यही कारण है की 1 जीबी की रेम  हमें 0.99 जीबी दिखाई देती है...

13 दिसंबर 2012

Foxit Reader एक छोटा सा और गतिशील टूल

आप पिडीएफ फाइल खोलने के लिए कौनसा रीडर इस्तेमाल करते हैं , आपका जवाब होगा अडोब पिडीएफ़ रीडर, लेकिन ये भारी सोफ्टवेयर है, क्या आप नहीं चाहते की एक हल्का सा सोफ्टवेयर हो जो आपके कंप्यूटर पर अनावश्यक वजन न डाले, बस इसी का हल है Foxit PDF Reader..

यह उपयोग में आसान है और साइज़ भी छोटा है...

01 सितंबर 2013

एक हल्का सा स्क्रीन केप्चर और इमेज एडिटर

 
PicPick
PicPick

कई बार आपको स्क्रीन केप्चर की आवश्यकता महसूस होती है, वैसे तो ये सुविधा आपकी विन्डोज़ में होती है लेकिन साथ-साथ थोडा बहुत एडिट भी करना हो तो PicPick आपके काम आयेगा।
यह ग्राफिक डिजाइनर और घरेलू उपयोगकर्ताओं के अनुकूल और अपनी छवि बनाने के लिए सुविधाओं से युक्त हैं, PicPick सम्पूर्ण विशेषताओं सहित सभी प्रोग्राम में केप्चर लेने की सुविधा प्रदान करता है, और ये हल्का और एक अच्छा छवि सम्पादक भी है। इसमें एक color picker, color palette, pixel- ruler, protractor, crosshair और एक  whiteboard है।

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