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क्‍वेरी यूजर्स की प्रासंगिकता द्वारा क्रमित पोस्‍ट दिखाए जा रहे हैं. तारीख द्वारा क्रमित करें सभी पोस्‍ट दिखाएं
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28 दिसंबर 2013

सन 2013 की 5 लोकप्रिय स्मार्टफोन एप्स।

नमस्कार मित्रों, क्या आप जानते हैं मोबाइल की दुनिया में  साल 2013 स्मार्टफोन एप्स के नाम रहा। यूजर्स ने कई यूटिलिटी, गेम्स और सोशल नेटवर्किंग से जुड़े एप को डाउनलोड किया। इस साल साल यूजर्स में कौन-कौनसी एप लोकप्रिय हुयी यही बताने की कोशिश कर रहा हूँ। आईये डालते हैं एक नजर ...

1. बीबीएम



 
बीबीएम

29 मई 2018

फेसबुक के 3 नये फीचर्स

फेसबुक
नमस्कार मित्रों , एक लम्बे अंतराल बाद पोस्ट लिख रहा हूँ, आपको जरुर पसंद आएगा आज का आलेखतो चलते हैं आज के आलेख की और
फेसबुक ने हाल ही में तीन फीचर्स पेश कियें हैं जिनकी सहायता से यूजर्स को बहुत फायदा होने वाला है नये फीचर्स के अनुसार आप अपने विडिओ और फोटो बाद में देखने के लिए सेव कर सकते हैंवॉइस पोस्ट भी कर सकते हैं, इसकी कमी बहुत खल रही थी, मैंने कुछ दिनों पहले फेसबूक पर इस तरह का स्टेट्स भी लिखा थाये सभी नये फीचर्स सबसे पहले हम भारतीय यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे। 

ये हैं नये 3 फीचर्स -:

1. वॉइस पोस्ट :- यूजर्स स्टोरी के साथ वोईस नोट पोस्ट कर पाएंगे साथ ही मोबाईल में सेव्ड इमेज जोड़ पाएंगे, और ये वोईस पोस्ट न्यूज फीड में भी शेयर कर पाएंगे

 2. स्टोरी आर्काइव :- यूजर्स स्टोरी बाद में देखने या शेयर करने के लिए सेव कर सकेंगे साथ ही सेव नहीं करने का विकल्प भी होगा

 3. फेसबुक क्लाउड :- फोन में स्टोरेज की समस्या को ध्यान में रखते हुए फेसबुक फोटोज और विडिओ सेव करने के लिए यह फीचर लाया गया है।  इसकी सहायता से फेसबुक कैमरे से ली गयी फोटो और विडिओ को फेसबुक क्लाउड में सेव करके बाद में इस्तेमाल कर सकते हैं। 
 
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04 दिसंबर 2012

क्यों होते हैं फेसबुक प्रोफाइल हैक?



इन दिनों फेसबुक यूजर्स के लिए हैकिंग की समस्या आम हो गई है।
पिछले दिनों बेंगलुरु में तकरीबन दो लाख फेसबुक यूजर्स इसके शिकार हुए हैं। ज्यादातर फेसबुक यूजर की समस्या है कि या तो उनका अकाउंट किसी ने हैक कर लिया है या उनकी वॉल पर किसी ने कोई भी सामग्री पोस्ट कर दी है।

अकाउंट हैक की कोशिश उन यूजर के साथ ज्यादा हो रही है जिन्हें कम्प्यूटर का बेसिक नॉलेज कम है या जो अपना पासवर्ड बदलते ही नहीं हैं। विशेषज्ञों की राय है कि इन समस्याओं से बचने के लिए कम्प्यूटर का बेसिक नॉलेज रखना जरूरी है ताकि कोई भी वायरस या गलत सामग्री को खोलने से पहले आप एक बार जरूर सोचें।

अकाउंट हैक होने के मामले ज्यादा

दूसरे का अकाउंट हैक करने जैसे मामले इन दिनों ज्यादा होने लगे हैं। इसमें दो चीजें मुख्य हैं- पहला किसी व्यक्ति का अकाउंट बना हुआ है और कोई अन्य व्यक्ति उसके अकाउंट पर अश्लील फोटो या मैसेज डाल देता है। या फिर दूसरे व्यक्ति के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाना। लोग फर्जी आईडी बनाकर दोस्तों को जो़ड़ने का प्रयास करते हैं और जब ज्यादा दोस्त जु़ड़ जाते हैं तो फिर उन्हें अश्लील फोटो और मैसेज डाल देते हैं। इससे आपकी फेसबुक फ्रेंड्स के सामने गलत इमेज बनती है।

सोशल नेटवर्किंग का चलन

आईटी एक्सपर्ट मानते हैं कि आजकल सोशल नेटवर्किंग का चलन ज्यादा हो गया है। कोई भी व्यक्ति इंटरनेट न जानते हुए फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट का उपयोग करने लगता है। उन व्यक्तियों को बेसिक कम्प्यूटर नॉलेज होना बहुत जरूरी है उसके बाद ही उन्हें इंटरनेट का प्रयोग करना चाहिए।

बचने के तरीके

- किसी दोस्तों की तरफ से मैसेज आता है तो उसे प़ढ़कर व समझकर ही क्लिक करें क्योंकि उसमें वायरस हो सकता है।
यदि समझ नहीं आए तो उसे डिलीट कर दें। या फिर तुरंत ही उस व्यक्ति को सूचित करें जिसके अकाउंट से वॉल पर पोस्ट हुआ है।
- ई-मेल पर कोई लिंक आती है तो उसे भी क्लिक न करें।
- फेसबुक एप्लीकेशन यूज कर रहे हैं तो पहले परमिशन मांगी जाती है यहां यह जान लें कि सामने वाला क्या-क्या जानकारी हमारी प्रोफाइल से ले सकता है।
- यदि सामने वाला यूजर डिटेल में जानकारी लेता है तो उस एप्लीकेशन को यूज करने से बचें।
- यदि आप फेसबुक वॉल पर कोई ऐसा फोटो देखते हैं जो गलत है या अच्छा नहीं है तो आप उस फोटो और मैसेज को रिपोर्ट एब्यूस पर क्लिक कर दीजिए। यदि फेसबुक टीम को लगेगा कि इस फोटो और मैसेज को ज्यादा लोग एब्यूज मार्क कर रहे हैं तो वे इन्हें हटा देते हैं।
- यदि किसी व्यक्ति का आईडी हैक हुआ है और हैकर उसकी प्रोफाइल का मिस यूज कर रहा है तो तुरंत ही पुलिस थाना और सायबर सेल के ऑफिस में शिकायत दर्ज करें।
- फेसबुक यूजर प्रायवेसी सेटिंग एनेबल करें ताकि आप अपने प्रायवेट नेटवर्क मजबूत बना सकें ताकि कोई भी अनजान व्यक्ति आपकी वॉल पर पोस्ट न कर पाए और न ही आपने जो पोस्ट किया है वह देख पाए।
- अनवांटेड एप्लीकेशन को क्लिक न करें।
- कोई एप्लीकेशन के माध्यम से आपको लिंक भेज रहा है तो उस एप्लीकेशन को भूल कर एड न करें।
- साइटों पर फ्री में मिलने वाले एंटी-वायरस या फिर सॉफ्टवेयर लोड न करें।
- किसी के खाते में अश्लील फोटो या वीडियो है तो उसे नहीं खोलें।

ये आलेख मेरा नहीं है अंतर्जाल से लिया गया है बस आप लोगो में शेयर करने के लिए , यदि मूल लेखक को इससे आपति हो तो हटा दिया जायेगा... धन्यवाद

01 अक्तूबर 2018

फेसबुक और इन्स्टाग्राम को सीमित समय तक इस्तेमाल करने का तरीका

How to use Facebook and Instagram for limited time

नमस्कार मित्रों,स्वागत है एक बार फिर अपना अंतर्जाल पे, आज मैं आपको बताऊंगा फेसबुक और इन्स्टाग्राम को सिमित समय तक इस्तेमाल करने का तरीका। पिछले दिनों फेसबुक और इन्स्टाग्राम ने यूजर्स की जरूरत देखते हुए, अपने एप में टाइम मेनेजमेंट के लिए एक नया फीचर एड किया था। इस फीचर के जरिये यूजर को अपने एक्टिव होने के समय का नोटिफिकेशन के जरिये अपडेट मिलता है। इस नए फीचर से फेसबूक और इन्स्टाग्राम को इस्तेमाल करने की समय सीमा निर्धारित की जाती है। इस फीचर से आप 15 मिनट से लेकर 8 घंटे तक की समय सीमा सेट कर सकते हैं, इसके बाद आपके तय समय के पूरा होते ही स्क्रीन पे नोटिफिकेशन दिखने लगता है। यह फीचर उन यूजर्स के लिए बहुत ही काम का है जो लम्बे समय से सोशल मिडिया पर एक्टिव रहने की आदत से लाचार है। क्योंकि उनके लिए ये इस्तेमाल के समय निर्धारित करने में सहायक है। 

फेसबुक के इस्तेमाल का निर्धरित समय सेट करने के लिए, आप सबसे पहले फेसबुक सेटिंग में जाएँ, फिर योर टाइम ऑन फेसबुक के ऑप्शन पे क्लिक करें। अब एक टाइम ग्राफ आपको दिखेगा। इस से आप रोजाना खर्च होने वाले समय को तय कर सकते हैं। अपने जो समय तय किया है वो पूरा होते ही आपको अलर्ट मेसेज मिलने लगता है। 

इन्स्टाग्राम में समय सीमा निर्धारीत करने के लिए इन्स्टाग्राम सेटिंग पेज पे जाएँ और योर एक्टीविटी पर टैप करें, इसके बाद फेसबुक की तरह ही एक ग्राफ नजर आएगा जो आपके खर्च हो चुके समय के बारे में बताएगा। फेसबुक की तरह रिमाइन्डर भी सेट कर सकते हैं। 
तो दोस्तों ये ऑप्शन आपका समय बचाने में सहायक है, इसका इस्तेमाल जरुर करें। वैसे भी सोशल मिडिया पर ज्यादा एक्टिव रहना आदमी को मानसिक रोगी बना देता है।

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02 सितंबर 2013

अपने किसी भी ऑनलाइन अकाउंट को डिलीट करें।

 
justdelete
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मित्रों फेसबुक और दुसरी सोशल वेबसाइट पर हम अकाउंट बना तो लेते हैं, लेकिन कई बार अनुपयोगी होने की वजह से हमें उन्हें डिलीट करने की जरुरत होती है। ऐसे में हम वेबसाइट का वो लिंक ढूढने की कोशिश करते है,जिस पर जाकर हम अपने अकाउंट को डिलीट कर सकें। लेकिन ये इतना आसान काम नहीं। अधिकतर वेबसाइट ये नहीं चाहती की उनके यूजर्स संख्या कम हो, इसलिए वह अकाउंट के डिलीट वाले लिंक को इतना छिपा कर रखती है कि यूजर उस पर आसानी से नहीं पहुँच पाते। ऐसे में या तो सर्च करने में ज्यादा वक्त खराब होता है या फिर यूजर अकाउंट डिलीट किये बिना ही उस वेबसाइट को बंद कर देता है।

लेकिन इस समस्या का समाधान है "जस्टडिलीट" यह एक वेबसाइट है जो इंटरनेट कि पोपुलर 125 से भी ज्यादा सेवाओं के अकाउंट को डिलीट करने के लिंक एक साथ आसान इंटरफेस में उपलब्ध कराती है। इस वेबसाइट कि मदद  से किसी भी साईट पर बना अपना अकाउंट कुछ ही पल में डिलीट कर सकते है।

डिलीट करने का तरीका

सबसे पहले आप निम्न लिंक पर जाएँ -
http://justdelete.me
यहाँ आपको लगभग सभी लोकप्रिय वेबसाइट दिखाई देंगी। अपनी मनचाही वेबसाइट को चुनिए और उस पर बने अकाउंट को डिलीट कर दीजिए। यहाँ आसान, मध्यम और मुश्किल या असंभव कैटेगरी दी गयी है। यह अकाउंट को डिलीट करने कि प्रक्रिया के आधार पर तय की गयी है। इससे यह पता लग जाता है की अकाउंट को डिलीट करना कितना आसान है। इस वेबसाइट का गूगल क्रोम एक्सटेंशन भी उपलब्ध है। तो अगली बार कोई अकाउंट डिलीट करना हो तो इसे जरुर आजमाके देखें। धन्यवाद।


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09 मार्च 2013

ऐसे ओर्गेनाइज़ होगा आपका ई-मेल इनबॉक्स

otherinbox
otherinbox
जीमेल और कुछ दुसरी मेल सेवाएं आपको 'प्रायरिटी इनबॉक्स' की सुविधा तो देती है, लेकिन इनके लिए सेट्टिंग को समझ पाना आप यूजर के लिए थोडा मुश्किल है। यही वजह है की ज्यादातर यूजर्स अपने इनबॉक्स की मेल्स को सोर्ट करने के लिए इस सुविधा का इस्तेमाल नहीं करते।

इन्टरनेट पर ऐसी कई साइट्स भी मौजूद है, जो आपके  लिए ई-मेल को सोर्ट करने और उन्हें श्रेणी के हिसाब से अलग-अलग फोल्डर में सेव करने का काम आसानी से करती है। ऐसी साइट्स एक बार मेल अकाउंट का एक्सेस लेने के बाद उन्हें श्रेणीबद्ध रूप में बाँट देती है, 'अदरइनबॉक्स' वेबसाइट भी ओर्गेनाइज़र टूल की मदद से इनबॉक्स को ओर्गेनाइज़ कर देती है।


आपको देना होगा ई-मेल का एक्सेस

यह सुविधा एओएल, जीमेल, याहू और आइक्लाउड जैसे अकाउंट के लिए उपलब्ध है। इसके लिए सबसे पहले आपको निम्न वेब पते पर जाना होगा -:
http://otherinbox.com/organizer/
इसके बाद आप उस मेल विकल्प को चुनिए जिसे आप ओर्गेनाइज़ करना चाहते हैं, ई-मेल लोगिन करने के बाद या आपके इनबॉक्स की मेल्स को अलग-अलग डिफाल्ट फ़ोल्डर्स में सेव करना शुरू करता है। वेबसाइट न्यूज़लेटर भी भेजती है, ताकि पता चल सके की इसने आपकी मेल किस तरह सोर्ट की है।

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28 सितंबर 2013

क्या आप अपना ईमेल ट्रैक करना चाहते हैं ?

क्या आप अपना ईमेल ट्रैक करना चाहते हैं



मित्रों यदि आप ये जानना चाहते है की आपका भेजा हुआ ईमेल खोला गया या नहीं  या फिर कब खोला गया तो इसके लिए मैं आपको दो तरीके बताता हूँ।

एम्बेडेड ए कोड

अगर आप पता करना चाहते हैं की आपका ई मेल खोला गया या नहीं, तो आप ऐसी सर्विस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें आपको मेल भेजने से पहले एक कोड जोड़ना होगा। इसके लिए आपको www.spypig.com पर जाना होगा। इसमें एक ट्रेकिंग इमेज जनरेट होगी। आपको सिर्फ जनरेट इमेज कोपी करके इसे मैसेज बोडी में पेस्ट करना होगा। जब आपका मेल सामने वाला  खोलेगा तो आपको नोटिफिकेशन मेल मिलेगा। www.whoreadme.com और www.getnotify.com भी यही काम करती है ।


एड-ऑन का इस्तेमाल


फ़ायरफ़ॉक्स और गूगल क्रोम यूजर्स एक एड ऑन इंस्टाल कर सकते हैं, जो जीमेल के साथ इन्टीग्रेट होकर ट्रैकिंग कर सकता है। इसके लिए www.bana-natag.com और  www.rightinbox.com की मदद ले सकते हैं। दोनों वेबसाइट यह पता कर सकती है की आपके द्वारा भेजा गया मेल कब खोला गया और कितनी बार एम्बेडेड लिंक पर क्लिक किया गया। दोनों सर्विसेज में एक मुफ्त प्लान है। बनानाटैग में 5 मेल्स/प्रतिदिन और राइटइनबॉक्स के लिए 10 मेल्स/प्रतिमाह मुफ्त है।

आज बस इतना ही फिर मिलते है कुछ अलग सी पोस्ट लेकर, धन्यवाद।



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17 अप्रैल 2013

विकिपीडिया का ट्रैवेल गाइड



अगर आप इन्टरनेट पर ट्रैवल से सबंधित जानकारी खोज रहे हैं तो अब आपके लिए विकिपीडिया मददगार साबित हो सकता है,विकिपीडिया ने हाल ही फ्री ऑनलाइन ट्रैवेल गाइड लोंच किया है, इसे विकिमीडिया फाउंडेशन ने लाँच किया है, इसके लिए आप http://www.wikivoyage.org/ पर जा सकते हैं, गोरतलब है की विकिपीडिया एनसाइक्लोपीडिया पूरी दुनिया में मशहूर है, ऐसे में इसने आधा दर्जन भाषाओँ में ट्रैवेल गाइड लोंच किया है, इस ट्रैवेल गाइड में शुरूआती तौर पर 50,000 आर्टिकल्स है, पर्यटन से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए इन्टरनेट पर भटकने वाले यूजर्स के लिए यह वेबसाइट काफी उपयोगी साबित हो सकती है, लोगो की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखकर आगे इस वेबसाइट पर और ज्यादा आर्टिकल्स को जोड़ा जायेगा, दुनियाभर में पर्यटन के बढते क्रेज को देखते हुए या वेबसाइट हर किसी के लिए लाभदायक है...

स्रोत -: राजस्थान पत्रिका 




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19 सितंबर 2018

बेहतर ब्राउजिंग के लिए यूनिक एंड्राइड ब्राउज़र


नमस्कार मित्रों, स्वागत है आपका अपना अंतर्जाल पे। आजकल लगभग सभी के पास एंड्राइड स्मार्टफोन तो है ही, और आपके स्मार्टफोन का ब्राउज़र एक ऐसा एप है जो अधिकतर इस्तेमाल होता है।

लेकिन  क्या आपने कभी इसे बदलने का सोचा है?

यदि नहीं,  तो अब जरा सोचें क्योंकि गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे कई ब्राउज़र हैं जो आपकी हर जरूरत को पूरा कर सकते हैं, जैसे एक सरल इंटरफेस या प्राइवेसी की आपको जरूरत है तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से इन ब्राउज़र मेसे किसी एक को आजमा सकते हैं। जानिए ऐसे ही कुछ अच्छे ब्राउजर्स के बारे में जो सभी अपने आप में अलग-अलग अनुभव देते हैं।

1. ओपेरा टच -: यदि आप आरामदायक वेब ब्राउजिंग चाहते है, तो ओपेरा टच आपके लिए ही बना है। बड़ी स्क्रीन वाले फोन पर एक अच्छा विकल्प है। ओपेरा टच में दुसरे ब्राउज़र की तरह नीचे कोई विकल्प की लाइन नहीं मिलेगी बल्कि फ़ास्ट एक्शन बटन मिलता है जो सिंगल जेस्चर बेस्ड फ्लोटिंग बटन है। इस बटन से आप अलग-अलग दिशाओं में दुसरे टैब पर स्विच करने तथा रीलोड व सर्चिंग जैसे सभी महत्वपूर्ण काम पुरे कर सकते हैं। साथ ही साथ इस ब्राउज़र में कई स्मार्ट टूल भी हैं, इसमें से एक माय फ्लो जो आपको अपने डेस्कटॉप और फोन में मौजूद ओपेरा के बीच कंटेंट को सरल तरीके से शेयर करने की सुविधा देता है। और भी बहुत कुछ है जो आपको ब्राउजिंग का नया अनुभव देगा।
Opera Touch


2. इकोसिया ब्राउज़र -: इस ब्राउज़र का नाम शायद बहुत से यूजर ने सुना भी ना होगा! इकोसिया ब्राउज़र क्रोमियम पर आधरित एक सामान्य ब्राउज़र है। लेकिन फिर भी इसकी कुछ खासियत ऐसी है जो इसको दुसरे ब्राउजर्स से अलग बनाता है। इसे एक नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन ने बनाया है, यह कस्टम सर्च इंजन के साथ आता है। इस पर होने वाली हर सर्च से मिलने वाला एड रेवन्यू पौधारोपण प्रोग्राम के लिए इस्तेमाल होता है। अगर आप एक साधारण ब्राउज़र के साथ रह सकते है तो आप इसे आजमा सकते हैं, और इस सोशल कॉज का हिस्सा भी बन सकते हैं, अब तक करीब 7 मिलियन यूजर्स की मदद से इकोसिया 36 मिलियन पौधे उगा चूका है। इकोसिया के बाकि फीचर्स गूगल क्रोम से ही मिलते जुलते हैं।
Ecosia 

3. मोजिला फायरफॉक्स फोकस -: नाम ही काफी है, डेस्कटॉप पे भी बहुत सुविधा देता है मोजिला फायरफॉक्स, तो एंड्राइड के लिए भी इससे कुछ अपेक्षा की ही जा सकती है। यूँ तो मोज़िला फायरफॉक्स के कई वर्जन पहले से ही प्ले स्टोर पर उपलब्ध है लेकिन एक नया ब्राउज़र मोजिला फायरफॉक्स फोकस, एंड्राइड के लिए बनाया है इस ब्राउज़र में आपकी डिजिटल प्रजेंस को सुरक्षित करने के लिए बनाया गया है। इसमें आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री, टैब्स या ज्यादा देखी गई वेबसाइट की कोई ही लिस्ट नहीं मिलेगी। यह आपको कई टूल्स ऑफर करता है जो आपको वेबसाइट छोड़ने के बाद ट्रेक्स को कवर करने की सुविधा देता है। इसके लिए वह उन ट्रेकर्स और कुकीज को रोक देता जो आपकी ब्राउज़िंग पर नजर रखते हैं। और सबसे बड़ी खास बात ये है की आपके वेबसाइट बंद करते ही पूरी ब्राउज़िंग हिस्ट्री की डिटेल अपने आप हटा देता है, और सबसे अच्छी बाद बैकग्राउंड प्लगिन को रोक कर आपको फ़ास्ट ब्राउज़िंग का अनुभव देता है।
Firefox Focus
आपको जो भी ब्राउज़र अच्छा लगे वो इंस्टाल कर सकते हैं, डाउनलोड लिंक नाम में ही है।
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27 मई 2013

फेसबुक को चुनोती देती वर्ल्डफ्लोट।


 
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मित्रों आप केवल नेटवर्किंग वेबसाइट के तौर पर फेसबुक का इस्तेमाल जरुर करते होंगे। अब फेसबुक और ट्विटर को एक नई सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट टक्कर दे रही है, वेबसाइट का नाम है वर्डफ्लोट
 

इस वेबसाइट पर आपको फेसबुक और ट्विटर से अलग कई नयी चीजें नजर आएंगी। खास बात है की ये वेबसाइट भारत में हि तेयार हुयी है। अभी इसके यूजर्स की संख्या करीब 60 लाख के करीब है। इस वेबसाइट पर आपको गेम्स, हेल्थ और ट्रेवल जैसे कई ऑप्सन देखने को मिलेंगे, इस वेबसाइट पर आप फेसबुक से लोगिन भी कर सकते हैं...

जहाँ एक तरफ दुनिया में फेसबुक के प्रति लोगों की दीवानगी कम हो रही है और दुसरी तरफ वर्ल्डफ्लोट तरक्की कर रही है।
अब इतनी खूबियां बताई है है तो जाहिर है आप भी यहाँ जाना चाहोगे, तो वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लीक करें।



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22 सितंबर 2018

नया माउस खरीदने से पहले ये बातें जान लें।


नमस्कार दोस्तों, हम मे से कोई भी जब सिस्टम अपग्रेड की बात सोचते हैं तो माउस के बारे में ज्यादा ध्यान नहीं देते। ज्यादातर यूज़र तो ये समझते हैं की सभी माउस एक जैसे ही होते हैं। लेकिन हकीकत में ये एकदम अलग है। माउस सबसे ज्यादा इतेमाल किये जाने वाला हार्डवेयर है, इसलिए जब भी नया खरीदने की सोचें तो तो ध्यान रखें की अच्छा माउस आपके काम और गेमिंग को ना केवल बेहतर बनाएं बल्कि आपकी कलाई और अँगुलियों के लिए भी आरामदायक हो।

नया माउस लेने से पहले इसके प्रकार, फीचर्स और इस्तेमाल से जुडी पूरी जानकारी आपको सही माउस लेने में मदद करेगी।

1. साइज़ - माउस अधिकतर 2 साइज़ में उपलब्ध होते हैं। फुल और ट्रैवल साइज़। ट्रैवल माउस उनके लिए सबसे सुविधाजनक होता है जिनकी हथेली छोटी होती है, इसे आप ट्रैवल में काम में लो या घर पे, वहीं दुसरी और ट्रैवल करने वालों के लिए फुल साइज़ माउस बेहतर होगा क्योंकि खराब फिटिंग वाला माउस आपको काम करते समय परेशनी में डाल सकता है।

2. वायरलेस या वायर्ड माउस - अगर आप वायर की समस्या से दूर रहना चाहते हैं तो आपके लिए वायरलेस माउस बेहतर विकल्प होगा। बस इसमें बैटरी खत्म होने की समस्या बनी रहती है। कुछ वायरलेस माउस ऑन-ऑफ़ बटन के साथ आते हैं तो कुछ चार्जिंग डॉक के साथ। इसके लिए काम पूरा होने पे इसे ऑफ या चार्जिंग डॉक में रखने की आदत डालनी पड़ेगी। अक्सर ट्रैवल करने वालों के लिए वायरलेस माउस उपयोगी है, वायर्ड माउस में आप स्क्रीन से उतना दूर ही रह सकते है जितनी इसकी वायर होती है। इसलिए आपके सुविधानुसार इनमे से चुने।
वायरलेस माउस का एक उदाहरण 


3. लेजर या ऑप्टिकल माउस - माउस हमेशा 'डॉट्स पर इंच' (DPI) के हिसाब से ट्रेकिंग करता है। ऑप्टिकल माउस 400 से 800 डीपीआई के बीच और लेजर माउस आमतौर पर 2000 डीपीआई से ज्यादा ट्रैक कर सकता है। ऑप्टिकल माउस रोजमर्रा की जरूरत में और लेजर माउस गेमर्स और ग्राफिक डिजाईन करने वालों के लिए बेहतर है।

4. बटन - कुछ माउस में मिडल स्क्रोल व्हील के अलावा और भी बटन होते हैं जो साइड में लगे होते हैं, ये किसी विशेष फंक्शन के लिए काम आते हैं। ये उन यूजर्स के लिए कभी सहायक है जिन्हें एक ही तरह के प्रोग्राम पर लगातार काम करना हो।

स्पेशल बटन माउस का एक उदाहरण 

उपरोक्त चारों बातें ध्यान में रखकर माउस खरीदेंगे तो आपको कभी भी परेशानी महसूस नहीं होगी। आज बस इतना ही।
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