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क्‍वेरी फीचर की प्रासंगिकता द्वारा क्रमित पोस्‍ट दिखाए जा रहे हैं. तारीख द्वारा क्रमित करें सभी पोस्‍ट दिखाएं
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01 अक्तूबर 2018

फेसबुक और इन्स्टाग्राम को सीमित समय तक इस्तेमाल करने का तरीका

How to use Facebook and Instagram for limited time

नमस्कार मित्रों,स्वागत है एक बार फिर अपना अंतर्जाल पे, आज मैं आपको बताऊंगा फेसबुक और इन्स्टाग्राम को सिमित समय तक इस्तेमाल करने का तरीका। पिछले दिनों फेसबुक और इन्स्टाग्राम ने यूजर्स की जरूरत देखते हुए, अपने एप में टाइम मेनेजमेंट के लिए एक नया फीचर एड किया था। इस फीचर के जरिये यूजर को अपने एक्टिव होने के समय का नोटिफिकेशन के जरिये अपडेट मिलता है। इस नए फीचर से फेसबूक और इन्स्टाग्राम को इस्तेमाल करने की समय सीमा निर्धारित की जाती है। इस फीचर से आप 15 मिनट से लेकर 8 घंटे तक की समय सीमा सेट कर सकते हैं, इसके बाद आपके तय समय के पूरा होते ही स्क्रीन पे नोटिफिकेशन दिखने लगता है। यह फीचर उन यूजर्स के लिए बहुत ही काम का है जो लम्बे समय से सोशल मिडिया पर एक्टिव रहने की आदत से लाचार है। क्योंकि उनके लिए ये इस्तेमाल के समय निर्धारित करने में सहायक है। 

फेसबुक के इस्तेमाल का निर्धरित समय सेट करने के लिए, आप सबसे पहले फेसबुक सेटिंग में जाएँ, फिर योर टाइम ऑन फेसबुक के ऑप्शन पे क्लिक करें। अब एक टाइम ग्राफ आपको दिखेगा। इस से आप रोजाना खर्च होने वाले समय को तय कर सकते हैं। अपने जो समय तय किया है वो पूरा होते ही आपको अलर्ट मेसेज मिलने लगता है। 

इन्स्टाग्राम में समय सीमा निर्धारीत करने के लिए इन्स्टाग्राम सेटिंग पेज पे जाएँ और योर एक्टीविटी पर टैप करें, इसके बाद फेसबुक की तरह ही एक ग्राफ नजर आएगा जो आपके खर्च हो चुके समय के बारे में बताएगा। फेसबुक की तरह रिमाइन्डर भी सेट कर सकते हैं। 
तो दोस्तों ये ऑप्शन आपका समय बचाने में सहायक है, इसका इस्तेमाल जरुर करें। वैसे भी सोशल मिडिया पर ज्यादा एक्टिव रहना आदमी को मानसिक रोगी बना देता है।

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12 अगस्त 2012

एयरटेल दे रहा है नोकिया आशा पर 500 एमबी 3जी डेटा फ्री

नोकिया ने हाल ही में आशा 306 और 311 स्‍मार्टफोन बाजार में लांच किया है। लेकिन अब नोकिया आपके लिए एयरटेल के साथ मिलकर एक आकर्षक ऑफर लाया है जिसके तहत नोकिया आशा 305, 306 और नोकिया आशा 311 में से कोई भी मॉडल खरीदने पर 3 महिने तक 500 जीबी फ्री मोबाइल डेटा मिलेगा।

04 अप्रैल 2012

काम के फ्री सोफ्टवेयर a to z भाग -१



आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ फ्री सॉफ्टवेयर की लिस्ट,  डाउनलोड लिंक इसके नाम मैं हि है।

१. AbiWord
यह एक multi - platform , word processing प्रोग्राम है जो MS Word के बराबर है। यह word processing के अलग अलग task करने में इस्तेमाल  होता है।

२. Active ISO Burner -
यह सॉफ्टवेयर आपको CD-R, DVD-R, DVD+R, CD-RW, DVD-RW, DL DVD+RW, HD DVD और Blu-ray Disc आदि पर ISO Image लिखने की सहूलियत देता है।

३. Absolute Uninstaller -
यह सॉफ्टवेयर widows Add remove program की तरह काम करता है लेकिन उससे ज्यादा Powerfull है। Widows Add remove प्रोग्राम आपके किसी प्रोग्राम को पूरी तरह uninstall नहीं करता है। पीछे टूटे हुए रजिस्ट्री keys और अनावश्यक  files हार्ड डिस्क में छोड़ देता है। यह JUNK FILES आपके सिस्टम को स्लो कर देते है। ये सॉफ्टवेयर सेकंडो में किसी प्रोग्राम को पूरी तरह से uninstall करता है और न कोई JUNK फाइल छोड़ता है। User frndly है और सिस्टम के performance को बढ़ता है।

४. Ad Aware Free -
Adware और Spyware हटाने का बहुत अच्छा application ।

५. Adobe Flash Player -
एक Browser Add ऑन जो आपको online video देखने में मदद करे।

६. Adobe Shockwave Player -
एक Browser add ऑन जो मदद करे interactive web content देखने में जैसे की Gmaes , business presentation , entertainment , advertisement आदि को देखने में मदद करे।

७. Agent Ransack -
हार्ड डिस्क के किसी भी फाइल और फोल्डर खोजने का काफी तेज़ तरीका। फाइल खोजते वक्त ये सॉफ्टवेयर उसके अन्दर के टेक्स्ट को भी दिखाता है जिससे की आप जल्दी अपने फाइल को देख सके बिना हर फाइल खोले हुए।

८. Alltoavi -
ये प्रोग्राम omg और mkv फाइल को avi में बदलता है।

९. AnVir Task Manager Free -
ये सॉफ्टवेयर विंडोज  ७ के टास्क मैनजर का replacement है जो की ज्यादा detail information देता है।

१०. Any Video Converter Free -
All in one video converting टूल जो की आसानी से इस्तेमाल होने वाला , तेज़ converting स्पीड के साथ है और काफी अच्छी  विडियो क्वालिटी देता है। ये सॉफ्टवेयर लगभग हर video फॉर्मेट पर काम करता है।

११. A Patch -
Windows Live Messenger के लगभग हर version को customize करता है। ७० से भी ज्यादा फीचर ।

१२. A-Squared Free -
Trojans, Spyware, Adware, Worms, Keyloggers, Rootkits, Dialers और दुसरे malicious प्रोग्राम्स को हटाने में मदद करता है।

१३. ASTRA32 -
ASTRA32 (Advanced Sysinf Tool & Reporting Assistant), कंप्यूटर के configuration का analysis करता है और कंप्यूटर के hardware और इसके working modes का डिटेल information देता है। यह विस्टा  सिस्टम इनफोर्मेसन का एक अल्टरनेटिव  भी है।

१४. Audacity -
यह फ्री, easy to use ऑडियो रेकॉर्डर और एडिटर है। आप इसका इस्तेमाल यहाँ भी कर सकते है-
लाइव ऑडियो को रिकॉर्ड करने में
टेप और रिकॉर्ड को डिजिटल रेकॉर्डिंग में कन्वर्ट करने में
Mp3 , WAV और AIFF फाइल को एडिट करने में
साउंड मिक्सिंग में
रेकॉर्डिंग की पिच और स्पीच चेंज करने में
और भी बहुत कुछ। सारे फीचर  जानने के लिए यहाँ क्लीक करे।

१५. Auslogics Disk Defrag -
ये आपके हार्ड डिस्क को डीफ्राग करता है। डीफ्राग करते वक़्त ये आपको एक प्रोसेस ग्राफ दिखता है जिससे आपको पता चल सकता है की अभी क्या हो रहा है। और साथ में आपको पूरा डिटेल रिपोर्ट भी देता है।

१६. AutoRuns -
यह सॉफ्टवेयर आपको दिखता है की सिस्टम बूट अप या लोग इन के दौरान कौन सा प्रोग्राम कॉन्फ़िगर्ड हुआ है। और साथ में विंडोज प्रोसेस की सारी entries भी दिखता है ।
नोट: इस सॉफ्टवेयर को आपको Run As Administrator चलाना होगा।

१७. Avast Free Antivirus -
एक फ्री Anti Virus प्रोग्राम जो ऑटो अपडेट होता है।इसमे anti spyware और Anti rootkit protection भी होता है।

१८. Avira AntiVir Personal -
एक और Anti Virus सॉफ्टवेयर।

१९. AVG Antivirus -
एक और फ्री Anti Virus सॉफ्टवेयर जो ऑटो अपडेट होता है।

२०. AxCrypt -
एक फ्री ओपन सौर्स का फाइल Encryption प्रोग्राम।

"A" का सॉफ्टवेयर समाप्त। अगली बार "C" के सॉफ्टवेयर की बाते करेंगे ।

29 अक्तूबर 2018

ट्विटर क्या है? इसके मुख्य फीचर्स क्या है?

About Twitter and its main features.
Twitter

नमस्कार मित्रों! स्वागत है आपका यहाँ। आज जानेंगे ट्विटर और इसके मुख्य फीचर्स के बारे में, वैसे तो twitter को इंटरनेट के sms के रूप में भी जाना जाता है। और लगभग सभी यूजर इसके बारे में जानता है यह लेख नए उपयोगकर्ता के लिए मार्गदर्शन हेतु लिखा गया है। 

ट्विटर एक ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग सर्विस है जो उपयोगकर्ता (User) को 140 करैक्टर के छोटे संदेश भेजने और पढने की सुविधा देता है जिन्हें "tweets" कहा जाता है। पंजीकृत उपयोगकर्ता संदेश को पढ़ एवं प्रेषित कर सकते हैं परन्तु अन्य उपयोगकर्ता सिर्फ संदेश पढ़ सकते हैं। इसे कंप्यूटर एवं मोबाइल, दोनों से संचालित किया जा सकता है। वर्तमान में ट्विटर के दुनियाभर में 25 कार्यालय है और इसकी स्थापना सेन फ्रांसिस्को में हुई थी। ट्विटर मार्च 2006 में बनाया गया था और इसके निर्माता हैं: जैक डोरसे, एवन विलियम्स, ब्रिज टोन, और नूह ग्लास, ट्विटर जुलाई 2006 में लांच किया गया था।

ट्विटर के मुख्य फीचर इस प्रकार है : 

* ट्वीट : यह एक संदेश का टुकड़ा है जो की अधिकतम 140 और कुछ देशों में ये 280 करैक्टर का हो सकता है। शब्दों के बीच खाली जगह और पंक्चुएशन भी 140 करैक्टर में शामिल किये जाते हैं, यानी आप मेसेज लिखते समय जितनी बार स्पेस बटन का इस्तेमाल करेंगे वो भी गिना जायेगा।  यह एक प्रकार की ब्लॉग एंट्री या समझ लीजिए एक छोटे ब्लॉग की तरह है।

* टाइम लाइंस : तारीख के हिसाब से संदेशों का संकलन है टाइम लाइन। पब्लिक टाइम लाइन में हर संदेश का संकलन होता है। जब आप ट्वीट करते हैं तो आप खुद की टाइम लाइन बना लेते हैं जो की आपकी प्रोफाइल देखने वाले हर उपभोक्ता को क्रमबद्ध दिखेगी। टॉप मेन्यु में प्रोफाइल लिंक पर क्लिक करके आप खुद की टाइम लाइन देख सकते हैं। हर उपभोक्ता की एक विशेष टाइम लाइन भी होती है जिसमे हर उस व्यक्ति के ट्वीट होते हैं जिसे उपयोगकर्ता फ़ॉलो कर रहा होता है। यह आपके खुद के न्यूज टिकर की तरह होता है। आप बहुत से लोगों और समूह को फ़ॉलो कर सकते हैं। सिवाय उन संदेशों के जो वह खुद किसी को भेज रहे हैं, आप संदेशों को देख सकते हैं।

* ट्विटर प्रोफाइल : टॉप मेन्यु के सेटिंग लिंक पर क्लिक करके आप अपनी प्रोफाइल एडिट कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखना जरूरी है की आपके अकाउंट सेक्शन की हर चीज पब्लिक को दिखती है। अगर आप अपना वास्तविक नाम नहीं दिखाना चाहते तो अपना नाम बदल सकते हैं। हेड शॉट को आम तौर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बनाया जाता है।

* फोलोविंग और फोलोवर्स : फोलोविंग ट्वीटर में friending और subscribing के लिए प्रयोग किया जाता है। जब किसी की प्रोफाइल पेज पर विजिट करते हैं तो उसके चित्र के नीचे एक छोटा सा फ़ॉलो बटन होता है। इस बटन पर क्लिक करने से आपके होम टाइम लाइन पर उस व्यक्ति के ट्वीट दिखाई देते हैं। ट्विटर पर फोलोविंग एक तरफा होता है, जब तक कोई अपने अपडेट को गोपनीय नहीं करता, उसे आपकी फोलोविंग रिक्वेस्ट को अप्रूव करने की जरूरत नहीं होती है। अगर फीचर बंद ना किया हो तो उन्हें इस बात का एक ई-मेल मिलेगा की आप उन्हें फ़ॉलो कर रहे हैं। वो भी आपके ट्वीट चेक कर सकते हैं और आप उनके मतलब के संदेश भेजते रहते हैं तो वे भी आपको फ़ॉलो कर सकते हैं।

* क्न्वर्सेशन
+ सीधे संदेश प्राइवेट होते हैं। सिर्फ प्रेषक और पाने वाला ही उन्हें देख सकता है। आप इस प्रकार के संदेश सिर्फ उन लोगों तक भेज सकते हैं जो आपको फ़ॉलो करते हैं। इस प्रकार के संदेश आमतौर पर अच्छे नहीं माने जाते और लोग उन्हें नहीं पढ़ते।
+ जिन ट्वीट में आपको मेंशन किया गया है, यह जानने के लिए ट्विटर के राईट साइड पर @yourname (आपका यूजर नेम) पर क्लिक करें।
+ अपने फोलोवर्स को अपना ट्वीट दिखाने और किसी को विशेष रूप से भेजने के लिए शुरुआत की जगह कहीं भी @username लिख दें।

* री-ट्वीट (RT) : जब कोई दूसरा आपके ट्वीट को उसके खुद के फोलोवर्स को दिखाना चाहता हो, तो इसे करने का सामान्य तरीका है:
RT@OriginalAuthor Content of original tweet [Retweeter's comment]

* हेशटैग : हेशटैग से आप अपने ट्वीट में कुंजी शब्द या श्रेणियां जोड़ सकते हैं। हेशटैग लोगों को एक विषय पर ट्वीट का औसत करने की अनुमति देता है। इसमें हेशटैग का चिन्ह की वर्ड बिना रिक्तस्थान के होता है जैसे #फेसबुक । हेशटैग आजकल स्वचलित ट्विटर खोज के लिंक में बदल जाते हैं। जैसे #फेसबुक टैग पर क्लिक करेंगे तो #फेसबुक हेशटैग की सारी सामग्री आपके सामने आ जाएगी जिनमे ये टैग इस्तेमाल हुआ है। कांफ्रेसं और इन्वेट्स के लिए हेशटैग का काफी प्रयोग होता है। हेशटैग को ढूंढ कर आप कई प्रकार के लाइव इवेंट्स को फ़ॉलो कर सकते हो।  अपने शहर या राज्य में होने वाली घटनाओं की जानकारी रखी जा सकती है, किसी भी विषय को खोजा जा सकता है।

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09 अक्तूबर 2018

इ-कॉमर्स क्या है? पुरी जानकारी मिलेगी यहाँ।

What is e-commerce
इ-कॉमर्स 
नमस्कर मित्रों , आज जानेगे इ-कॉमर्स क्या है और इसके प्रकार और उपयोग के बारे में आजकल इ-कॉमर्स का प्रचलन अधिक है तो सोचा क्यों ना इस पर एक पोस्ट हो जाए।

इ-कॉमर्स (इलेक्ट्रोनिक कॉमर्स) :
किसी भी समान को इलेक्ट्रोनिक माध्यम (मुख्य रूप में इंटरनेट) से खरीदा या बेचा जाये उसे इ-कॉमर्स कहते हैं। ऑनलाइन रिटेल बहुत आरामदायक होता है क्योंकि एक तो वह 24 घंटे उपलब्ध रहता है, वैश्विक स्तर पर उपलब्ध होता है और आमतौर पर अच्छी ग्राहक सेवा प्रदान करता है।

ई-कॉमर्स व्यपार में निम्नलिखित विशेषताएं होती है :

* ऑनलाइन शौपिंग साईट, खुदरा बिक्री -सीधे ग्राहक के लिए।
* बेचने वाला ऑनलाइन बाजार (मार्केटप्लेस) में भाग ले सकता है जो की व्यापार ग्राहक, या ग्राहक - ग्राहक बेचने का माध्यम प्रदान करता है।
* व्यापार - व्यापार (Business 2 Business) खरीदना और बेचना। 
* डेमोग्राफी डाटा को एकत्रित करना (सोशल मिडिया और वेब कॉन्टेक्ट्स द्वारा)
* B2B इलेक्ट्रोनिक डाटा एक दुसरे से आदान-प्रदान करना।
* ईमेल और फेक्स के द्वारा क्लाइंट्स और सबंधित ग्राहकों को पाने के लिए मार्केटिंग करना (उदाहरण के लिए - समाचार पत्र)

इ-कॉमर्स के प्रकार :

* प्योर (pure)-क्लिक या प्योर-प्ले संस्थाएं - जिन्होंने बिना किसी पुरानी चल रही संस्था के, बस एक साईट शुरू कर दी है।
* बिक्र-एंड-क्लिक संस्थाएं - वह चल रही संस्था होती है जिसने इ-कॉमर्स के लिए साइट लांच की है।
* क्लीक-टू-बिक्र संस्था - यानी ऑनलाइन विक्रेता जिसने बाद में कुछ जगहों पर दुकान खोली हो।

कई प्रकार की इ-बिक्री हो सकती है, जैसे :

* व्यापार से ग्राहक (Business 2 Consumer) -: कम्पनी सीधे अपना समान उपभोगकर्ता को बेचती है। B2C वेब शॉप्स आमतौर पर सभी विसिटर्स के लिए खुली होती है। उदाहरण है  अमेजोन

* व्यापार से प्यापार (Business 2 Business) -: कम्पनी बिना सीधे ग्राहक को बेचे, सीधे दुसरी कम्पनी को सामान बेचती है। इनके ऑनलाइन साईट पर लॉग इन करना पड़ता है। इस प्रकार की साइट्स पर आमतौर पर ग्राहक के हिसाब से दाम, डिस्काउंट और माल की छंटनी होती है। उदाहरण है अलीबाबा

* ग्राहक से व्यापार (Consumer 2 Business) -: यहाँ ग्राहक अपना सामान ऑनलाइन बेचने के लिए लगा देता है जहाँ कम्पनी बोली लगा सकती है। ग्राहक इन बोलियों को देख सकता है और अपने हिसाब से कम्पनी चुन कर माल बेच सकता है।

* ग्राहक से ग्राहक (Consumer 2 Consumer) -: ग्राहक अपने माल को दुसरे ग्राहक को बेचता है इसका बेहतरीन उदाहरण है ईबाय

* मोबाईल कॉमर्स (mCommerce) -: मोबाइल या पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट (PDA) के द्वारा माल को खरीदने या बेचने को मोबाइल कॉमर्स कहते हैं। अगली पीढ़ी कही जाने वाले इस इ-कॉमर्स में यूजर को इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए किसी प्लग में तार नहीं लगाना पड़ता।

इ-कॉमर्स की सबसे सबसे बड़ी विशेषता है बिना किसी ज्यादा फाइनेंसियल इन्वेस्टमेंट के उसका वैश्विक होना, इस तरह के कॉमर्स के लिए कोई जमीनी बाध्यता नहीं है। ग्राहक वैश्विक तौर पे चुन सकते है, सभी बेचने वालों की तुलना कर सकते हैं बिना उनकी वर्तमान भौगोलिक स्थिति के। सीधे ग्राहक को कम्पनी से मिला देने के गुण से इ-कॉमर्स ने बिचोलियों के लिए कोई काम नहीं छोड़ा है, कुछ जगह है भी तो काफी कम। इस प्रकार कम्पनी और ग्राहक के बीच सीधा तार जुड़ जाता है, जिससे कम्पनी ग्राहक को उसके उत्पाद और सर्विस प्रदान कर सकती है। 

इ-कॉमर्स कम्पनी ग्राहक को बेहतर उत्पाद, बेहतर आफ्टर-सेल्स-सर्विस देती है जो ग्राहक को और करीब ले आता है। इससे प्रतिस्पर्धा भी बढती है। कीमत में आकर्षक कमी, इ-कॉमर्स की एक महत्वपूर्ण विशेषता है, इ-कॉमर्स नए तरीकों से ग्राहकों के पास एक 24 घंटे खुला रहने वाला वर्चुअल स्टोर बन गया है।

इ-कॉमर्स के प्रयोग : सबसे प्रचलित इ-कॉमर्स एप्लीकेशन है:

खुदरा एवं थोक व्यापार : खुदरा और व्यापार में इ-कॉमर्स के कई इस्तेमाल है। इ-रिटेलिंग या ऑनलाइन रिटेल, व्यापार से ग्राहक को माल इलेक्ट्रोनिक कैटेलोग और शौपिंग कार्ट मॉडल के माध्यम से बेचना है। एक साइबर मॉल या इ-मार्केटप्लेस ग्राहक और सेलर को एक वर्चुअल स्पेस में (एक वेब ब्राउज़र के द्वारा)आकर्षित करते हैं।

प्रचार : ग्राहक के व्यवहार, जरूरत और खरीदने के तरीके की जानकारी वेब और इ-कॉमर्स द्वारा जुटाई जा सकती है। यह प्रचार कार्यों जैसे कीमत तय करना, मोल-भाव करना, उत्पाद के फीचर में बदलाव एवं ग्राहक के साथ सम्बन्धों में मदद करता है।

फाइनेस : इस प्रकार की कम्पनिया इ-कॉमर्स का काफी उपयोग करती है। ग्राहक समस्त सेवाएं जैसे खाते का बैलेंस चेक करना, पेमेंट ट्रांसफर करना, अपने बिल जमा करना इ-बैंकिंग या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से आसानी से कर सकते है। इ-कॉमर्स का एक अन्य उपयोग ऑनलाइन स्टॉक लें-देंन भी है। काफी साइट्स कम्पनियों के प्रोफाइल एवं उसके स्टॉक/शेयर के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाती है।

मेन्युफैक्चरिंग : इ-कॉमर्स किसी कम्पनी के माल ढुलाई के सिस्टम को भी सम्भाल लेता है। कुछ कम्पनिया एक प्रकार का इलेक्ट्रोनिक एक्सचेंज बना लेती है। इसमें सम्मिलित होता है माल का खरीदना-बेचना, व्यापार मार्केटिंग की जानकारी, कार्यालय की जानकारी जैसे इन्वेंटरी कंट्रोल, कच्चा माल एवं तैयार माल की ढुलाई प्रोसेस इस प्रकार से तेज हो जाती है।

बोली (ऑक्शन) : ग्राहक-ग्राहक  इ-कॉमर्स माल के सीधे सीधे ग्राहकों के बीच बेचने को कहते हैं। इसमें इलेक्ट्रोनिक बोली भी शामिल है। बिडिंग एक प्रकार की बोली है जिसमे संभावित ग्राहक माल के लिए ऑनलाइन बोली लगा सकता है।

ऑनलाइन शौपिंग साइट्स :

online shopping
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आजकल लोगों के पास समय की कमी है और वह अपने काम में अधिक व्यस्त हो गये हैं। किसी अन्य काम के लिए बहुत ही कम समय बचता है और ऐसे में ऑनलाइन शौपिंग ही उनके लिए अच्छा माध्यम बनाता है। स्मार्टफोन के आने से इंटरनेट का उपयोग सरल हो गया है जिससे ऑनलाइन शौपिंग और भी ज्यादा प्रचलित हो गयी है। हिंदुस्तान की कई ऑनलाइन शौपिंग साइट्स इस प्रकार प्रचलित हो गयी है जो ग्राहकों को लुभावने ऑफर देकर आकर्षित करती है।
ऑनलाइन शौपिंग एक तेज, किफायती, आसान और मजेदार अनुभव प्रदान करता है। इसमें खूबियाँ जैसे 24 घंटे शौपिंग, डिस्काउंट कूपन के साथ शौपिंग, घर बैठे शौपिंग, अच्छी गुणवता के उत्पाद इत्यादि।

हिंदुस्तान की प्रमुख ऑनलाइन शौपिंग साइट्स:

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Indian online shopping Site

* फ्लिप्कार्ट.कॉम (अप म्यिन्त्रा के भी मालिक) : 2004 में लगभग 4 लाख रूपये से शुरू, आज 60000 करोड़ रु. का सालाना टर्नओवर, यह एक मार्किटप्लेस है जहाँ किताबों से लेकर इलेक्ट्रोनिक्स, कपड़े, जूते आदि सब कुछ खरीद सकते हैं। यह हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी साईट है।

* अमेजन.इन : यह दुनियाभर में इ-कॉमर्स में अवल्ल है। अब हिंदुस्तान में भी अपने व्यापार को चालू कर दिया है। इस साईट पर सभी प्रकार का सामान किफायती दरों में उपलब्ध है।

* स्नैपडील.कॉम : यह साईट आस पड़ोस के उत्पाद एवं सर्विसेज जैसे मसाज, भ्रमण और रेस्तरा पर बेहतरीन ऑफर देती है। यह साईट अच्छी कीमत और मुफ्त कुरियर सेवा देती है।

* पेटिएम.कॉम : इसकी शुरुआत मोबाइल इ-वॉलेट के द्वारा मोबाइल रिचार्ज, बिल भुगतान आदि से शुरू हुई थी। अब ये साईट एक सम्पूर्ण मार्किटप्लेस की तरह सब कुछ बेच रही है। इसकी कम कीमत, इ-वॉलेट के बेहतरीन उपयोग के कारण इस साईट ने बहुत ही कम समय में शीर्ष दस साइट्स में अपनी जगह बना रखी है ।

* जबोंग.कॉम : यह एक फैशन स्टोर है जो की हर आइटम पर अच्छा डिस्काउंट प्रदान करवाता है। कपड़ों और घर की साज-सज्जा के सामान का बेहतरीन संग्रह इस साईट पे मिलता है।

मित्रों ये थी इ-कॉमर्स से जुडी जानकारी, सभी शौपिंग साइट्स के लिंक नाम में ही है, अगले लेख में बताऊंगा क्लाउड स्टोरेज के बारे में।


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13 अक्तूबर 2018

वेब ब्राउज़र क्या हैं? लोकप्रिय ब्राउज़र कौनसे हैं?

About Browser
Popular Browser
नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पर। आज की पोस्ट में बताऊंगा ब्राउज़र और उसके प्रकार आज की पोस्ट उनके लिए है जो अभी इंटरनेट पर नए है, क्योंकि बाकि तो सभी जानते हैं की ब्राउज़र क्या है?

ब्राउज़र (Browser) एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो वर्ल्ड वाइड वेब पर कंटेंट को खोजने, प्राप्त करने (retrieve)एवं प्रदर्शित करने (display) में उपयोग में आती है, जैसे इमेजेज,वेब पेजेज, विडिओ कंटेंट्स आदि। एक क्लाइंट/सर्वर मॉडल की तरह, ब्राउज़र एक क्लाइंट की तरह काम करता है, जो यूजर के कंप्यूटर पर रन होता है। ब्राउज़र वेब सर्वर को संम्पर्क (कांटेक्ट) करके इन्फोर्मेशन रिक्वेस्ट करता है। उसके बाद वेब सर्वर इन्फोर्मेशन प्राप्त करके वापिस इन्फोर्मेशन वेब ब्राउज़र को भेज देता है, ब्राउज़र इस इन्फोर्मेशन को प्रोसेस करके कंप्यूटर पर डिस्प्ले कर देता है।

आज के ब्राउज़र अत्याधुनिक है एवं पुरी तरह से कार्यात्मक (fully functional) सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जो वेब सर्वर पर होस्टेड वेब पेजेज, एप्लीकेशन, जावा स्क्रिप्ट एवं अन्य तरह के कंटेंट्स को प्रोसेस और प्रदर्शित कर सकते हैं। वेब ब्राउज़र एक यूजर इंटरफेस, लेआउट इंजन, रेंडरिंग इंजन, जावा स्क्रिप्ट इंटरप्रेटर, यूजर इंटरफेस बेक एंड, नेटवर्क एवं डाटा कम्पोनेंट्स से मिलकर बनता है।

अधिकांश प्रमुख वेब ब्राउज़र के यूजर इंटरफेस में कुछ समान अवयव होते हैं जिनके नाम अलग-अलग ब्राउज़र में अलग-अलग हो सकते हैं।

ये अवयव (एलेमेंट्स) निम्नलिखित हैं :

* पीछे और आगे के बटन्स (बैक व फोरवर्ड बटन्स) : क्रमश: पिछले या आगे के संसाधन में जाने के लिए।
* एक रिफ्रेश या रीलोड बटन, मौजूदा संसाधन (रिसोर्स पेज) को फिर से लोड करने के लिए।
* एक स्टॉप बटन, रिसोर्स लोडिंग रद्द करने के लिए। कुछ ब्राउज़रों में, स्टॉप बटन को रीलोड के साथ विलय कर दिया जाता है, मतलब जब आप रीलोड बटन को दबाते है तभी स्टॉप बटन दिखाई देता है स्टॉप करने के लिए।
* एक होम बटन, यूजर (उपयोगकर्ता) के मुख्य पृष्ठ (होमपेज) पर लौटने के लिए।
* एक एड्रेस बार जो वांछित संसाधन या पेज का यूनिफार्म रिसोर्स आइडेंटिफायर (Uniform Resource Identifier - URI) इनपुट करने में काम आती है।
* एक सर्च इंजन में इनपुट शब्दों के लिए एक सर्चबार। कुछ ब्राउज़रों में, सर्च बार को एड्रेस बार के साथ विलय कर दिया जाता है। 
* एक स्टेट्स बार जो संसाधन या पेज को लोड करने में प्रगतिं प्रदर्शन करती है, साथ में जूमिंग बटन्स भी होते हैं।
* व्यूपोर्ट, ब्राउज़र विंडो के अंदर वेबपेज के दृश्य क्षेत्र।
* एक पेज के लिए HTML सोर्स (स्रोत) को देखने की क्षमता।
* प्रमुख ब्राउजरों में एक वेब पेज के अंदर खोज करने के लिए इंक्रीमेंटल फाइंड फीचर भी होता है।
* अधिकतर ब्राउजर HTTP सिक्योर को सपोर्ट करते हैं और वेब कैश, डाउनलोड हिस्ट्री को नष्ट करने के लिए त्वरित और आसान तरीके प्रस्तुत करते हैं।

वर्तमान में दो सबसे ज्यादा लोकप्रिय ब्राउज़र है - माइक्रोसॉफ्ट इन्टरनेट एक्स्प्लोरर / माइक्रोसोफ्ट एज और गूगल क्रोम। अन्य प्रमुख ब्राउज़रों में मोजिला फायरफॉक्स, एप्पल सफारी और ओपेरा शमिल है। 
क्रोम ब्राउज़र को डिफॉल्ट ब्राउज़र के रूप में सेट रखना चाहिए क्योंकि यह गूगल आधारित अन्य सेवाओं के साथ सहज एकीकरण (सीमलेस इंटीग्रेशन) के कारण और अधिक सुविधाजनक बन जाता है। सभी ब्राउज़र के डाउनलोड लिंक नाम में ही है।

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18 मार्च 2012

कम्प्युटर एरर को कैसे साल्व करे



मित्रों क्या कभी आपने विंडोज के हाइबरनेट ऑप्शन का प्रयोंग किया  हैं?  यह एक बहुत ही उपयोगी फीचर है बिना सिस्टम बन्द किए दुबारा से काम करने के लिए इस ऑप्शन का प्रयोग करते हैं। लेकिन कभी-कभी या कुछ दिनों के बाद एक एरर मैसेज का सामना करना पड जाता है।

यह एरर इस प्रकार से है।

Windows – System Error
Insufficient System resources exist to complete the API


काफी रिसर्च के बाद पाया गया कि यह एरर मैसेज सिस्टम या हार्डवेयर से सम्बन्धित नही है बल्कि यह एक केरनर पावर कमी है और इसका माइक्रोसाफट द्वारा एक समाधान दिया गया है। इसे यहॉं से डाउनलोड कर सकते हें।

आशा करता हूँ इससे इस एरर मैसेज का समाधान हो जाए।

29 मई 2018

फेसबुक के 3 नये फीचर्स

फेसबुक
नमस्कार मित्रों , एक लम्बे अंतराल बाद पोस्ट लिख रहा हूँ, आपको जरुर पसंद आएगा आज का आलेखतो चलते हैं आज के आलेख की और
फेसबुक ने हाल ही में तीन फीचर्स पेश कियें हैं जिनकी सहायता से यूजर्स को बहुत फायदा होने वाला है नये फीचर्स के अनुसार आप अपने विडिओ और फोटो बाद में देखने के लिए सेव कर सकते हैंवॉइस पोस्ट भी कर सकते हैं, इसकी कमी बहुत खल रही थी, मैंने कुछ दिनों पहले फेसबूक पर इस तरह का स्टेट्स भी लिखा थाये सभी नये फीचर्स सबसे पहले हम भारतीय यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे। 

ये हैं नये 3 फीचर्स -:

1. वॉइस पोस्ट :- यूजर्स स्टोरी के साथ वोईस नोट पोस्ट कर पाएंगे साथ ही मोबाईल में सेव्ड इमेज जोड़ पाएंगे, और ये वोईस पोस्ट न्यूज फीड में भी शेयर कर पाएंगे

 2. स्टोरी आर्काइव :- यूजर्स स्टोरी बाद में देखने या शेयर करने के लिए सेव कर सकेंगे साथ ही सेव नहीं करने का विकल्प भी होगा

 3. फेसबुक क्लाउड :- फोन में स्टोरेज की समस्या को ध्यान में रखते हुए फेसबुक फोटोज और विडिओ सेव करने के लिए यह फीचर लाया गया है।  इसकी सहायता से फेसबुक कैमरे से ली गयी फोटो और विडिओ को फेसबुक क्लाउड में सेव करके बाद में इस्तेमाल कर सकते हैं। 
 
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