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09 अक्तूबर 2018

इ-कॉमर्स क्या है? पुरी जानकारी मिलेगी यहाँ।

What is e-commerce
इ-कॉमर्स 
नमस्कर मित्रों , आज जानेगे इ-कॉमर्स क्या है और इसके प्रकार और उपयोग के बारे में आजकल इ-कॉमर्स का प्रचलन अधिक है तो सोचा क्यों ना इस पर एक पोस्ट हो जाए।

इ-कॉमर्स (इलेक्ट्रोनिक कॉमर्स) :
किसी भी समान को इलेक्ट्रोनिक माध्यम (मुख्य रूप में इंटरनेट) से खरीदा या बेचा जाये उसे इ-कॉमर्स कहते हैं। ऑनलाइन रिटेल बहुत आरामदायक होता है क्योंकि एक तो वह 24 घंटे उपलब्ध रहता है, वैश्विक स्तर पर उपलब्ध होता है और आमतौर पर अच्छी ग्राहक सेवा प्रदान करता है।

ई-कॉमर्स व्यपार में निम्नलिखित विशेषताएं होती है :

* ऑनलाइन शौपिंग साईट, खुदरा बिक्री -सीधे ग्राहक के लिए।
* बेचने वाला ऑनलाइन बाजार (मार्केटप्लेस) में भाग ले सकता है जो की व्यापार ग्राहक, या ग्राहक - ग्राहक बेचने का माध्यम प्रदान करता है।
* व्यापार - व्यापार (Business 2 Business) खरीदना और बेचना। 
* डेमोग्राफी डाटा को एकत्रित करना (सोशल मिडिया और वेब कॉन्टेक्ट्स द्वारा)
* B2B इलेक्ट्रोनिक डाटा एक दुसरे से आदान-प्रदान करना।
* ईमेल और फेक्स के द्वारा क्लाइंट्स और सबंधित ग्राहकों को पाने के लिए मार्केटिंग करना (उदाहरण के लिए - समाचार पत्र)

इ-कॉमर्स के प्रकार :

* प्योर (pure)-क्लिक या प्योर-प्ले संस्थाएं - जिन्होंने बिना किसी पुरानी चल रही संस्था के, बस एक साईट शुरू कर दी है।
* बिक्र-एंड-क्लिक संस्थाएं - वह चल रही संस्था होती है जिसने इ-कॉमर्स के लिए साइट लांच की है।
* क्लीक-टू-बिक्र संस्था - यानी ऑनलाइन विक्रेता जिसने बाद में कुछ जगहों पर दुकान खोली हो।

कई प्रकार की इ-बिक्री हो सकती है, जैसे :

* व्यापार से ग्राहक (Business 2 Consumer) -: कम्पनी सीधे अपना समान उपभोगकर्ता को बेचती है। B2C वेब शॉप्स आमतौर पर सभी विसिटर्स के लिए खुली होती है। उदाहरण है  अमेजोन

* व्यापार से प्यापार (Business 2 Business) -: कम्पनी बिना सीधे ग्राहक को बेचे, सीधे दुसरी कम्पनी को सामान बेचती है। इनके ऑनलाइन साईट पर लॉग इन करना पड़ता है। इस प्रकार की साइट्स पर आमतौर पर ग्राहक के हिसाब से दाम, डिस्काउंट और माल की छंटनी होती है। उदाहरण है अलीबाबा

* ग्राहक से व्यापार (Consumer 2 Business) -: यहाँ ग्राहक अपना सामान ऑनलाइन बेचने के लिए लगा देता है जहाँ कम्पनी बोली लगा सकती है। ग्राहक इन बोलियों को देख सकता है और अपने हिसाब से कम्पनी चुन कर माल बेच सकता है।

* ग्राहक से ग्राहक (Consumer 2 Consumer) -: ग्राहक अपने माल को दुसरे ग्राहक को बेचता है इसका बेहतरीन उदाहरण है ईबाय

* मोबाईल कॉमर्स (mCommerce) -: मोबाइल या पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट (PDA) के द्वारा माल को खरीदने या बेचने को मोबाइल कॉमर्स कहते हैं। अगली पीढ़ी कही जाने वाले इस इ-कॉमर्स में यूजर को इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए किसी प्लग में तार नहीं लगाना पड़ता।

इ-कॉमर्स की सबसे सबसे बड़ी विशेषता है बिना किसी ज्यादा फाइनेंसियल इन्वेस्टमेंट के उसका वैश्विक होना, इस तरह के कॉमर्स के लिए कोई जमीनी बाध्यता नहीं है। ग्राहक वैश्विक तौर पे चुन सकते है, सभी बेचने वालों की तुलना कर सकते हैं बिना उनकी वर्तमान भौगोलिक स्थिति के। सीधे ग्राहक को कम्पनी से मिला देने के गुण से इ-कॉमर्स ने बिचोलियों के लिए कोई काम नहीं छोड़ा है, कुछ जगह है भी तो काफी कम। इस प्रकार कम्पनी और ग्राहक के बीच सीधा तार जुड़ जाता है, जिससे कम्पनी ग्राहक को उसके उत्पाद और सर्विस प्रदान कर सकती है। 

इ-कॉमर्स कम्पनी ग्राहक को बेहतर उत्पाद, बेहतर आफ्टर-सेल्स-सर्विस देती है जो ग्राहक को और करीब ले आता है। इससे प्रतिस्पर्धा भी बढती है। कीमत में आकर्षक कमी, इ-कॉमर्स की एक महत्वपूर्ण विशेषता है, इ-कॉमर्स नए तरीकों से ग्राहकों के पास एक 24 घंटे खुला रहने वाला वर्चुअल स्टोर बन गया है।

इ-कॉमर्स के प्रयोग : सबसे प्रचलित इ-कॉमर्स एप्लीकेशन है:

खुदरा एवं थोक व्यापार : खुदरा और व्यापार में इ-कॉमर्स के कई इस्तेमाल है। इ-रिटेलिंग या ऑनलाइन रिटेल, व्यापार से ग्राहक को माल इलेक्ट्रोनिक कैटेलोग और शौपिंग कार्ट मॉडल के माध्यम से बेचना है। एक साइबर मॉल या इ-मार्केटप्लेस ग्राहक और सेलर को एक वर्चुअल स्पेस में (एक वेब ब्राउज़र के द्वारा)आकर्षित करते हैं।

प्रचार : ग्राहक के व्यवहार, जरूरत और खरीदने के तरीके की जानकारी वेब और इ-कॉमर्स द्वारा जुटाई जा सकती है। यह प्रचार कार्यों जैसे कीमत तय करना, मोल-भाव करना, उत्पाद के फीचर में बदलाव एवं ग्राहक के साथ सम्बन्धों में मदद करता है।

फाइनेस : इस प्रकार की कम्पनिया इ-कॉमर्स का काफी उपयोग करती है। ग्राहक समस्त सेवाएं जैसे खाते का बैलेंस चेक करना, पेमेंट ट्रांसफर करना, अपने बिल जमा करना इ-बैंकिंग या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से आसानी से कर सकते है। इ-कॉमर्स का एक अन्य उपयोग ऑनलाइन स्टॉक लें-देंन भी है। काफी साइट्स कम्पनियों के प्रोफाइल एवं उसके स्टॉक/शेयर के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाती है।

मेन्युफैक्चरिंग : इ-कॉमर्स किसी कम्पनी के माल ढुलाई के सिस्टम को भी सम्भाल लेता है। कुछ कम्पनिया एक प्रकार का इलेक्ट्रोनिक एक्सचेंज बना लेती है। इसमें सम्मिलित होता है माल का खरीदना-बेचना, व्यापार मार्केटिंग की जानकारी, कार्यालय की जानकारी जैसे इन्वेंटरी कंट्रोल, कच्चा माल एवं तैयार माल की ढुलाई प्रोसेस इस प्रकार से तेज हो जाती है।

बोली (ऑक्शन) : ग्राहक-ग्राहक  इ-कॉमर्स माल के सीधे सीधे ग्राहकों के बीच बेचने को कहते हैं। इसमें इलेक्ट्रोनिक बोली भी शामिल है। बिडिंग एक प्रकार की बोली है जिसमे संभावित ग्राहक माल के लिए ऑनलाइन बोली लगा सकता है।

ऑनलाइन शौपिंग साइट्स :

online shopping
online shopping

आजकल लोगों के पास समय की कमी है और वह अपने काम में अधिक व्यस्त हो गये हैं। किसी अन्य काम के लिए बहुत ही कम समय बचता है और ऐसे में ऑनलाइन शौपिंग ही उनके लिए अच्छा माध्यम बनाता है। स्मार्टफोन के आने से इंटरनेट का उपयोग सरल हो गया है जिससे ऑनलाइन शौपिंग और भी ज्यादा प्रचलित हो गयी है। हिंदुस्तान की कई ऑनलाइन शौपिंग साइट्स इस प्रकार प्रचलित हो गयी है जो ग्राहकों को लुभावने ऑफर देकर आकर्षित करती है।
ऑनलाइन शौपिंग एक तेज, किफायती, आसान और मजेदार अनुभव प्रदान करता है। इसमें खूबियाँ जैसे 24 घंटे शौपिंग, डिस्काउंट कूपन के साथ शौपिंग, घर बैठे शौपिंग, अच्छी गुणवता के उत्पाद इत्यादि।

हिंदुस्तान की प्रमुख ऑनलाइन शौपिंग साइट्स:

online shopping Site
Indian online shopping Site

* फ्लिप्कार्ट.कॉम (अप म्यिन्त्रा के भी मालिक) : 2004 में लगभग 4 लाख रूपये से शुरू, आज 60000 करोड़ रु. का सालाना टर्नओवर, यह एक मार्किटप्लेस है जहाँ किताबों से लेकर इलेक्ट्रोनिक्स, कपड़े, जूते आदि सब कुछ खरीद सकते हैं। यह हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी साईट है।

* अमेजन.इन : यह दुनियाभर में इ-कॉमर्स में अवल्ल है। अब हिंदुस्तान में भी अपने व्यापार को चालू कर दिया है। इस साईट पर सभी प्रकार का सामान किफायती दरों में उपलब्ध है।

* स्नैपडील.कॉम : यह साईट आस पड़ोस के उत्पाद एवं सर्विसेज जैसे मसाज, भ्रमण और रेस्तरा पर बेहतरीन ऑफर देती है। यह साईट अच्छी कीमत और मुफ्त कुरियर सेवा देती है।

* पेटिएम.कॉम : इसकी शुरुआत मोबाइल इ-वॉलेट के द्वारा मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान आदि से शुरू हुई थी। अब ये साईट एक सम्पूर्ण मार्किटप्लेस की तरह सब कुछ बेच रही है। इसकी कम कीमत, इ-वॉलेट के बेहतरीन उपयोग के कारण इस साईट ने बहुत ही कम समय में शीर्ष दस साइट्स में अपनी जगह बना रखी है ।

* जबोंग.कॉम : यह एक फैशन स्टोर है जो की हर आइटम पर अच्छा डिस्काउंट प्रदान करवाता है। कपड़ों और घर की साज-सज्जा के सामान का बेहतरीन संग्रह इस साईट पे मिलता है।

मित्रों ये थी इ-कॉमर्स से जुडी जानकारी, सभी शौपिंग साइट्स के लिंक नाम में ही है, अगले लेख में बताऊंगा क्लाउड स्टोरेज के बारे में।


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13 सितंबर 2018

ऑनलाइन कमायें 5000 रूपये महिना, सिर्फ रोज आधा घंटे का वक्त दे।

OneAd
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नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पे। 

आज का विषय है ऑनलाइन रूपये कैसे कमायें ? 

मित्रों फेसबुक और वाट्सएप्प पे रोज हम ऑनलाइन रहते ही हैं बस इनका सदुपयोग कीजिये। इंटरनेट पे बहुत सी एप है जो रूपये कमाने का वादा करती है, जिनमे से कुछ फेक है और कुछ सही है। अंतर्जाल पे विचरण करते हुए मुझे एक एप मिली जिसका रिव्यू मैंने पढ़ा फिर सोचा की ये एप भी फेक होगी और मैंने इंस्टाल करने का इरादा त्याग दिया। लेकिन कुछ दिनों बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैंने आखिर वो एप इंस्टाल कर ही ली। ये एप एंड्राइड के लिए थी, इंस्टाल करके रजिस्टर क्या तो इसमें मुझे 3 रूपये प्राप्त हुए, उसके बाद एप के सहायता केंद्र में गया कुछ सहायता ली और एप को दिन में 30 मिनट का समय देने लगा आप विश्वास नहीं करेंगे 1 महीने में इस एप से मैंने 5000 रूपये कमा लिए, वो भी सिर्फ दिन का आधा घंटा एप को समर्पित करके। 

आप जरुर जानना चाहेंगे वो एप कौनसी है ? तो मित्रों वो एप है OneAd, इस एप को अधिकतर मित्र पहले ही इस्तेमाल कर चुके हैं वो जानते है की बहुत ही आसानी से इस एप से रुपया कमाया जा सकता है। 

 आपको क्या करना है? 

1. सबसे पहले यहाँ क्लिक करके एप इंस्टाल करें फिर अपने वाट्सएप नम्बर से रजिस्टर करें। 
2. अब आप अपने दोस्तों को इनवाइट करें रेफ़रर कोड डालने को कहें। 
3. अपने हर दोस्त को कहे कि कम से कम 10 सदस्य अपने नीचे एड करे। और उन 10 को कहे कि अपने नीचे कम से कम 10 सदस्य एड करे। 10 सदस्य एड करना मुश्किल नहीं है इतने तो आपके दोस्त या परिवार में ही मिल जाएंगे, इस तरह श्रृंखला बनती जाएगी और आपके खाते में बैलेंस बढ़ता जाएगा। 10 स्टेज तक आप पैसा कमाते रहेंगे। 
4. स्पीनर का विकल्प भी है इसमे उससे भी आप रुपए कमा सकते है। 
5. अपनी प्रोफाइल में जाएँ वहां अपनी बेंक डिटेल एड करें। 

बस रूल फॉलो कीजिये और ऑनलाइन कमाएं। 

मित्रों ये लॉक स्क्रीन एप है, इसका लॉक बन्द ना करें। आपको कुछ नहीं करना बस रोज एप ओपन करना है और रेफ़रर कोड शेयर करना है। कमाए हुए रुपये आप बैंक अकाउंट और पेटीएम में ट्रांसफर कर सकते हैं। शॉपिंग भी कर सकते है। कोई फेक नहीं है एक बार ट्राई जरूर करें। अधिक जानकारी के लिए एप में दिए गए सहायता वीडियो को देखें, आसानी से समझ आ जायेगा। और हाँ जरूरी नहीं की सिर्फ 5000 ही आप प्रत्येक महिना कमां सकेंगे, जैसे-जैसे आपके सदस्य बढ़ते जायेंगे आपके रूपये भी बढ़ते जायेंगे। 

एप हमें रुपया क्यों देती है? 
क्योंकि ये एप एक एडवर्टाइज एप है, और जो एड ये एप हमे दिखाती है उन एप्स डेवलपर से रुपया लेती है उसी में से कुछ मुनाफा हमें देती है।

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16 सितंबर 2018

इमेज को आइकॉन में कन्वर्ट करें इन 5 तरीकों से

नमस्कार दोस्तों, हम अपने ब्लॉग या डेस्कटॉप एप्लीकेशन के लिए कई जगह पर आइकॉन इस्तेमाल करतें है। इस आलेख में में इमेज को आइकॉन में कन्वर्ट करने का तरीका बता रहा हूँ। याद रखें विंडोज में आइकॉन के लिए .ico एक्सटेंसन इस्तेमाल होता है। यदि आप अपनी छवियों को आइकन के रूप में उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको इन छवियों को .ico एक्सटेंशन में बदलने के लिए कुछ सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होगी। आज मैं आपको छवियों को आइकन फ़ाइलों में बदलने के लिए 5 अलग-अलग तरीके बताऊंगा।

डेस्कटॉप के लिए आइकॉन कनवर्टर्स सॉफ्टवेयर। 


सिम्पलीआइकॉन
सिम्पलीआइकॉन
1. सिम्पलीआइकॉन - ये बहुत ही आसान पोर्टेबल एप्लीकेशन है इसे चलाने के लिए आपके पीसी में नेट फ्रेमवर्क 2.0 होना जरूरी है। ये विंडो एप्लीकेशन ड्रग एन ड्राप प्रणाली पर आधारीत है, यानी आप जिस इमेज को आइकॉन में कन्वर्ट करना चाहते है उसे माउस एरो से पकड़ कर एप पे डालोगे तो ये एप 32x32, 24x24 और 16x16 साइज़ का आइकॉन अपने आप ही बना देगी। इस विंडो सॉफ्टवेयर को आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं।


इमेजिकॉन
2. इमेजिकॉन - इमेजिकॉन एक ग्राफिक यूटिलिटी है जो कई छवि फ़ाइलों को परिवर्तित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। आप छवियों को आइकन में कनवर्ट करने के लिए ड्रैग और ड्रॉप सुविधा का भी उपयोग कर सकते हैं।, इससे आप बीएमपी (BMP), जेपीजी ( JPG) या पीएनजी (PNG) छवि प्रारूपों से बीएमपी, जेपीजी, पीएनजी और आईसीओ (.ico)में कन्वर्ट कर सकते हैं। इसे डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।


फ्री इमेज टू आइकॉन

3. फ्री इमेज टू आइकॉन - इस टूल से आप बीएमपी, जेपीजी, मेटाफाइल से ट्रांसपेरेंट आइकन में कनवर्ट कर सकते हैं। आप एक ही समय में एक से बहुत सारी फाइलों को कन्वर्ट कर सकते हैं, आप ट्रांसपेरेंट कलर का चयन भी कर सकते हैं। ईआईपीसी इमेज टू आइकन कनवर्टर का एक अद्भुत इंटरफ़ेस है जिसका उपयोग करना आसान है। डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

ऑनलाइन इमेज को आइकॉन में कनवर्ट करने के लिए वेब सेवाएं।


ico कन्वर्ट
1. ico कन्वर्ट - इस वेबसाइट पर आप फ्री में आइकॉन और फेविकोन बना सकते हैं। इसके साथ आप पीएनजी या जेपीजी छवियों से आइकन बना सकते हैं, बस अपनी तस्वीर अपलोड करें, आकार बदलें और इसे क्रॉप करें, अपनी पसंद के आकार में कनवर्ट करें, इसमें आप बोर्डर और छाया जोड़ें और सेव करें पीएनजी छवि या विंडोज आइकन के रूप में। पीएनजी को आईसीओ में और आईसीओ को पीएनजी में जल्दी परिवर्तित करने के लिए बिना क्रॉप और स्टाइल के प्रक्रिया पूरी करें। वेबसाइट पे जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

इमेज ऑनलाइन कन्वर्ट 
2. इमेज ऑनलाइन कन्वर्ट - इस साईट पर हर इमेज फोर्मेट को कन्वर्ट करने के टूल है लेकिन आपको इमेज से आइकॉन कन्वर्ट करना तो यहाँ जाएँ। बस अपनी इमेज अपलोड करें और स्टार्ट कन्वर्शन पे क्लिक करें। वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

आशा करता हूँ आपको ये आलेख पसंद आया होगा।

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21 फ़रवरी 2014

क्लाउड कम्यूटिंग


 क्लाउड कम्यूटिंग
 क्लाउड कम्यूटिंग
मित्रों आजकल कंप्यूटर के क्षेत्र में 'क्लाउड कम्यूटिंग' का प्रयोग अत्यधिक सुनने में आता है। 'क्लाउड कम्प्यूटिंग' वास्तव में इन्टरनेट आधारित और कम्प्युटर एप्लीकेशन का प्रयोग है। 'गूगल एप्स' इसका एक उदाहरण है जो कई प्रकार की सेवाएं अर्थात बिजनेस एप्लीकेशन ऑनलाइन उपलब्ध कराता है। इन्टरनेट का प्रयोग कर इस तक पहुंचा जा सकता है। इन्टरनेट पर सर्वरों में जानकारियां (अनुप्रयोग,वैबी पैजिस, प्रोग्राम इत्यादि सभी) सदा सर्वर के लिए भंडारित रहती है और ये उपयोक्ता के डेस्कटॉप, नोटबुक, गेमिंग कंसोल इत्यादि पर आवश्यकतानुसार इंटरनेट द्वारा अस्थायी रूप से प्रयुक्त की जाती है। सरल शब्दों में इन्टरनेट के माध्यम से कम्प्युटर से सबंधित सभी काम ऑनलाइन करने को ही क्लाउड कम्प्यूटिंग कहा जाता है अर्थात वैब सेवा प्रदान करने वालों के सर्वरों पर आप अपने सभी कार्य निपटा सकते हैं। आप वर्ड फ़ाइल, फोटो से लेकर वीडियो आदि अपना सारा डाटा इन सर्वरों में ही सेव कर सकते है। अब डाटा स्टोर करने के लिए हार्ड डिस्क या मैमोरी कार्ड की चिंता नहीं होगी।

इन्टरनेट वास्तव में विश्वभर के एक साथ जुड़े कम्प्यूटरों तथा सर्वरों का एक विशाल तन्त्र है जिनमें सम्पर्क स्थापित करने के लिए एक जैसी तकनीक का प्रयोग किया जाता है। कम्प्यूटरों तथा सर्वरों के इस जाल में प्रयोग होने वाली सारी जानकारी तथा इसकी विश्वभर में पहुँच को ही 'क्लाउड कम्प्यूटिंग' कहा जाने लगा।

वैब सर्च इंजिन हो या अन्य साईट, सभी क्लाउड कम्प्यूटिंग के माध्यम से ही यूजर तक पहुँचती है। क्लाउड कम्प्यूटिंग के माध्यम से ही विश्वभर की खबर कुछ ही समय में अद्यतन हो जाती है। जब आप इंटनेट पर कुछ भी सर्च करते है तो ये मांग भी क्लाउड कम्प्यूटिंग के माध्यम से हि पूरी होती है। सवाल सीधे सर्वरों पर पहुँचता है। ढेरों सर्वर आपस में जुड़े होने के कारण सूचनाओं का आदान-प्रदान पलों में हि हो जाता है। सरंक्षित डाटा में से उतर तलाश कर सबसे पहले सर्वर वेबसाईट का प्रारूप तेयार करते है और इन्हें एक पेज के रूप में फोर्मेट करते हैं तथा इस पेज को आपके पास भेज देते है। यह प्रक्रिया एक सेकेण्ड से भी कम समय में पूरी हो जाती है।

सोसल नेटवर्किंग साइट्स ट्विटर और फेसबुक इत्यादि भी क्लाउड कम्प्यूटिंग के आधार पर ही सेवा प्रदान करती है। फ़ाइल शेयरिंग से जुड़े कार्य भी क्लाउड कम्प्यूटिंग के अंतर्गत आते है।    
   
आज बस इतना ही अगली बार कुछ खास लेकर पेश होऊंगा धन्यवाद।   

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08 अक्तूबर 2018

ब्लॉग क्या है? इसके कितने प्रकार है?

ब्लॉग क्या है?
ब्लॉग क्या है?

नमस्कार मित्रों, आज बात करते हैं ब्लॉग के बारे में, इस आलेख में जानेंगे की ब्लॉग क्या है? ब्लॉग किसे कहते हैं? और ब्लॉग के कितने प्रकार होते हैं?

एक ब्लॉग, जानकारी या चर्चा हेतु तेयार की गयी वेबसाइट है जो की डिस्क्रिट प्रविष्ठियां (अलग-अलग), जिन्हें पोस्ट भी कहा जाता है, से मिलकर बनी होती है तथा जो आमतौर पर रिवर्स क्रानिकल यानि जो पोस्ट हाल ही में की गई है वो पोस्ट सबसे ऊपर के रूप में दिखाई जाती है।

सन 2009 तक ब्लॉगस आमतौर पर एक ही व्यक्ति का काम होता था, कभी कभार इसे एक समूह वाले, एक ही विषय पर वार्तालाप करने के लिए उपयोग में लेते थे, अभी हाल ही में बहुत से बहु लेखक ब्लॉग (मल्टी ऑथर ब्लॉग) विकसित हुए हैं। जिनमे बहुत से लेखकों द्वारा पोस्ट लिखी जाती है तथा पेशेवरों द्वारा संपादित की जाती है।

समाचार पत्रों के पेशेवर, अन्य मिडिया के आउटलेट्स, विश्वविद्यालयों के विचारक समूह, वकालत समूह इत्यादि की उपस्थिति तथा योगदान की वजह से ब्लॉग ट्रैफिक लगातार बढ़ रहा है। ट्विटर एवं अन्य माईक्रोब्लोगिंग सिस्टम ब्लॉगस को संगठित कर नयी धारणाओं में एकीकृत करने में मदद करते हैं।

अधिकांश ब्लॉग इंटरेक्टिव होते हैं जो आगुन्तकों को अपने विचार संदेश ब्लॉग से जीयुआई(GUI) के माध्यम से छोड़ने की अनुमति देते हैं। यही अंतर क्रियाशीलता (इंटरेक्टिव) ब्लॉग को दुसरी स्टेटिक (स्थिर) वेबसाइटों से अलग पहचान दिलाता है।

कई ब्लॉग एक विशेष विषय पर कमेंट्री पेश करते हैं। कुछ ब्लॉग ऑनलाइन डायरी की तरह कार्य करते हैं, तो कुछ ब्लॉग किसी विशेष व्यक्ति या संगठन के ब्रांड व विज्ञापन की तरह कार्य करते हैं। एक टिपिकल ब्लॉग में अक्षर, चित्र एवं दुसरे ब्लॉग से जुड़ने की व्यवस्था एवं अन्य विषय पर आधारित मिडिया को जोड़ने का कार्य करते हैं।

ब्लॉग के प्रकार :

ब्लॉग कई प्रकार के होते हैं, उनके प्रकार केवल उनकी सामग्री (कंटेंट) के आधार पर नहीं बल्कि उन्हें किस प्रकार प्रस्तुत किया जाना है या लिखा जाना है, पर भी निर्भर करते हैं।

ब्लॉगस के विभिन्न प्रकार को नीचे वर्गीकृत किया गया हैं:

1. व्यक्तिगत ब्लॉग (Personal Blog) : इस प्रकार के ब्लॉग में एक व्यक्ति की व्यक्तिगत चालू डायरी या कमेंट्री होती है, अधिकतर लोग ऑनलाइन डायरी लिखने के शौक़ीन होते हैं वो इसी प्रकार में आता है।

2. सहयोगात्मक ब्लॉग अथवा ग्रुप ब्लॉग (Collaborative Blog Or Group Blog) : यह वह ब्लॉग है जिसमें पोस्ट एक या एक से अधिक लेखकों द्वरा प्रकाशित होती है। ज्यादातर हाई-प्रोफाइल सहयोगात्मक ब्लॉग एक थीम के चारों और आधारित होती हैं जैसे की राजनीती, बॉलीवुड  या नयी तकनीक इत्यादि।

3. माइक्रोब्लोगिंग (Micro Blogging) : माइक्रोब्लोगिंग डिजिटल जानकारियों को छोटे-छोटे हिस्सों में प्रदर्शित करने का तरीका है जो पाठ, चित्र, लिंक एवं अन्य मिडिया के रूप में जो इंटरनेट पर उपलब्ध है। माइक्रो ब्लोगिंग एक पोर्टेबल संचार व्यवस्था है जिसे कई लोगों ने जैविक और सहज महसूस कर सार्वजनिक कल्पना का दर्जा हासिल करा लिया है जैसे ट्विटर और फेसबुक

4. कॉर्पोरेट ब्लॉग (Corporate Blog) : एक ब्लॉग प्राइवेट या बिजनस कार्य के लिए भी बनाया जा सकता है। बिजनस में आपसी संवाद बढ़ाने या फिर मार्केटिंग, ब्रांडिंग, और पब्लिक रिलेशन को बेहतर करने के काम आता है।

5. अग्रीग्रेटेड ब्लॉग (Aggregated Blog) : इस तरह के ब्लॉग में ऑर्गेनाइजेशन या व्यक्तिगत तौर पर कुछ लोग एक विषय पर जानकारी एकत्रित करके पाठकों को संयुक्त जानकारी उपलब्ध करवा सकते हैं। इससे पाठक अपने मनपसन्द विषय को पढने में समय लगा सकता है, न की व्यर्थ की जानकारी को जुटाने में।  हिंदी अग्रीग्रेटेड ब्लॉग उदाहरण : हमारीवाणी, ब्लोग्वार्ता, ब्लोग्सेतुचर्चामंच आदि।

6. Genre ब्लॉग : इस श्रेणी में वह ब्लॉग आते हैं जो किसी टॉपिक पर केन्द्रित होते हैं जैसे - राजनेतिक, स्वास्थ्य, फैशन, किताबें, तकनीक, आदि। आजकल कैसे करें? आदि के ब्लॉगस काफी प्रचलित हो रहे हैं। जिसमे दो आम प्रकार के ब्लॉग है - आर्ट ब्लॉग एवं म्यूजिक ब्लॉग।

7. मिडिया टाइप पर आधारित ब्लॉग : इस प्रकार के ब्लॉग में जिस ब्लॉग में विडिओ होते है उस ब्लॉग को व्लॉग (Vlog) कहते हैं, लिंक्स वाले ब्लॉग को लिंक्लोग (Linklog) कहते है। जिस ब्लॉग पर स्केच होते हैं उसे स्केचब्लॉग और जिसमे चित्र होते हैं उसे फोटोब्लॉग कहते हैं।

8. डिवाइस टाइप पर आधारित ब्लॉग : इस प्रकार के ब्लॉग का प्रकार लिखे गये उपकरणों के आधार पर किया जाता है। जैसे PDA अथवा मोबाइल से लिखे गये ब्लॉग को मोब्लॉग कहते हैं।

तो मित्रों ये थे ब्लॉग के प्रकार, अगर आप भी अपना ब्लॉग बनाना चाहते है तो सबसे पहले सही श्रेणी इस्तेमाल करें ताकि आपके ब्लॉग के टैरिफ पर प्रभाव ना पड़ें या यूँ कहें की गूगल आपके ब्लॉग को अनदेखा ना करें।

फ्री में आप ब्लॉग बना सकते है इंटरनेट पर तीन सबसे चर्चित फ्री सेवा है वर्डप्रेस, ब्लागस्पाट (जो की गूगल की सेवा है) और टम्बलर, आप अपने पसंद के हिसाब से इन पर अपना ब्लॉग बना सकते हैं।

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20 सितंबर 2018

पीडीएफ फाइल्स कम्बाइन करें इन आसान तरीकों से


नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत अपना अंतर्जाल पे।


दोस्तों आजकल पीडीएफ फ़ाइल का इस्तेमाल कुछ ज्यादा ही होता है जैसे किसी कम्पनी को डिजिटल रिज्यूमे भेजना हो या कोई ऑफिसियल डाक्यूमेंट्स भेजने हो या फिर डिजिटल बुक्स हो, पीडीएफ को इन सभी काम में ऑनलाइन इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसे फ़ाइल फोर्मेट में कन्वर्ट करके, मल्टी पीडीएफ फ़ाइल को सिंगल डाक्यूमेंट्स में बनाने के लिए वैसे तो प्रोफेशनल स्किल होना जरूरी है, लेकिन अगर आप भी पीडीएफ फाइल्स को खुद मल्टी से सिंगल फ़ाइल् में कम्बाइन करना चाहते हैं तो आप विंडोज और वेब टूल्स की मदद से ये कर सकते हैं।

विंडोज से कम्बाइन ऐसे करें

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विंडोज के लिए आपको एडोब एक्रोबेट डीसी का प्रीमियर वर्जन सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करना होगा, जो दुनिया का सबसे अच्छा पीडीएफ एडिटर है। अब आप सोचेंगे प्रीमियर वर्जन है तो खरीदना पड़ेगा, लेकिन नहीं आपको इसे खरीदने की जरूरत नहीं, इसका ट्रायल बिलकुल फ्री है, लेकिन सिर्फ 7 दिनों के लिए। इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आप इसे डाउनलोड और इनस्टॉल करें, डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें। इनस्टॉल होने के बाद इसे ऑपन करें और सबसे बाएं उपर कोने पर स्थित टूल टेब्स पर और फिर कम्बाइन फाइल्स बटन को क्लिक करें। अब एड फ़ाइल बटन को क्लिक करके कम्बाइन किये जाने वाली सभी पीडीएफ फाइल्स को सिलेक्ट करें और कम्बाइन बटन पर क्लिक कर दें। इस तरह आपकी कई पीडीएफ फ़ाइल एक सिंगल पीडीएफ में बदल जाएगी।

ऑनलाइन कम्बाइन का तरीका

PDF Merge

पीडीएफ मर्ज : पीडीएफ मर्ज साईट पर एक सिम्पल विंडो मिलेगी जिसमें कई पीडीएफ फाइल्स को ड्रेग और ड्राप के लिए आप्शन दिया गया है, इस साईट पर एक बार में आप 4 फाइल्स को मर्ज कर सकते हैं। इसे पीसी पे भी इनस्टॉल कर सकते हैं, साईट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करें।


PDF Joiner

पीडीएफ जॉइनर : इस साईट पर आप सभी फ़ाइल फोर्मेट को कन्वर्ट कर सकते हैं, लेकिन एक बार में मात्र 20 फाइल्स पे ही काम कर सकते हैं। इस साईट पे कम्बाइन करने के अलावा कम्बाइंड डाक्यूमेंट्स को टेक्स्ट या जेपीजी में बदल सकते हैं। इस साईट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

आशा करता हूँ आज का आलेख आपके लिए बहुत ही सहायक होगा।

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21 सितंबर 2018

एंड्राइड के लिए कुछ खास एप्स



नमस्कार दोस्तों, आपका स्वागत अपना अंतर्जाल पे। आज मैं आपके लिए लेके आया हूँ एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए कुछ उपयोगी एप्स। आगे बढने से पहले कुछ कहना चाहूँगा की आप इस ब्लॉग को बुकमार्क कर लें। और अपने मित्रों को भी ये ब्लॉग शेयर करें। हिंदी में अभी तक अंतर्जाल पर तकनीकी के बहुत ही कम वेबसाइट और ब्लॉग है, इसलिए ये आप और आपके मित्रों के लिए बहुत काम का ब्लॉग साबित हो सकता है। रोज यहाँ आएँ कुछ ना कुछ आपके काम का ही मिलेगा।

अब बात करते है एंड्राइड की 5 उपयोगी एप्स के बारे में:-


Signature Lock Screen
1. सिग्नेचर लॉक स्क्रीन : यूँ तो आपके एंड्राइड स्मार्टफोन के लिए प्ले स्टोर पर बहुत सी लॉक एप्स मिल जाएँगी लेकिन सिग्नेचर लॉक एप्स अपने आप में खास है, इसमें आप अलग-अलग लेटरशेप, नम्बर्स या अपने सिग्नेचर से ही लॉक कर सकते हैं। इससे अपने फोन में अलग लॉक पैटर्न का भी उपयोग कर सकते हैं। ज्यादा अच्छा तो ये रहेगा आप अपने सिग्नेचर से ही लॉक करें ताकि लॉक कोई और खोल ही ना सके, ये बिलकुल वैसा ही होगा जैसे आजकल बहुत से स्मार्टफोन में फिंगरप्रिंट सेंसर वाले लॉक आते है जो यूजर के अलावा कोई नहीं खोल सकता। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।


Where is my Train
2. वेयर इज माई ट्रेन : ज्यादा घुमने फिरने वाले शौकीनों के लिए ये एप बहुत ही उपयोगी है। इसमें ट्रेन के बारे में ऑफलाइन जानकारी मिलती है। बाकि पीएनआर की जानकारी और सीट की जानकारी के लिए ऑनलाइन होना पड़ेगा। और इसमें आप जहाँ जाना चाहते हैं, वहां के लिए अलार्म भी लगा सकते हैं। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।


NoxCleaner
3. नॉक्स क्लीनर : इस एप के जरिए आप अपने एंड्राइड स्मार्टफोन की मेमोरी को सुधार सकते हैं। यह फोन की कैश मेमोरी जंक फाइल्स को हटाकर फोन को गतिशील बनाता है। और इस एप की सबसे बड़ी खास बात ये है की ये पुराने फोटोज चुनता है और जो डुप्लीकेट है केवल वही दिखाता है, जिन्हें आसानी से हटा सकते हैं। बाकि आपको एप इनस्टॉल करने पर इसकी खासियत अपने आप मालूम हो जाएगी। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।


inFact - News, Facts and more
4. इन्फैक्ट : यह एप अपने आप में अनोखी है, इस एप के जरिये आप किसी भी फैक्ट के बारे में जानकारी ले सकते हैं। जिस टॉपिक के बारे में आप जानना चाहे उसके बारे में जानकारी ले सकते हैं। और देश-दुनियां में और आस-पास क्या हो रहा है इसकी जानकारी भी ले सकते हैं। ये एप डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पे जाएँ या फिर यहाँ क्लिक करें।

PixLocate
5. पिक्सलोकेट : आजकल फोटो लेना तो आम बात है, यह एप फोटो की लोकेशन दर्शाती है,  आपके स्मार्टफोन गैलरी में जितने भी फोटो हैं उसकी लोकेशन पता चलती है। और अमुक जगह कितनी फोटो आपने ली ये जानकारी भी ये एप देती है। इससे आप फोटो भी शेयर कर सकते हैं। ये एप प्ले स्टोर पर नहीं है,  डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

तो मित्रों आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं अगली पोस्ट में एक नए विषय के साथ।


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02 सितंबर 2013

अपने किसी भी ऑनलाइन अकाउंट को डिलीट करें।

 
justdelete
justdelete

मित्रों फेसबुक और दुसरी सोशल वेबसाइट पर हम अकाउंट बना तो लेते हैं, लेकिन कई बार अनुपयोगी होने की वजह से हमें उन्हें डिलीट करने की जरुरत होती है। ऐसे में हम वेबसाइट का वो लिंक ढूढने की कोशिश करते है,जिस पर जाकर हम अपने अकाउंट को डिलीट कर सकें। लेकिन ये इतना आसान काम नहीं। अधिकतर वेबसाइट ये नहीं चाहती की उनके यूजर्स संख्या कम हो, इसलिए वह अकाउंट के डिलीट वाले लिंक को इतना छिपा कर रखती है कि यूजर उस पर आसानी से नहीं पहुँच पाते। ऐसे में या तो सर्च करने में ज्यादा वक्त खराब होता है या फिर यूजर अकाउंट डिलीट किये बिना ही उस वेबसाइट को बंद कर देता है।

लेकिन इस समस्या का समाधान है "जस्टडिलीट" यह एक वेबसाइट है जो इंटरनेट कि पोपुलर 125 से भी ज्यादा सेवाओं के अकाउंट को डिलीट करने के लिंक एक साथ आसान इंटरफेस में उपलब्ध कराती है। इस वेबसाइट कि मदद  से किसी भी साईट पर बना अपना अकाउंट कुछ ही पल में डिलीट कर सकते है।

डिलीट करने का तरीका

सबसे पहले आप निम्न लिंक पर जाएँ -
http://justdelete.me
यहाँ आपको लगभग सभी लोकप्रिय वेबसाइट दिखाई देंगी। अपनी मनचाही वेबसाइट को चुनिए और उस पर बने अकाउंट को डिलीट कर दीजिए। यहाँ आसान, मध्यम और मुश्किल या असंभव कैटेगरी दी गयी है। यह अकाउंट को डिलीट करने कि प्रक्रिया के आधार पर तय की गयी है। इससे यह पता लग जाता है की अकाउंट को डिलीट करना कितना आसान है। इस वेबसाइट का गूगल क्रोम एक्सटेंशन भी उपलब्ध है। तो अगली बार कोई अकाउंट डिलीट करना हो तो इसे जरुर आजमाके देखें। धन्यवाद।


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28 फ़रवरी 2014

कांफ्रेंसिंग के लिए बनाएँ पर्सनल प्रोफाइल पेज



वीडियो कोंफ्रेंस का बिजनेस आउटसोर्सिंग में काफी महत्व है, क्योंकि ग्लोबल विलेज में तब्दील हो चुकी दुनियां में वीडियो कोंफ्रेंस के जरिये आप किसी भी हिस्से में मौजूद अपने टीम मेंबर, क्लाइंट या फिर कस्टमर के सम्पर्क में रहते हैं। इसी कि जरुरत को ध्यान में रखते हुए कुछ वेबसाइट वीडियो कोंफ्रेस के लिए शानदार विकल्प उपलब्ध करा रही है। गूगल 'हैंगआउट' के जरिये ऐसी ही सेवा दे रहा है। लेकिन इस से भी आसान सेवा है 'मीटिंग्स' जो वीडियो कोंफ्रेस को ओर भी आसान बना देती है।

कैसे शुरू करें पर्सनल वीडियो कोंफ्रेस रूम?

पर्सनल वीडियो कोंफ्रेस रूम बनाने के लिए आपको यहाँ क्लिक कर मीटिंग्स कि वेबसाइट पर जाना होगा, यहाँ आपको 'गेट ए मीटिंग रूम' ऑप्सन मिलेगा, जहाँ आप पर्सनल ऑनलाइन मीटिंग रूम तेयार कर सकते हैं। इसके वेब पते को आप किसी के साथ शेयर कर वीडियो कोंफ्रेस कर सकते हैं। आप चाहें तो यहाँ से इम्बेड कोड लेकर अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस मुफ्त सेवा कि एक ओर खूबी है कि एक बार तेयार किये गए प्रोफाइल को ही भविष्य में इस्तेमाल कर सकते हैं। आज का लेख आपको कैसा लगा कमेन्ट के माध्यम से जरुर बताएं।

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22 जनवरी 2012

ऑनलाइन खरीदिए कंप्यूटर लेपटॉप आदि

अगर आप कंप्यूटर या लेपटॉप खरीदने की सोच रहें हैं, तो एक नजर यहाँ डालिए|
यहाँ पर आपको फ्री शिपिंग की सुविधा भी मिलेगी |
वेबसाइट बहुत ही काम की है |

17 अप्रैल 2013

विकिपीडिया का ट्रैवेल गाइड



अगर आप इन्टरनेट पर ट्रैवल से सबंधित जानकारी खोज रहे हैं तो अब आपके लिए विकिपीडिया मददगार साबित हो सकता है,विकिपीडिया ने हाल ही फ्री ऑनलाइन ट्रैवेल गाइड लोंच किया है, इसे विकिमीडिया फाउंडेशन ने लाँच किया है, इसके लिए आप http://www.wikivoyage.org/ पर जा सकते हैं, गोरतलब है की विकिपीडिया एनसाइक्लोपीडिया पूरी दुनिया में मशहूर है, ऐसे में इसने आधा दर्जन भाषाओँ में ट्रैवेल गाइड लोंच किया है, इस ट्रैवेल गाइड में शुरूआती तौर पर 50,000 आर्टिकल्स है, पर्यटन से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए इन्टरनेट पर भटकने वाले यूजर्स के लिए यह वेबसाइट काफी उपयोगी साबित हो सकती है, लोगो की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखकर आगे इस वेबसाइट पर और ज्यादा आर्टिकल्स को जोड़ा जायेगा, दुनियाभर में पर्यटन के बढते क्रेज को देखते हुए या वेबसाइट हर किसी के लिए लाभदायक है...

स्रोत -: राजस्थान पत्रिका 




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14 जनवरी 2013

कंप्यूटर गेम्स के शोकिनो के लिए

जपाक डॉट कॉम
zapak


नमस्कार मित्रों आज आपके लिए उपयोगी वेबसाइट सीरीज में लेकर आया हूँ,  एक अच्छी सी कंप्यूटर गेम्स साईट।

अगर आप कंप्यूटर गेम्स के शोकीन है, तो आपके लिए बहुत कुछ भारत का सबसे बड़ा गेमिंग पोर्टल आपके लिए न सिर्फ गेम्स लायें हैं बल्कि साथ में ई-मेल सुविधा भी उपलब्ध है। बस ज़ूम से वेबसाइट खोलिए और हो जाइये तैयार गेम खेलने के लिए। क्योंकि इस वेबसाइट में आपको ऑनलाइन गेम खेलने और डाउनलोड दोनों की सुविधा मिलती है, और इस वेबसाइट पर आप अपने फेसबुक अकाउंट से लोगिन कर सकते है।

एक बार जरूर ये वेबसाइट इस्तेमाल करके देखे और अपने अनुभव जरुर बताएं ..धन्यवाद


 वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करें ..

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29 अक्तूबर 2018

ट्विटर क्या है? इसके मुख्य फीचर्स क्या है?

About Twitter and its main features.
Twitter

नमस्कार मित्रों! स्वागत है आपका यहाँ। आज जानेंगे ट्विटर और इसके मुख्य फीचर्स के बारे में, वैसे तो twitter को इंटरनेट के sms के रूप में भी जाना जाता है। और लगभग सभी यूजर इसके बारे में जानता है यह लेख नए उपयोगकर्ता के लिए मार्गदर्शन हेतु लिखा गया है। 

ट्विटर एक ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग सर्विस है जो उपयोगकर्ता (User) को 140 करैक्टर के छोटे संदेश भेजने और पढने की सुविधा देता है जिन्हें "tweets" कहा जाता है। पंजीकृत उपयोगकर्ता संदेश को पढ़ एवं प्रेषित कर सकते हैं परन्तु अन्य उपयोगकर्ता सिर्फ संदेश पढ़ सकते हैं। इसे कंप्यूटर एवं मोबाइल, दोनों से संचालित किया जा सकता है। वर्तमान में ट्विटर के दुनियाभर में 25 कार्यालय है और इसकी स्थापना सेन फ्रांसिस्को में हुई थी। ट्विटर मार्च 2006 में बनाया गया था और इसके निर्माता हैं: जैक डोरसे, एवन विलियम्स, ब्रिज टोन, और नूह ग्लास, ट्विटर जुलाई 2006 में लांच किया गया था।

ट्विटर के मुख्य फीचर इस प्रकार है : 

* ट्वीट : यह एक संदेश का टुकड़ा है जो की अधिकतम 140 और कुछ देशों में ये 280 करैक्टर का हो सकता है। शब्दों के बीच खाली जगह और पंक्चुएशन भी 140 करैक्टर में शामिल किये जाते हैं, यानी आप मेसेज लिखते समय जितनी बार स्पेस बटन का इस्तेमाल करेंगे वो भी गिना जायेगा।  यह एक प्रकार की ब्लॉग एंट्री या समझ लीजिए एक छोटे ब्लॉग की तरह है।

* टाइम लाइंस : तारीख के हिसाब से संदेशों का संकलन है टाइम लाइन। पब्लिक टाइम लाइन में हर संदेश का संकलन होता है। जब आप ट्वीट करते हैं तो आप खुद की टाइम लाइन बना लेते हैं जो की आपकी प्रोफाइल देखने वाले हर उपभोक्ता को क्रमबद्ध दिखेगी। टॉप मेन्यु में प्रोफाइल लिंक पर क्लिक करके आप खुद की टाइम लाइन देख सकते हैं। हर उपभोक्ता की एक विशेष टाइम लाइन भी होती है जिसमे हर उस व्यक्ति के ट्वीट होते हैं जिसे उपयोगकर्ता फ़ॉलो कर रहा होता है। यह आपके खुद के न्यूज टिकर की तरह होता है। आप बहुत से लोगों और समूह को फ़ॉलो कर सकते हैं। सिवाय उन संदेशों के जो वह खुद किसी को भेज रहे हैं, आप संदेशों को देख सकते हैं।

* ट्विटर प्रोफाइल : टॉप मेन्यु के सेटिंग लिंक पर क्लिक करके आप अपनी प्रोफाइल एडिट कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखना जरूरी है की आपके अकाउंट सेक्शन की हर चीज पब्लिक को दिखती है। अगर आप अपना वास्तविक नाम नहीं दिखाना चाहते तो अपना नाम बदल सकते हैं। हेड शॉट को आम तौर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बनाया जाता है।

* फोलोविंग और फोलोवर्स : फोलोविंग ट्वीटर में friending और subscribing के लिए प्रयोग किया जाता है। जब किसी की प्रोफाइल पेज पर विजिट करते हैं तो उसके चित्र के नीचे एक छोटा सा फ़ॉलो बटन होता है। इस बटन पर क्लिक करने से आपके होम टाइम लाइन पर उस व्यक्ति के ट्वीट दिखाई देते हैं। ट्विटर पर फोलोविंग एक तरफा होता है, जब तक कोई अपने अपडेट को गोपनीय नहीं करता, उसे आपकी फोलोविंग रिक्वेस्ट को अप्रूव करने की जरूरत नहीं होती है। अगर फीचर बंद ना किया हो तो उन्हें इस बात का एक ई-मेल मिलेगा की आप उन्हें फ़ॉलो कर रहे हैं। वो भी आपके ट्वीट चेक कर सकते हैं और आप उनके मतलब के संदेश भेजते रहते हैं तो वे भी आपको फ़ॉलो कर सकते हैं।

* क्न्वर्सेशन
+ सीधे संदेश प्राइवेट होते हैं। सिर्फ प्रेषक और पाने वाला ही उन्हें देख सकता है। आप इस प्रकार के संदेश सिर्फ उन लोगों तक भेज सकते हैं जो आपको फ़ॉलो करते हैं। इस प्रकार के संदेश आमतौर पर अच्छे नहीं माने जाते और लोग उन्हें नहीं पढ़ते।
+ जिन ट्वीट में आपको मेंशन किया गया है, यह जानने के लिए ट्विटर के राईट साइड पर @yourname (आपका यूजर नेम) पर क्लिक करें।
+ अपने फोलोवर्स को अपना ट्वीट दिखाने और किसी को विशेष रूप से भेजने के लिए शुरुआत की जगह कहीं भी @username लिख दें।

* री-ट्वीट (RT) : जब कोई दूसरा आपके ट्वीट को उसके खुद के फोलोवर्स को दिखाना चाहता हो, तो इसे करने का सामान्य तरीका है:
RT@OriginalAuthor Content of original tweet [Retweeter's comment]

* हेशटैग : हेशटैग से आप अपने ट्वीट में कुंजी शब्द या श्रेणियां जोड़ सकते हैं। हेशटैग लोगों को एक विषय पर ट्वीट का औसत करने की अनुमति देता है। इसमें हेशटैग का चिन्ह की वर्ड बिना रिक्तस्थान के होता है जैसे #फेसबुक । हेशटैग आजकल स्वचलित ट्विटर खोज के लिंक में बदल जाते हैं। जैसे #फेसबुक टैग पर क्लिक करेंगे तो #फेसबुक हेशटैग की सारी सामग्री आपके सामने आ जाएगी जिनमे ये टैग इस्तेमाल हुआ है। कांफ्रेसं और इन्वेट्स के लिए हेशटैग का काफी प्रयोग होता है। हेशटैग को ढूंढ कर आप कई प्रकार के लाइव इवेंट्स को फ़ॉलो कर सकते हो।  अपने शहर या राज्य में होने वाली घटनाओं की जानकारी रखी जा सकती है, किसी भी विषय को खोजा जा सकता है।

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10 अक्तूबर 2018

क्लाउड स्टोरेज क्या है? और प्रचलित सर्विस कौनसी है?

What Is Cloud Storage
Cloud Storage

नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पर, पिछली पोस्ट में आप जान चुके हैं ब्लॉग क्या है? और इ-कॉमर्स क्या है? आज जानेंगे क्लाउड स्टोरेज के बारे में।

क्लाउड स्टोरेज :

क्लाउड स्टोरेज एक तरीके का सर्विस मॉडल है जहाँ डाटा, यूजर को नेटवर्क के माध्यम से प्रदान किया जाता है और डाटा को रिमोटली ही मैनेज, सार-संभाल और बैकअप लिया जाता है।क्लाउड स्टोरेज, डाटा स्टोरेज का एक मॉडल है, जहाँ डिजिटल डाटा लॉजिकल पूल में स्टोरेज किया जाता है। फिजिकल डाटा वातावरण को एक होस्टिंग कम्पनी सम्भालती है। यह इन कंपनियों की जिम्मेदारी है की फिजिकल वातावरण सुचारू रूप से चलता रहे, डाटा हमेशा उपलब्ध रहे और सुरक्षित रहे। ग्राहक और कम्पनियां अपना डाटा या एप्लीकेशन को स्टोर करने के लिए इस डाटा सर्विस को खरीद सकते हैं।

क्लाउड स्टोरेज को पास में रखे हुए कंप्यूटर, वेब एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) या इस API का इस्तेमाल करने वाली एप्लीकेशन, जैसे की क्लाउड डेस्कटॉप स्टोरेज, क्लाउड स्टोरेज गेटवे या वेब आधारित कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। साधारण भाषा में समझे तो क्लाउड स्टोर अपने लिए ऑनलाइन हार्ड डिस्क की तरह है वहां हम कंप्यूटर की तरह डाटा सेव कर सकते हैं, और जब चाहे जहा चाहे उस 
डाटा को इस्तेमाल कर सकते है, बस आपका इंटरनेट ऑन होना चाहिए।

कुछ प्रचलित क्लाउड स्टोरेज सर्विस :

Cloud Storage Service
Cloud Storage Service

* गूगल ड्राइव - गूगल क्लाउड, स्टोरेज के साथ ऑफिस टूल भी प्रदान करता है। इसमें वर्ड प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, प्रजेंटेशन बिल्डर और 15 गीगाबाईट (GB) का स्टोरेज स्पेस मिलता है। अगर आपके पास गूगल अकाउंट है, तो आप आसानी से गूगल ड्राइव का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस 15 गीगाबाईट स्टोरेज में आप डाक्यूमेंट्स, चित्र, फोटोशोप फ़ाइल, पीडीएफ फ़ाइल इत्यादि अपलोड कर सकते हैं।

* माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव - यह माइक्रोसॉफ्ट का उत्पाद है, जो विंडोज 8 या विंडोज 10 इस्तेमाल करते हैं, उनको वन ड्राइव विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में सम्मिलित मिलता है। हालाँकि इसका मतलब ये नही की विंडोज 7 या विंडोज xp वाले इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते आपको बस माइक्रोसॉफ्ट वन ड्राइव की डेस्कटॉप एप डाउनलोड करनी होगी, एंड्राइड के लिए भी प्ले स्टोर से एप इनस्टॉल करनी होगी अगर विंड़ोज फोन है तो भी 
आप एप इनस्टॉल करके इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

* ड्राप बॉक्स - यह मेरा सबसे पसंदीदा क्लाउड स्टोरेज है क्योंकि इसका इंस्टालेशन आसान है, यह भरोसेमंद है और इस्तेमाल करने में भी एकदम आसान है। इसको इस्तेमाल करने के लिए आप इस पर अपनी id बनाकर इसकी एप डाउनलोड कर लें, आपके कंप्यूटर में इसका एक अलग फोल्डर बन जायेगा, अब जो फाइल आप क्लाउड स्टोरेज में रखना चाहते है वो फाइल उस फोल्डर में कॉपी कर दे और भूल जाएँ, आप अपना कोई भी काम जारी रखें इंटरनेट ऑन होते ही बैकग्राउंड में ये एप चलती रहती है और आपकी फ़ाइल अपलोड होती रहती है। ड्रापबॉक्स में रखी फ़ाइल आप कहीं से भी एक्सेस कर सकते है इसके लिए आपको ड्रापबॉक्स की वेबसाइट पे जाकर लॉग इन (Log in) करना होगा। यह विंडोज, मैक, एंड्राइड और लिनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए उपलब्ध है।

* बॉक्स - ये भी एक चर्चित क्लाउड सर्विस है , बॉक्स पर व्यक्तिगत मुफ्त अकाउंट के लिए कोई भी साइन अप (Sign UP) कर सकता है। इसकी खास बात ये है की जहाँ दुसरे क्लाउड स्टोरेज सिर्फ फ़ाइल स्टोरेज की सुविधा देते हैं वहीं बॉक्स में आप फ़ाइल दुसरे यूजर के साथ शेयर कर सकते हैं, किसी को काम दे सकते हैं और फ़ाइल में हुए बदलाव की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

क्लाउड स्टोरेज में विभिन प्रकार की डिवाइस पर आपका कार्य/फ़ाइल को सिंक्रोनाइज करने की लचीली सुविधा प्रदान करता है। अधिकतर सभी मुख्य क्लाउड स्टोरेज प्लेटफार्म ऑफिस एप्लीकेशन टूल्स को अंतर्निहित इनस्टॉल रखते हैं जिसकी वजह से आप अपनी फाइल्स को कहीं से भी क्रिएट, एडिट,  ड्राफ्ट व पब्लिश कर सकते हैं।

इन सभी क्लाउड स्टोरेज के लिंक नाम में ही है।

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16 अक्तूबर 2018

वेब सर्च इंजन क्या है? यह कैसे काम करता है?

Popular Web Search Engine
Popular Web Search Engine


नमस्कार मित्रों, जैसा की सब जानते है की वेब पर किसी भी विषय के बारे में जानना हो तो ब्राउज़र के एड्रेस में लिखते है और सर्च कर लेते है, जो की ब्राउज़र में सेव पहले से ही डिफाल्ट सर्च इंजन हमें परिणाम दिखाता है।

लेकिन वेब सर्च इंजिन क्या है? यह कैसे काम करता है? आईये जाने।

एक वेब सर्च इंजन वह सॉफ्टवेयर है जिसे वर्ल्ड वाइड वेब से सबंधित सूचनाओं को खोजने के लिए बनाया गया है। सर्च रिजल्ट (खोजे गये परिणामों) को सामान्यत: परिणामों की एक सूचि के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जिसे "सर्च इंजन रिजल्ट पेज" (s.e.r.p.) कहा जाता है। सुचना वेब पेज, छवियों और अन्य कई तरह की फाइलों का मिश्रण हो सकता है। कुछ सर्च इंजन डाटा बेस अथवा ऑपन डायरेक्ट्रीज (Open Directories) से भी डाटा माईन (खोज) करते हैं।

एक सर्च इंजन वास्तविक समय में निम्नलिखित प्रक्रियाओं को सम्भालता है:
1. वेब क्रलिंग/ वेब स्पाइडर
2. इंडेक्सिंग (अनुक्रमण)
3. सर्चिंग (खोजना)

एक वेब क्राउलर वह इंटरनेट बोट (bot) है जो वेब अनुक्रमण (इंडेक्सिंग) के लिए वर्ल्ड वाइड वेब को व्यवस्थित तरीके से ब्राउज करता है। सर्च इंजन वेब क्राउलिंग या स्पाइडर सोफ्टवेयरों का उपयोग अपनी वेब कंटेंट (सामग्री) या दुसरी वेबसाइट के कंटेंट अनुक्रमण को अद्यतन (अपडेट) बनाने के लिए करते हैं। वेब क्राउलर विजिट किये गये सभी पृष्ठों की प्रतिलिपि (कॉपी) तेयार कर प्रस्तुत कर सकता है जिसके डाउनलोड किये गये पेजों को बाद में सर्च इंजन द्वारा अनुक्रमित किया जा सकता है जिसे उपयोगकर्ता (यूजर) और अधिक कुशलता से खोज (सर्च) सकता है।

इंडेक्सिंग अनुक्रमण का अर्थ वेब पेज पर पाए गये सबंधित शब्दों और परिभाषित हो सकने वाले टोकनो को उनके डोमेन-नेम और एच.टी.एम.एल. (HTML) फिल्ड से जोड़ना है।  इनका जोड़ सार्वजनिक डेटा बेस में किया जाता है जो वेब सर्च क्वेरी के लिए उपलब्ध रहता है। यूजर के द्वारा एक शब्द के रूप में भी क्वेरी की जा सकती है। अनुक्रमण (इंडेक्स) सबंधित सूचनाओं को शीघ्र से शीघ्र खोजने में मदद करता है।

आमतौर पर जब कोई यूजर कोई क्वेरी करता है तो वह कुछ शब्दों का समूह होता है। इंडेक्स में निहित तौर पर उन सभी वेबसाईटों के नाम होते हैं जहाँ क्वेरी शब्दों के कीवर्ड होते हैं एवं उन्हें तत्काल या क्षणिक तौर पर इंडेक्स से प्राप्त किया जा सकता है। वास्तविक प्रोसेसिंग लोड इन वेब-पेज (खोजे गये परिणामों) को सूचीबद्ध करने में लगता है।

सर्च इंजन की उपयोगिता परिणामों की प्रासंगिकता पर निर्भर करती है। उसी शब्द /शब्दांशों से सबंधित जानकारी लाखों वेबसाइट पर उपलब्ध होती है लेकिन उनमें से कुछ पेज दूसरों की तुलना में क्वेरी से अधिक प्रासंगिक एवं लोकप्रिय हो सकते हैं। अधिकतर सर्च इंजन परिणामों की रैंकिंग करके सबसे अच्छे परिणामों को सर्च रिजल्ट के रूप में प्रस्तुत करते हैं।

कौनसा पेज सबसे ज्यादा मैच करता है? किस क्रम में परिणामों को दिखाया जाना है? यह सुनिश्चित करने की प्रक्रिया हरेक सर्च इंजन अलग-अलग होती है। शोध के अनुसार, आज सबसे ज्यादा लोकप्रिय सर्च इंजन जिन्हें इंटरनेट समुदायों द्वारा अत्यधिक काम में लिया जा रहा है वो निम्न है:
1. गूगल (Google)
2. बिंग (Bing)
3. याहू (Yahoo)
4. बायडू
5. एओएल (AOL जिसे पहले अमेरिकन ऑनलाइन कहा जाता था)
6. आस्क
7. लाइकोस

गूगल सर्च जिसे सामान्यत: गूगल वेब सर्च या गूगल कहकर संबोधित किया जाता है, गूगल इनकार्पोरेशन का एक वेब सर्च इंजन है। यह वर्ल्ड वाइड वेब पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सर्च इंजन है, जिसमे हर रोज तीस करोड़ से भी अधिक सर्च किये जाते हैं। गूगल के सर्च-रिजल्ट पेज का ऑर्डर "पेजरैंक" नामक पेटेंटेड प्रायोरिटी रैंक अल्गोरिद्म पर आधारित है।
गूगल सर्च का मुख्य उद्धेश्य वेब सर्वर पर सार्वजानिक रूप से उपलब्ध दस्तावेजों में शब्दों की खोज करना है ना की डेटाबेस में उपलब्ध चित्र या डाटा खोजना। यह मूल रूप से 1997 में लेरी पेज और सर्गेइ ब्रिन द्वारा विकसित किया गया था।

बिंग भी एक वेब सर्च इंजन है जिसे पहले लाइव (Live) सर्च, विंडोज लाइव सर्च एवं एम.एस.एन. (MSN सर्च) के नाम से भी जाना जाता था। इसे "डिसीजन इंजन" के रूप में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विज्ञापित किया गया था। बिंग का अनावरण 28 मई 2009 को माइक्रो सॉफ्ट के सीईओ स्टीव बाल्बर द्वारा किया गया।

अगली बार मिलते है कुछ ऐसी ही जानकारीवर्धक पोस्ट के साथ।

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15 सितंबर 2018

फायरफॉक्स क्वांटम के खास फीचर्स एड-ऑन्स

नमस्कार मित्रों आपका स्वागत है यहाँ, आज बात करते हैं मोज़िला ब्राउजर के अपडेटेड वर्जन फायरफॉक्स क्वांटम के सर्फिंग को बेहतरीन बनाने वाले एड-ऑन्स की। जैसा की सभी को विदित है की मोज़िला ब्राउजर के पुराने वर्जन्स से क्वांटम में काफी अधिक सर्फिंग गति, सिंगल टैब में मल्टीप्ल सर्च इंजन में सर्च की सुविधा और टैब्स को कस्टामाइज करने जैसे कई ऑप्शन दिए गये हैं।

अब जाने फायरफॉक्स क्वांटम के खास फीचर्स एड-ऑन्स के बारे में।


 1. स्टाइलिश - इस एड-ऑन्स की मदद से आप किसी भी पसंदीदा वेबसाइट को अपने मनचाहे रूप में देख सकते है,यानी यूँ समझे की वेबसाइट को मेकअप कर सकते हैं वो भी बस एक सिंगल क्लिक से।

2. विडिओ डाउनलोडहेल्पर - ये एड-ऑन्स बहुत ही कमाल का है, इसके जरिये आप यूट्यूब, विमियो, डेलीमोशन, ट्विच और फेसबुक से विडिओ क्लिप ऑनलाइन देखने के लिए डाउनलोड कर सकते हैं। और ये सब करने के लिए आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी, बस क्वांटम पर दिए गये आइकॉन को क्लिक करके क्वालिटी ऑप्शन चुने और डाउनलोड करें।

3. इनबिल्ट पॉकेट - इस एड-ऑन्स की मदद से आप लेखों को बाद में पढने के लिए स्टोर कर सकते है, इससे आप किसी भी आर्टिकल को सेव कर सकते हैं। सेव करने के बाद कभी भी एड्रेस बार में एक आइकॉन की मदद से पढ़ सकते है।

4. लास्टपास (पासवर्ड मैनेजर) - इसका नया वर्जन यूजरनेम्स और पासवर्ड के साथ-साथ सभी फॉर्म्स को ऑटो कम्प्लीट की सुविधा देता है। और एड-ऑन्स आपको नोटिस और डाक्यूमेंट्स को स्टोर करने की सुविधा भी देता है।

इन सब सुविधाओं को जानकर आप फायरफॉक्स क्वांटम डाउनलोड जरुर करना चाहेंगे,डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

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11 दिसंबर 2012

फाइल फॉर्मेट बदलें आसानी से

अगर आपको किसी ने ई-मेल के जरिए कोई फाइल भेजी है और आपके पास उसे खोलने के लिए जरुरी सोफ्टवेयर नहीं है, तो आप परेशान हो जाते हैं सामने वाले उस फोर्मेट में फाइल भेजने वाले के लिए कहते हैं, जो सोफ्टवेयर आपके पास उपलब्ध है...




ऐसा अक्सर म्यूजिक फाइल्स के साथ भी होता है, जो आपने म्यूजिक डाउनलोड किया है, वह किसी और फोर्मेट में है और आपके पास उसे चलाने के लिए कोई और सोफ्टवेयर है, ऐसे में आप एक वेबसाइट की मदद ले सकते हैं इस वेबसाइट का नाम है ऑनलाइन कनवर्टर इस वेबसाइट पर आप अपना मनपसन्द फोर्मेट चुन सकते हैं और उस फोर्मेट में अपनी फाइल को बदल सकते हैं, इस पर काम करना बहुत ही आसान है...

कई बार फाइल कन्वर्ट होने में समय लग सकता है, पर इसके परिणाम बहुत ही अच्छे होते हैं, इसमें आप इमेज और विडियो फोर्मेट भी आसानी से बदल सकते है...


वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करे...

21 अक्तूबर 2018

निजी और कॉमर्शियल उपयोग के लिए यहाँ से करें फ्री फ़ॉन्ट्स डाउनलोड।

download Free Fonts from here

नमस्कार मित्रों, अगर आपको ऑनलाइन लेखन या दुसरे प्रोजेक्ट्स के लिए अलग-अलग फ़ॉन्ट्स की जरूरत पडती है तो आप कुछ वेबसाइट से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। हालाँकि इससे पहले आपको कुछ नियम व शर्तों पर गौर करना होगा क्योंकि कई फ़ॉन्ट्स लिमिटेड लाइसेंस वाले होते हैं, यानी आप उन्हें पर्सनल प्रोजेक्ट्स के लिए ही इस्तेमाल कर सकते हैं। कई वेबसाइट से आप कॉमर्शियल लाइसेंस वाले फ़ॉन्ट्स भी डाउनलोड कर सकते हैं। 

जानिए ऐसी ही दो फ्री वेबसाइट के बारे में जहाँ से आप हजारों फ़ॉन्ट्स में से अपनी पसंद का फ़ॉन्ट चुनकर उसका निजी या व्यावसायिक इस्तेमाल कर सकते हैं।

google fonts
गूगल फ़ॉन्ट्स 

इस साईट पर कई किस्म के फ़ॉन्ट्स, जैसे सेरिफ़, सेन्स सेरिफ़, हेंडराइटिंग और मोनोस्पेस उपलब्ध है। इसमें फोटोशॉप और प्रोजेक्ट्स के लिए 135 भाषाओँ में सैंकड़ो फ्री फ़ॉन्ट्स उपलब्ध है। अपनी पसंद का फ़ॉन्ट चुनने के लिए फ़ॉन्ट्स को ब्राउज करके एड टू कलेक्शन पर क्लिक करने के बाद उन सभी को एक ज़िप फ़ाइल में डाउनलोड करें। फिर अनजिप करने पर ये फ़ॉन्ट्स इनस्टॉल के लिए .ओटीएफ (.otf) या .टीटीएफ (.ttf) फाइल्स में नजर आएंगे। सभी गूगल फ़ॉन्ट्स के ओपनसोर्स होने से आप उनमे बदलाव भी कर सकते हैं और कॉमर्शियल उपयोग में ले सकते हैं।


dafont
डाफॉन्ट 

यह पर्सनल प्रोजेक्ट के लिए फ्री फ़ॉन्ट डाउनलोड करने के लिए अधिकारिक वेबसाइट है। वेब डिजाइनिंग के लिए आपको यहाँ बहुत जी स्टाइलिश फ़ॉन्ट्स मिलते हैं। साथ ही फैंसी, हॉरर, विडिओ गेम, एलियन, गोथिक, हैलोवीन जैसे फ़ॉन्ट्स भी मिलते हैं। कॉमर्शियल उपयोग के लिए फ़ॉन्ट्स डाउनलोड करना हो तो सर्च करने से पहले इन तीन फिल्टर्स पर क्लिक करके अतिरिक्त जानकारी ले सकते हैं। ये है मोर ऑप्शन, 100% फ्री और पब्लिक डोमेन। इसके अलावा दुसरे फिल्टर जैसे वेरिएंट्स, साइज़, शोर्टिंग मेथड, लाइसेंस आदि भी उपलब्ध है। यही नहीं, आप पेज पर कोई टेक्स्ट टाइप करके सभी फ़ॉन्ट्स के सेम्पल का तुरंत प्रीव्यू भी देख सकते हैं।

दोनों वेबसाइट का लिंक वेबसाइट के नाम में ही है।

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21 जनवरी 2012

बनाईये घर का डिजाइन ऑनलाइन

Create floorplans the easy way

अगर आप अपने घर के डिजाइन को लेकर कुछ परेशान हो या फ्लोर की एडजेस्टमेंट नही हो पा रही है ,  चाहे आप किसी नए घर में जा रहे हों, शादी की योजना बना रहे हों या अपने रहने वाले कमरे को पुनर्गठित कर रहे हों, फ़्लोरप्लानर के पास आपके लिए सही उपकरण हैं। फ़्लोरप्लानर के साथ आप केवल कुछ क्लिकों में अपने घर, बगीचे या कार्यालय को फिर से बना सकते हैं
नीचे दिए हुए लिंक पर जाएँ ये वेबसाइट आपकी काफी कुछ मदद करेगी। 

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